देखें मुस्लिम महिलाएं: यहां की सरकार जबरन करा रही ये गंदा काम, सामने आई करतूत

उइगर मुस्लिमों पर जोर-जबरदस्ती ज्यादती करने के तमाम आरोपों से चीन की सरकार घिरी रहती है। ऐसे में अब एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है।

Update: 2020-07-01 13:35 GMT

नई दिल्ली। उइगर मुस्लिमों पर जोर-जबरदस्ती ज्यादती करने के तमाम आरोपों से चीन की सरकार घिरी रहती है। ऐसे में अब एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। खबर की इस रिपोर्ट के अनुसार, मुसलमानों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए अब वहां चीनी सरकार औरतों की नसबंदी करवा रही है। ये नसबंदी सिर्फ उइगर मुसलमान महिलाओं की करवाई जा रही है।

ये भी पढ़ें... पतंजलि पर बड़ा ऐलान: रामदेव की दवा पर आया ये फैसला, अब शुरू काम

चीन पर गंभीर आरोप

सामने आई इस रिपोर्ट के अनुसार, शिनजियांग प्रांत में रहने वाली उइगर मुस्लिम महिलाओं को नसबंदी करवाने और गर्भनिरोधक उपकरणों के इस्तेमाल के लिए बाध्य किया जा रहा है। लेकिन इन सबके चलते चीनी सरकार ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए नकार दिया है।

जानकारी के लिए बता दें कि उइगर मुस्लिमों को बंदीगृह में रखने की वजह से पहले से ही चीन की आलोचना होती रही है। साथ ही कई रिपोर्टों में ये दावा भी किया जा चुका है कि चीन ने रि-एजुकेशन कैम्प के नाम पर लगभग 10 लाख मुस्लिम अल्पसंख्यकों को चीन ने अपनी गिरफ्त में रखा है और उन्हें प्रतााड़ित किया जाता है।

ये भी पढ़ें...हादसे ही हादसे: 24 घंटों में खून से लथपथ हुआ राजस्थान, कई लोगों की मौत

सरकारी हस्तक्षेप बढ़ता जा रहा

फिलहाल जो रिपोर्ट अभी सामने आई है उसके अनुसार साल 2016 के आखिरी महीनों से इन उइगर मुस्लिमों के खिलाफ ज्यादती शुरू हुई जो अब चरम सीमा पर पहुंच चुकी है।

उइगर मुस्लिमों पर सामने आई इस रिपोर्ट में एक उइगर पीड़ित महिला ने बताया कि शिनजियांग में पुलिस कठोर शासन पर उतर आई है और इन लोगों के बच्चे पैदा करने के मामले में सरकारी हस्तक्षेप बढ़ता जा रहा है।

वहीं इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि हाल के सालों में शिनजियांग प्रांत की आबादी में गिरावट देखने को मिली है। सन् 2015 से लेकर 2018 के बीच दो बड़े उइगर आबादी वाले क्षेत्र में बच्चों के जन्म में 84 प्रतिशत तक की कमी देखने को मिली है।

ये भी पढ़ें...20,000 सैनिक उतरे: चीन बढ़ा युद्ध की तरफ, भारत मौर्चा संभालने को तैयार

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News