Afghanistan: काबुल में लगे पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे, बौखलाये तालिबान ने लोगों पर खुलेआम की गोलीबारी
पंजशीर (Panjshir) की जंग में पाकिस्तान के दखल और तालिबान का साथ देने से अफगानिस्तान के लोगों में गुस्सा है और वे पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
Afghanistan Taliban: अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी में तालिबान और नॉर्दन एलायंस के बीच जंग जारी है। काबुल (Kabul) पर तालिबान के कब्जे के बाद से अफगानिस्तान (Afghanistan) में आम लोग लगातार पाकिस्तान (Pakistan) का विरोध कर रहे हैं। काबुल की सड़कों पर लोग पाकिस्तान मुर्दाबाद, आजादी और सपोर्ट पंजशीर के नारे लगा रहे हैं।
पाकिस्तान को पंजशीर में तालिबान की मदद करना भारी पड़ गया है। पिछले दिनों पंजशीर में हमले के पीछे पाकिस्तान और उसकी वायुसेना का हाथ बताया जा रहा है। जिसे लेकर पंजशीर घाटी (Panjshir) में तालिबान की खूनी हिंसा का भारी विरोध हो रहा है। लोग बड़े पैमाने पर सड़कों पर उतर रहे हैं। मंगलवार को भी लोगों ने तालिबान का विरोध किया और पाकिस्तान के खिलाफ भी जोरदार नारे लगाए।
प्रदर्शन से बौखलाये तालिबान ने की गोलीबारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लोग विरोध-प्रदर्शन करते हुए काबुल स्थित पाकिस्तान दूतावास भी पहुंचे जहां पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। खबर है कि अफगानिस्तान में पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ उठती आवाजों से तालिबान बौखला गया है और प्रदर्शन करने वाले लोगों पर गोलीबारी की। एक रिपोर्ट के मुताबिक, काबुल में पाकिस्तान विरोधी रैली को तितर-बितर करने के लिए तालिबान ने गोलियां चलाई हैं। इसमें कई महिलाओं और बच्चों के घायल होने की खबर है।
पाकिस्तान को बाहर निकालने के लिए प्रदर्शन
आपको बता दें कि पंजशीर (Panjshir) की जंग में पाकिस्तान के दखल और तालिबान का साथ देने से अफगानिस्तान के लोगों में गुस्सा है और वे पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। पाकिस्तान के खिलाफ स्लोगन लिखे हुए पोस्टर्स लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं।
खबर के मुताबिक बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाते हुए काबुल की सड़कों पर उतरे। इन लोगों का कहना है कि अफगानिस्तान को एक स्वतंत्र सरकार चाहिए न कि कोई पाकिस्तानी कठपुतली सरकार। इस दौरान लोगों ने पाकिस्तान, अफगानिस्तान छोड़ो जैसे नारे भी लगाए।
पाकिस्तान की सेना कर रही तालिबान की मदद
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में पंजशीर अब भी आजाद है। उस पर तालिबान कब्जा नहीं कर पाया है। आरोप है कि तालिबान की मदद के लिए पाकिस्तानी सेना और ड्रोन्स के जरिए उन पर हमले करवा रही है। रेजिस्टेंट फोर्स के मुताबिक पाकिस्तानी सेना (Pakistani Army) की SSG कमांडो को पंजशीर पर हमले करते देखा गया है।
ईरान कर रहा पाकिस्तानी हस्तक्षेप की जांच
बता दें कि पंजशीर में तालिबान के हमले की ईरान (Iran) ने कड़ी निंदा की है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद खतीब जादेह ने कहा है कि पंजशीर हमले के दौरान पाकिस्तानी हस्तक्षेप की जांच की जा रही है।