Syed Ali Shah Geelani: इमरान खान ने गिलानी को बताया पाकिस्तानी, झुकाया झंडा, कश्मीर में इंटरनेट सेवा बंद
Syed Ali Shah Geelani: जम्मू कश्मीर के अलगाववादी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी का बुधवार रात को श्रीनगर में निधन हो गया।
Syed Ali Shah Geelani: जम्मू कश्मीर के अलगाववादी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी का बुधवार रात को श्रीनगर में निधन हो गया। जिसके बाद गुरुवार की सुबह 5 बजे ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। जानकारी के मुताबित सैयद अली शाह गिलानी का अंतिम संस्कार आज सुबह 5 बजे जम्मू कश्मीर के हैदरपोरा में हुआ है।
हालांकि गिलानी का परिवार चाहता था कि उन्हें सुबह 10 बजे दफनाया जाए। परिजन अपने रिश्तेदारों को अंतिम संस्कार में बुलाना चाहते थे। लेकिन उन्हें इसकी अनुमित नहीं दी गई है। वहीं सैयद अली शाह गिलानी के देहांत पर पाकिस्तान ने अपने देश के झंडे का आधा झुकवाया। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने गिलानी को पाकिस्तानी बताया और एक दिन का राष्ट्रीय शोक का एलान किया है।
पाकिस्तान पीएम इमरान खान ने गिलानी के निधन पर ट्वीट किया
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट कर लिखा कि कश्मीर नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने आगे लिखा गिलानी ने जीवन भर अपने लोगों और उनके आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए लड़ते रहे हैं। लेकिन भारत ने उन्हें कैद में रखा और प्रताड़ित किया। हम पाकिस्तान में उनके संघर्षों को सलाम करते हैं। उनके शब्दों को याद करते हैं। हम पाकिस्तानी और पाकिस्तान हमारा है। पाकिस्तान का झंडा आधा झुका रहेगा। और हम एक दिन का आधिकारिक शोक मनाएंगें।
गिलानी के निधन पर जरनल बाजवा ने दुख जताया
सैयद अली शाह गिलानी के निधन पर पाकिस्तानी सेना प्रमुख जरनल कमर जावेद बाजवा ने बयान दिया। बाजवा ने कहा कि सैयद अली गिलानी के निधन पर उन्हें दुख है। बाजवा ने आगे कहा गिलानी कश्मीर के स्वंतत्रता आंदोलन के नेतृत्वकर्ता थे। जबकि पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मसूद कुरेशी ने सैयद अली शाह गिलानी को कश्मीर आंदोलन का पथ प्रदर्शक बताया है। कुरैशी ने कहा कि वह नजरबंदी के बाद भी अंतिम सांस तक संघर्ष करते रहे।
सुबह 5 बजे ही हुआ गिलानी का अंतिम संस्कार
सैयद अली शाह गिलानी का बुधवार रात को निधन हो गया। जिसके बाद गुरुवार सुबह 5:00 बजे ही जम्मू कश्मीर के हैदरपोरा में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। लेकिन वहीं जानकारी के मुताबित गिलानी के परिजन इस अंतिम संस्कार से खुश नहीं हैं। परिवार के लोग चाहते थे कि गिलानी का अंतिम संस्कार सुबह 10 बजे किया जाए। परिजन उनके अपने दर्शन के लिए रिश्तेदारों को बुलाना चाहते थे। लेकिन इसकी अनुमति उनको नहीं दी गई।
सैयद अली शाह गिलानी ने तीन दशकों तक अलगाववादी मुहिम का नेतृत्व किया
सैयद अली शाह गिलानी ने जम्मू कश्मीर में करीब तीन दशकों से अधिक वक्त तक अलगाववादी मुहिम का नेतृत्व किया। सैयद अली शाह गिलान के देहांत के बाद कश्मीर के हालातों पर सभी सुरक्षा एजेंसियों की नजर बनी हुई है। जिसको देखते हुए कश्मीर घाटी में कुछ सुविधाओं पर रोक लगाई गई है। जैसे कश्मीर घाटी में इटंरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। इटंरनेट सेवा किसी भी तरह की अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए बंद की गई है।