चीन की बर्बादी शुरू: US ने भारत के समर्थन में उठाया ये कदम, पेश किया प्रस्ताव

बॉर्डर पर अपनी आक्रामकता और भारतीय जमीन हथियाने की कोशिश को लेकर ड्रैगन पूरी दुनिया में घिरता जा रहा है। इस मसले पर अमेरिका खुलकर भारत का साथ दे रहा है।

Update:2020-08-14 13:13 IST
Chinese aggression against India

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन की आक्रामकता किसी से छिपी नहीं है। लेकिन अब बॉर्डर पर अपनी आक्रामकता और भारतीय जमीन हथियाने की कोशिश को लेकर ड्रैगन पूरी दुनिया में घिरता जा रहा है। इस मसले पर अमेरिका खुलकर भारत का साथ दे रहा है। यहीं नहीं दो शक्तिशाली अमेरिकी सीनेटरों के एक द्विदलीय समूह ने LAC पर चीन की आक्रामकता के खिलाफ एक प्रस्ताव पेश किया है।

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अमेरिकी सीनेटरों ने पेश किया ये प्रस्ताव

गुरुवार को शक्तिशाली अमेरिकी सीनेटरों के द्विदलीय समूह ने LAC पर भारत और चीन के बीच यथास्थिति को बदलने के लिए भारत के प्रति चीन की आक्रामकता की निंदा करते हुए सीनेट में एक प्रस्ताव पेश किया है। सीनेट में यह प्रस्ताव सीनेटर जॉन कॉर्निन और सीनेटर मार्क वार्नर ने पेश किया है। बता दें कि कॉर्निन रिपब्लिकन सीनेट मेजॉरिटी व्हिप हैं, जबकि वॉर्नर इंटेलिजेंस पर सीनेट सेलेक्ट कमेटी के सदस्य हैं। कॉर्निन और वार्नर सीनेट इंडिया कॉकस के सह अध्यक्ष भी हैं।

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सैन्य तैनाती बढ़ाने में जुटा चीन

US सीनेटरों ने अपने प्रस्ताव में चीनी सैन्य बलों का उदाहरण दिया है कि कैसे भारतीय गश्ती दलों को रोक कर चीन अपनी सैन्य तैनाती और बुनियादी ढांचे के निर्माण में वृद्धि करने में जुटा है। कॉर्निन ने कहा कि सीनेट इंडिया कॉकस के सह-संस्थापक के तौर पर मैं पहली बार संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच एक मजबूत रिश्ते के महत्व को जानता हूं। उन्होंने कहा कि चीन के विस्तारवाद के खिलाफ खड़े होने और स्वतंत्र व खुले प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखने के लिए मैं भारत की सराहना करता हूं।

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भारतीय सहयोगियों का समर्थन करना पहले से कहीं अहम

कॉर्निन ने कहा कि यह पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हो चला है कि हम अपने भारतीय सहयोगियों का समर्थन करें, क्योंकि वे चीनी आक्रमण के खिलाफ मुस्तैदी से खड़े हैं। वहीं 15 जून को गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प को लेकर वार्नर ने कहा कि 15 जून का संघर्ष, विवादित क्षेत्र में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के उत्तेजक कार्यों को खतरे की घंटे के रूप में देखा जाना चाहिए।

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चीन द्वारा किए गए कार्यों की निंदा करता है ये प्रस्ताव

उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव एलएसी को बदलने के लिए चीन द्वारा किए गए कार्यों की निंदा करता है। खास तौर पर चीन और भारत के बीच राजनयिक वार्ता में दोनों देशों को एक राजनयिक विकल्प खोजने के लिए प्रोत्साहित करता है, ताकि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अप्रैल 2020 की स्थिति को बहाल किया जा सके। अमेरिका ने लंबे अरसे से साझा लोकतांत्रिक मूल्यों से एक मजबूत भारत के साथ साझेदारी की है। वार्नर ने कहा कि यह साझेदारी महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम एक स्वतंत्र और खुले भारत-प्रशांत क्षेत्र को सुनिश्चित करने के लिए काम करते हैं।

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