Today Special: पी-ले, पी-ले ओ मोरे राजा! आज है 'इंटरनेशनल वोदका डे'

यदि आपकी त्‍वचा पर किसी ज़हरीले कीड़े ने डंक मार दिया है और उसके कारण त्‍वचा लाल हो गई है और दर्द हो रहा हो तो वोदका से इस दर्द के साथ-साथ इन चकत्‍तों को भी दूर किया जा सकता है। त्‍वचा की जिस जगह पर ज़हर फैला हो उस जगह पर

Update:2023-07-10 13:38 IST

नई दिल्ली: शराब-ए-शवाब के नशे में पूरा भारत डूबा हुआ है। घर हो या गेस्ट हाउस, बार हो या बारात, मॉल हो या मार्केट, होटल हो या पार्टी... आप आसानी से इन जगहों पर बीयर, वोदका, वाईन, व्हिस्की, रम, जिन आदि आपने आसानी से देखा होगा।

आपको बता दें कि आज 'इंटरनेशनल वोदका डे' है। वोदका रुसी लोगों की पसंदीदा शराब रही है जो अब सारी दुनियां में पी जाती है। ये भले ही शराब है लेकिन शायद आपको ये नहीं पता होगा कि वोदका पीने के कई फ़ायदे भी हैं।

साथ ही साथ आपको बता दें कि वोदका, कुछ स्‍वास्‍थ समस्याओं में फ़ायदेमंद भी है। वोदका में विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं। विटामिन बी, फास्‍फोरस, पोटैशियम और सोडियम आदि वोदका में होते हैं।

वोदका से वज़न कम होता है क्‍योंकि उसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है और यह दिल की बीमारियों के लिए भी फायदेमंद है। तो आईये आपको रूबरु कराते हैं वोदका से होने वाले फायदे के बारे में.....

1-बालों के लिए...

वोदका का इस्तेमाल शैंपू की तरह भी किया जा सकता है जो बालों के लिए बहुत फायदेमंद है। वोदका की कुछ बूंदे शैंपू में डालकर आप इसका प्रयोग करें। वोदका को बालों में लगाने से बालों की समस्‍यायें दूर होती हैं। यह बालों में मौजूद रूसी को हटाता है, और इसके प्रयोग से बालों का विकास अच्‍छे से होता है।

2-माउथवॉश बनायें...

वोदका को बहुत अच्‍छे माउथवाश के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है। एक कप वोदका को दालचीनी के 9 चम्‍मच के साथ मिलाकर एक पेस्‍ट बना लीजिए, इसे दो सप्‍ताह तक बंद बरतन में रखिये। उसके बाद इसे छान लीजिए और गरम पानी में मिलाकर अपने मुंह की सफाई कीजिए, इससे मुंह साफ हो जायेगा। लेकिन इसे निगलें नहीं।

3-पट्टी हटाने के लिए...

चोट की जगह पर लगी पट्टी (बैंडेज) को हटाने में बहुत दर्द होता है, कई बार तो इसका दर्द असहनीय हो जाता है। लेकिन क्‍या आपको पता है कि यदि बैंडेज को हटाने से पहले उसपर वोदका की कुछ बूंदे डाल दी जायें तो बिलकुल भी दर्द नहीं होगा और बैंडेज आसानी से निकल जाएगी।

4-कान में दर्द...

कान में दर्द होने पर भी वोदका का प्रयोग किया जा सकता है। जिस कान में दर्द हो रहा हो उसमें वोदका की कुछ बूंदे डालकर 5 मिनट के लिए छोड़ दीजिए, उसके बाद इसे साफ कर लीजिए। कान का दर्द ठीक हो जायेगा, यह कान में दर्द के लिए जिम्‍मेदार बैक्‍टीरिया को समाप्‍त कर देता है।

5-त्‍वचा को बनायें मुलायम...

वोदका त्‍वचा को मुलायम बनाकर उसकी रंगत निखारता है। त्‍वचा की रंगत निखारने के लिए यह बहुत ही अच्‍छा प्राकृतिक उपाय है। कॉटन में वोदका की कुछ बूंदों को डालकर इसे धीरे-धीरे त्‍वचा पर मलने से त्‍वचा में निखार आता है।

6-दर्द होने पर...

दर्द में राहत भी दिलाती है वोदका। यदि आपको किसी भी प्रकार का दर्द हो तो आधा कप वोदका आधा कप पानी में मिलाकर फ़्रीज़र में रख दें। बाद में इस वोदकायुक्‍त बर्फ को दर्द पर लगाने से दर्द दूर हो जाता है।

7-बुख़ार और सिरदर्द...

बुख़ार और सिर में दर्द होने पर भी वोदका आराम दिलाती है। सिरदर्द होने पर वोदका को पानी में डालकर साफ तौलिये को उसमें भिगोकर निचोड़ लीजिए, इस तौलिये को सिर पर रखने से सिरदर्द दूर हो जायेगा।

8-दांत दर्द होने पर...

दांतों में दर्द होने पर वोदका की कुछ बूंदों को दर्द देने वाले दांत पर लगाने से दर्द दूर हो जाता है। जिस दांत में दर्द हो रहा हो उसके जबड़े और आसपास के क्षेत्र में वोदका की कुछ बूंदे डालने से तुरंत राहत मिलती है।

9-त्‍वचा पर चकत्‍ते...

यदि आपकी त्‍वचा पर किसी ज़हरीले कीड़े ने डंक मार दिया है और उसके कारण त्‍वचा लाल हो गई है और दर्द हो रहा हो तो वोदका से इस दर्द के साथ-साथ इन चकत्‍तों को भी दूर किया जा सकता है। त्‍वचा की जिस जगह पर ज़हर फैला हो उस जगह पर वोदका लगाने से आराम मिलता है।

वोदका पर एक नजर...

आमतौर पर वोडका में अल्कोहोल की मात्रा 35% से 50% आयतन के अनुपात में रहती है। क्लासिक रूसी, लिथुआनिया और पोलिश वोडका में 40% (80 प्रूफ) है। वोडका का उत्पादन अलेक्जेंडर III द्वारा 1894 में शुरू किया गया था जिसके लिए रूसी मानकों को श्रेय दिया जा सकता है।

मास्को में वोडका संग्रहालय के अनुसार, रूसी रसायनज्ञ दमित्री मेनडिलिव ने सही प्रतिशत 38% बताया था। हालांकि, उस समय अल्कोहोल की उग्रता शक्ति के आधार पर कर (टैक्स) लगता था परन्तु कर की सरल गणना करने के लिए इस प्रतिशत को पूर्णांक बनाते हुए 40 कर दिया गया।

कुछ सरकारों ने अल्कोहोल के लिए मद्यसार की एक न्यूनतम सीमा तय की जिसे 'वोडका' कहा जाने लगा. उदाहरण के लिए, यूरोपीय संघ ने अल्कोहोल की एक न्यूनतम सीमा 37.5% तय की है।

हालांकि पारंपरिक रूप से वोडका पूर्वी यूरोपीय और नॉर्डिक देशों के "वोडका बेल्ट" में खालिस ही पीते हैं। इसकी लोकप्रियता का बड़ा कारण इसका कॉकटेल तथा अन्य मिश्रित पेयों, जैसे ब्लडी मैरी, स्क्रूड्राइवर, व्हाइट रशियन, वोडका टॉनिक और वोडका मार्टिनी, में मिलाया जाना है।

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