Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में सियासी संकट गहराया, राष्ट्रपति गोटबाया फरार, PM विक्रमसिंघे ने दिया इस्तीफा

Sri Lanka Crisis: आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका के हालात और बदतर होते जा रहे हैं।हालिया घटनाक्रम में प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आवास को घेर लिया।

Written By :  Rakesh Mishra
Update:2022-07-09 18:00 IST

 Gotabaya Rajapaksa

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Sri Lanka Crisis : श्रीलंका में महीनों से जारी उथल-पुथल के बीच आज कई बड़ी घटनाएं हुई हैं। श्रीलंकाई राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे आज अपने परिवार के साथ आधिकारिक आवास से फरार हो गए। जिसके बाद गुसाए प्रदर्शनकारियों की बड़ी भीड़ ने राष्ट्रपति भवन पर कब्ज़ा कर लिया। इतना ही नहीं उग्र प्रदर्शनकारियों ने सांसद रजिता सेनारत्ने (MP Rajita Senaratne) के घर पर भी हमला बोला। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के निजी आवास को भी प्रदर्शनकारियों ने घेर लिया था।     

ताजा खबर के मुताबिक, श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पीएम ने ट्वीट कर कहा कि, आज पार्टी नेताओं की बैठक में सभी नागरिकों की सुरक्षा समेत सरकार की निरंतरता को सुनिश्चित करने के लिए सर्वदलीय सरकार बनाने का फैसला लिया गया। मैं इस फैसले को आसान बनाने के लिए प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देता हूं।

गौरतलब है कि, इससे पहले बीते 11 मई 2022 को श्रीलंका के तत्कालीन प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapaksa) भी परिवार के साथ भाग खड़े हुए थे। तब उग्र आंदोलनकारियों ने राजधानी कोलंबो में राजपक्षे के सरकारी आवास को घेर लिया था। 

श्रीलंका में अब होगी सर्वदलीय सरकार

श्रीलंका में स्पीकर के घर पर आज हुई बैठक के बाद सांसद हर्षा डी सिल्वा (MP Harsha de Silva) ने ट्वीट कर बताया कि बैठक में तय हुआ है कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तुरंत अपने पद छोड़ें। अधिकतम 30 दिन के लिए देश में कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्ति किया जाए। अगले कुछ दिनों में अंतरिम सर्वदलीय सरकार की नियुक्ति की जाए। साथ ही देश में जल्द चुनाव कराए जाएं। 

राष्ट्रपति आवास में प्रदर्शनकारियों की तोड़फोड़

ताजा घटनाक्रम में बताया जा रहा है, कि राजधानी कोलंबो स्थित राष्ट्रपति आवास (Presidential Residence in Colombo) को प्रदर्शनकारियों ने घेर लिया। इनमें से कई प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति राजपक्षे के आधिकारिक में घुसे और जमकर तोड़फोड़ की। 

श्रीलंका में हंगामे के बीच अहम बैठक

बता दें कि, श्रीलंका में आज हुए भारी बवाल के बीच स्पीकर की बैठक हुई। मीटिंग में फैसला लिया गया कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को तत्काल पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन जारी है। इससे पहले, राष्ट्रपति राजपक्षे ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (Prime Minister Ranil Wickremesinghe) को सूचित किया कि वह पार्टी नेताओं की बैठक में लिए गए किसी भी निर्णय का सम्मान करेंगे।

पीएम ने इस्तीफा देने से इंकार किया

प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे के निजी आवास के बाहर भी विरोध प्रदर्शन हो रहा है। सूत्रों के मुताबिक, पीएम विक्रमसिंघे ने इस्तीफा देने से इंकार कर दिया है। अब उन्हें जबरन हटाया जाएगा।

SLFP अध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रपति ने मांगा इस्तीफा

गौरतलब है कि, SLFP के अध्यक्ष तथा पूर्व राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना (Maithripala Sirisena) ने कहा कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को तुरंत पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।  स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने के घर पर आज Zoom एप नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पद से हटाने की बात रखी गई। 

पद न छोड़ने पर अड़े थे गोटबाया

श्रीलंका में लंबे समय से जारी आर्थिक संकट हर गुजरते समय के साथ औऱ गहराता जा रहा है। बेहद मुश्किल दौर का सामना कर रही श्रीलंकाई जनता के गुस्से का पहला शिकार बना ताकतवर राजपक्षे परिवार। परिवार के खिलाफ जनता में उपजी भारी नाराजगी को भांपते हुए राष्ट्रपति गोटबाया ने अपने बड़े भाई और श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे की बलि ले ली। महिंदा को भी अपने परिवार से साथ घर छोड़कर भागना पड़ा था। लेकिन जनता केवल उनके इस्तीफे से संतुष्ट नहीं थी, वह राजपक्षे परिवार को सत्ता से पूरी तरह बाहर देखना चाहती थी। इसलिए राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे पर पद छोड़ने के लिए जनता के साथ – साथ विपक्ष का दवाब बढ़ता जा रहा था। मगर गोटबाया पद छोड़ने से साफ इनकार करते रहे।

श्रीलंकाई जनता ने लंबे समय से राष्ट्रपति गोटबाया के खिलाफ Gota Go Gama' और 'Gota Go Home' आंदोलन छेड़े हुए है। सिंहली भाषा में गामा का मतलब गांव होता है। प्रदर्शनकारी एक जगह जमा होकर तंबू लगाते और गाड़ियों के हार्न बजाते हुए राष्ट्रपति औऱ सरकार के विरूद्ध गोटा - गो- मामा का नारा बुलंद करते। इनका मकसद राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर करना था। अंततः राष्ट्रपति गोटबाया को प्रदर्शनकारियों के सामने झुकना पड़ा और वह अपना घर छोड़कर भाग गए। प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति के सरकारी आवास पर चढ़ गए हैं और बढ़ती महंगाई को लेकर विरोध जता रहे हैं।

कोलंबो में उग्र प्रदर्शन

राजधानी कोलंबो में आंदोलन उग्र हो गया है। सरकार विरोधी रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई है। इसमें 100 से अधिक प्रदर्शनकारियों के घायल होने की खबर है। घायलों को राष्ट्रीय अस्पताल कोलंबो ले जाया गया है। बताया जा रहा है कि सरकार विरोधी प्रदर्शन में धार्मिक नेतओं, राजनीतिक दलों, शिक्षकों, किसानों, चिकित्सकों, मछुआरों और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं। इन प्रदर्शनों में सनथ जयसूर्या जैसे श्रीलंका के कई पूर्व क्रिकेटर भी शामिल हैं। 

कार्रवाई में 30 प्रदर्शनकारी घायल

श्रीलंका में शनिवार को सैकड़ों प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग करते हुए और बैरिकेड तोड़ते हुए कोलंबो के उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में घुस गए। प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। विरोध प्रदर्शन के दौरान दो पुलिस अधिकारियों सहित कम से कम 30 लोग घायल हो गए है।

हजारों प्रदर्शनकारी कोलंबो में घुसे

श्रीलंकाई पुलिस ने आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में अब तक के सबसे बड़े सरकार विरोधी मार्च को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। देश की वाणिज्यिक राजधानी कोलंबो में शनिवार को प्रदर्शनकारियों के उग्र प्रदर्शन के बाद आंसू गैस के गोले दागे गए। बता दें कि, इस दक्षिण एशियाई राष्ट्र में बसों, ट्रेनों और ट्रकों में भरकर हजारों प्रदर्शनकारी कोलंबो में प्रवेश कर चुके हैं। 

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