वर्ल्ड के 10 देश जहां नहीं होती TAX चोरी, यहां बच जाता है इनकम टैक्स

Update:2016-05-20 16:51 IST

दुनिया के ऐसे देशों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आप चाहे जितना कमाएं, लेकिन आपको 1 रुपए भी इनकम टैक्स नहीं देना पड़ता। चौंकिए नहीं, ये सही है, लेकिन इससे पहले टैक्स से जुड़े कुछ अमेजिंग फैक्ट्स डेनमार्क की सरकार 60 हजार डॉलर से ऊपर कमाने वाले लोगों से 60 प्रतिशत टैक्स लेती है।

बेल्जियम में शादीशुदा लोगों को 43 प्रतिशत इनकम टैक्स चुकाना होता है, जबकि जर्मनी में ये प्रतिशत 39.9 है।सबसे कम इनकम टैक्स लेने वाले देशों की बात करें तो चिली में 7 प्रतिशत और मेक्सिको में कुछ इनकम स्लैब्स में 9.5 प्रतिशत तक टैक्स लिया जाता है।

बरमूडा-ब्रुनई

ये देश छोटा है, लेकिन यहां कोई पर्सनल टैक्स नहीं देना पड़ता। एम्प्लॉयर को 14 फीसदी पे-रोल टैक्स देना होता है। ब्रुनई के दारुस्सलाम में किसी भी तरह का पर्सनल इनकम टैक्स नहीं है। यहां बस एक एम्प्लाई ट्रस्ट फण्ड और सप्लीमेंटल कंट्रीब्यूटरी पेंशन स्कीम है।

संयुक्त अरब अमीरात

संयुक्त अरब अमीरात ऐसा देश है, जहां लोग अमीर है, लेकिन उन्हें इनकम टैक्स नहीं देना पड़ता। विदेशी बैंक और विदेशी तेल कम्पनियों की कैपिटल गेन इनकम पर पर नॉर्मल बिजनेस टैक्स ही लगाया जाता है।

सउदी अरब

यहां वेतन पर कोई टैक्स नहीं है। हालांकि, खुद का बिजनेस करने वाले प्रवासियों पर 20 फीसदी टैक्स लगता है। यहां किसी व्यक्ति पर किसी भी तरह का अन्य कोई टैक्स लागू नहीं है।

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बहमास

बहमास में भी कोई इनकम टैक्स नहीं है। यहां कैपिटल गेन और गिट टैक्स भी नहीं देना होता। यहां रियल एस्टेट एक्जीविशन टैक्स (स्टाम्प ड्यूटी) और होल्डिंग टैक्स (रियल प्रॉपर्टी टैक्स) लागू है।

कतर-ओमान

कतर में तेल का अथाह भंडार है। इस देश के लोग भी बहुत अमीर है, बावजूद यहां टैक्स नहीं लगता। किसी भी व्यक्ति पर आयकर,डिविडेंड, कैपिटल गेन्स और धन या सम्पत्ति के ट्रांसफर पर कोई टैक्स नहीं है।

एक और तेल उत्पादक देश है ओमान। यहां भी किसी व्यक्ति की आय पर कोई टैक्स नहीं लगता है।

कैमैन आइलैंड

कैमैन आइलैंड में न इनकम टैक्स देना पड़ता है और न ही सोशल इंश्योरेंस फण्ड में योगदान। हर नियोक्ता (एम्प्लॉयर) को अपने कर्मचारियों के लिए पेंशन स्कीम चलानी होती है। इसमें लगातार नौ माह से काम कर रहे बाहरी कर्मचारी भी शामिल होते है।

बहरीन-कुवैत

कुवैत के किसी भी नागरिक को टैक्स नहीं देना पड़ता है। यहां केवल सोशल इंश्योरेंस में योगदान देना जरूरी है। बहरीन में कोई इनकम टैक्स नहीं है, लेकिन सोशल इंश्योरेंस और इम्प्लायमेंट टैक्स जरूर लगता है।

यहां हर नियोक्ता (एम्प्लॉयर)को अपने कर्मचारियों के लिए 12 फीसदी सोशल इंश्योरेंस टैक्स चुकाना होता है।

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