Sri Lanka Economic Crisis: श्रीलंका में महंगाई चरम पर, पेट्रोल 420 तो डीजल 400 रुपए प्रति लीटर बिक रहा

Sri Lanka Economic Crisis: श्रीलंका में इसी साल 19 अप्रैल के बाद ईंधन कीमतों में यह दूसरी बढ़ोतरी है। सबसे अधिक इस्तेमाल में आने वाले 'ऑक्टेन 92' पेट्रोल की कीमत 420 रुपए यानी 1.17 डॉलर प्रति लीटर है।

Written By :  aman
Update: 2022-05-24 09:41 GMT

Sri Lanka Economic Crisis

Sri Lanka Economic Crisis : श्रीलंका भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा है। वहां वस्तुओं की कीमतों का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं, कि श्रीलंका ने मंगलवार को एक लीटर पेट्रोल की कीमतों में 24.3 फीसदी और डीजल की दरों में 38.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बता दें कि, श्रीलंका विदेशी मुद्रा भंडार की कमी की वजह से भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इन्हीं कारणों से कीमतें आसमान छू रही हैं।

भारत के पड़ोसी मुल्क श्रीलंका में इसी साल 19 अप्रैल के बाद ईंधन कीमतों में यह दूसरी बढ़ोतरी है। जानकारी के अनुसार, सबसे अधिक इस्तेमाल में आने वाले 'ऑक्टेन 92' पेट्रोल की कीमत 420 रुपए यानी 1.17 डॉलर प्रति लीटर है। वहीं, डीजल की दरें बढ़कर 400 रुपए यानी 1.11 डॉलर प्रति लीटर होगी। यह अब तक पेट्रोल-डीजल की कीमतों का उच्चतम स्तर है।

कीमत वृद्धि पर ये कहा Lanka IOC ने

गौरतलब है कि, भारत की प्रमुख तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) की श्रीलंकाई सहायक कंपनी लंका आईओसी (Lanka IOC) ने भी ईंधन की खुदरा दरों में वृद्धि की है।इस संबंध में IOC के सीईओ मनोज गुप्ता (IOC CEO Manoj Gupta) ने कहा, कि 'हमने सिलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन यानी CPC की बराबरी के लिए कीमतों में वृद्धि की है। बता दें कि, CPC श्रीलंका में सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी है।

ऐसे समझें बढ़ी कीमतों का असर

ईंधन की कीमतों में भारी इजाफे के बाद श्रीलंका में ऑटो यूनियन ने भी किरायों में बढ़ोत्तरी की घोषणा की है। जिसके बाद पहले किलोमीटर की यात्रा के लिए किसी यात्री को बेस फेयर 90 रुपए देने होंगे। उसके बाद के प्रति किलोमीटर के लिए 80 रुपए चुकाने पड़ेंगे।

महंगाई की दर करीब 40 प्रतिशत के करीब

श्रीलंका में महंगाई की दर करीब 40 प्रतिशत के आसपास पहुंच गई है। वहां खाने पीने की चीजें उपलब्ध नहीं हैं। इस बीच पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों ने 'आग में घी' का काम किया है। आर्थिक संकट से जूझ रही जनता विद्रोह पर उतर आई है। गुस्साई जनता राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे से इस्तीफे की मांग पर अड़ी है।

हालांकि, इस मुश्किल घड़ी में भारत ने श्रीलंका की काफी मदद की है। भारत ने ऋण सुविधा के तहत 40,000 टन डीजल की आपूर्ति के कुछ दिनों बाद श्रीलंका को लगभग 40,000 टन पेट्रोल भेजा है। दरअसल, भारत का मकसद अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहे और आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका की मदद करना है।

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