वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मौजूद पत्रकारों से पहले ही कह दिया गया था कि प्रश्न पूछने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसके साथ ही प्रत्येक प्रेस प्रतिनिधि की तरफ से दो सवाल पूछे जाने की परंपरा टूट गई। वाशिंगटन पोस्ट ने कहा, कि 'राष्ट्रपति के सवालों के जवाब देने से इनकार करने से जमा हुआ प्रेस समूह निराश था।'
वाशिंगटन पोस्ट ने कहा कि 'व्हाइट हाउस ने इसके बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया कि सवालों पर रोक लगाने का फैसला किसका था? अमेरिकियों का या भारतीयों का।'
अख़बार ने लिखा है, 'लेकिन डोनाल्ड ट्रंप के पसंदीदा सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर दोनों देशों के लोगों ने सुझाव देने शुरू कर दिए हैं कि उनके खुद के नेता सार्वजनिक जांच और पारदर्शिता के खिलाफ हैं।'