Terrorist Attacks In Pakistan: पाकिस्तान के लिए भारी सिरदर्द बना तहरीक तालिबान, बढ़ते ही जा रहे आतंकी हमले, नई घटना में 23 लोग मारे गए
Terrorist Attacks In Pakistan: पाकिस्तानी तालिबान के आतंकियों के एक और हमले में 23 लोग मारे गए हैं। पाकिस्तानी सैन्य अड्डे पर हुए आत्मघाती बम विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकवादियों ने ली है।
Terrorist Attacks In Pakistan: पाकिस्तानी तालिबान के आतंकियों के एक और हमले में 23 लोग मारे गए हैं। पाकिस्तानी सैन्य अड्डे पर हुए आत्मघाती बम विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकवादियों ने ली है। खैबर पख्तूनख्वा में हिंसा में लगातार वृद्धि हुई है। इस साल कई घातक हमले हुए हैं। जनवरी में उत्तर-पश्चिमी शहर पेशावर की एक मस्जिद में एक पुलिसकर्मी के भेष में आत्मघाती हमलावर ने कम से कम 101 लोगों की हत्या कर दी थी, जिनमें ज्यादातर पुलिस अधिकारी थे।
पाकिस्तानी तालिबान ने पिछले साल से सुरक्षा बलों पर हमले बढ़ा दिए हैं। अधिकारियों ने कहा कि 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से अफगानिस्तान में खुले तौर पर रहने से आतंकवादियों का हौसला बढ़ गया है।टीटीपी एक अलग समूह है लेकिन अफगान तालिबान का करीबी सहयोगी है।
ताज़ा घटना
ये हमला रात के समय हुआ जब वे सो रहे थे।हमले में अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तानी सीमा के पास खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के डेरा इस्माइल खान जिले में एक अड्डे को निशाना बनाया गया। विस्फोटक से लदे आत्मघाती वाहन द्वारा एक अस्थायी सैन्य अड्डे के रूप में संचालित स्कूल भवन में विस्फोट होने से 27 लोग घायल भी हो गए। एक पुलिस अधिकारी कमाल खान ने कहा कि कुछ आतंकवादियों ने गोलीबारी भी की, जिसके बाद सुरक्षा बलों के साथ घंटों तक मुठभेड़ चली, जिसके बाद तीन हमलावर मारे गए। अधिकारियों ने कहा कि हमले में मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि कुछ घायल अधिकारियों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
आतंकियों का गढ़
जिस प्रांत में हमला हुआ वह उग्रवादी पाकिस्तानी तालिबान समूह का पूर्व गढ़ है, जिसे तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान या टीटीपी के नाम से भी जाना जाता है। नवगठित आतंकवादी समूह तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान या टीजेपी ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए एक बयान में कहा कि उसने पुलिस स्टेशन में अधिकारियों को निशाना बनाया। टीजेपी को टीटीपी की शाखा माना जाता है। पूरे पाकिस्तान से बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की हाल ही में दरबान पुलिस स्टेशन में लगातार उपस्थिति रही है, जहां वे स्थानीय पुलिस के सहयोग से क्षेत्र में आतंकवादियों के खिलाफ खुफिया-आधारित अभियान चला रहे थे।