धरती को भयानक खतरा: लाखों मलबे से होगी तबाही, बचाएगी लकड़ी की सैटेलाइट

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा(NASA) के अनुसार, 5 लाख से ज्यादा मलबे के टुकड़े हमारी धरती के इधर-उधर चक्कर काट रहे हैं। मलबे के इन टुकड़ों में से कई तेज गति पर घूम रहे हैं जिनकी वजह से हमारी सैटलाइट्स या स्पेसक्राफ्ट तक को काफी नुकसान पहुंच सकता है।

Update: 2021-01-01 12:04 GMT
मलबे के इन टुकड़ों में से कई तेज गति पर घूम रहे हैं जिनकी वजह से हमारी सैटलाइट्स या स्पेसक्राफ्ट तक को काफी नुकसान पहुंच सकता है।

क्योटो। धरती के बारे में कुछ रोचक तथ्य अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा(NASA) के अनुसार, 5 लाख से ज्यादा मलबे के टुकड़े हमारी धरती के इधर-उधर चक्कर काट रहे हैं। मलबे के इन टुकड़ों में से कई तेज गति पर घूम रहे हैं जिनकी वजह से हमारी सैटलाइट्स या स्पेसक्राफ्ट तक को काफी नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में इन मलबों के टुकड़ों की वजह से इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन को भी खतरा हो सकता है। इस बारे में जापान की क्योटो यूनिवर्सिटी और कंस्ट्रक्शन कंपनी Sumitomo Forestry साल 2023 तक धरती पर पनप रही इस समस्या का समाधान निकालने के लिए एकजुट हुए हैं।

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चिंता का विषय

धरती के इर्द-गिर्द चक्कर लगा रहे मलबे के 5 लाख से ज्यादा टुकड़ों के बारे में जापान के ऐस्ट्रोनॉट और यूनिवर्सिटी प्रोफेसर तकाओ दोई के हिसाब से ये एक चिंता का विषय है।

उन्होंने बताया है कि सैटलाइट धरती में वापस आते वक्त जल जाती हैं और उनका मलबा सालों तक वायुमंडल में घूमता रहता है। इससे पर्यावरण पर असर पड़ता है। NASA के अनुसार, ये टुकड़े 17,500 मील प्रतिघंटा की रफ्तार तक हासिल करते हैं।

फोटो-सोशल मीडिया

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लकड़ी से बने सैटलाइट्स पर काम

ऐसे में जापान ने इसका समाधान निकालने के लिए लकड़ी से बने सैटलाइट्स पर काम करना भी शुरू कर दिया है। ये तापमान में होने वाले बदलाव और सूरज की रोशनी के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता से लैस होंगे।

बता दें, ये अपनी तरह का पहला ऐसा प्रॉजेक्ट है। इसके लिए धरती की विषम परिस्थितियों में लकड़ी का परीक्षण किया जा रहा है। जिसके चलते धरती में दाखिल होने पर ये पूरी तरह जल जाएंगी और कोई मलबा नहीं बचा रह पाएगा।

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