World Chocolate Day :जुलाई की इस तारीख को मनाया जाता है चॉकलेट डे, जानें कैसे हुई इसकी शुरुआत
World Chocolate Day :विश्व में लगभग सभी देश में 7 जुलाई को चॉकलेट डे मनाया जा रहा जिसमें खपत और प्रकार की बात होती है ।
World Chocolate Day : अभी हाल में ही विज्ञापन (Advertisement) की एक लाइन आपको बहुत अच्छे से याद होगी शुभ काम से पहले कुछ मीठा हो जाए यह कैडबरी चॉकलेट (Cadbury Chocolate) के विज्ञापन की लाइन थी। यह लाइन क्या बच्चे क्या युवा क्या बुजुर्ग सब की जुबान पर था। प्रेम वीक फरवरी में वैलेंटाइन के तीसरे दिन ही चॉकलेट (Chocolate) के माध्यम से हर युवा अपनी प्रीति को खुश करने के लिए वह अपने मन की बात और प्यार का इजहार करने के लिए चॉकलेट का ही सहारा लेता है। जी हां एक बार फरवरी वैलेंटाइन (Valentines Day) के तीसरे दिन चॉकलेट दिवस (World Chocolate Day) होता है तो दूसरा साल के जुलाई माह की 7 तारीख को पूरे विश्व में चॉकलेट दिवस मनाया जाता है। आइए जानते हैं कि चॉकलेट किसको खाना पसंद है? कैसे बनती है? कैसे शुरुआत हुई ?इन सब पर विस्तृत चर्चा करते हैं।
आप सब को याद होगा भारतीय परिवारों में आज भी किसी शुभ कार्य चाहे जन्मदिन हो, यात्रा हो, परीक्षा हो, कहने का अर्थ है किसी भी मंगल कार्य को करने से पहले मीठा मुँह किया जाता है। हमारे समय में दही होता था कई घर में आज भी यही प्रचलन है। समय के साथ समय समय पर मीठा मुँह करने के तरीक़े में बदलाव होता रहा है। दही से मिठाई ,'मिठाई से टॉफी और टॉफी से चॉकलेट माध्यम हुआ । पाश्चात्य व विकसित कहलाने की चाहत में हमने जिव्हा स्वाद में पाश्चात्य प्रभाव से चॉकलेट को दही और मिठाई व टोफ़ी की जगह दिला दी।
विज्ञापन की दुनिया ने मुंह मीठा करना हो या किसी को मनाना हो या प्रेम प्रदर्शन करना हो तो चॉकलेट से बेहतर दूसरा कोई ऑप्शन हो ही नहीं सकता था। यह हमारी सोच को बदल दिया या कहे हमें समझा दिया । मिठाईयां बेशक कुछ को पसंद न हो लेकिन चॉकलेट देखकर आज लोगों को कंट्रोल कर पाना मुश्किल हैं और प्यार को प्राप्त करना आसान है। शायद इसी दीवानगी और दीवानों के लिए चॉकलेट का व्यापार और प्रकार बढ़ाती गयी इसके लगाव को और गति देने के लिए हर साल 7जुलाई को वर्ल्ड चॉकलेट डे (World Chocolate Day) मनाया जाने लगा है।
चॉकलेट डे की शुरुआत
चॉकलेट डे के इतिहास और महत्व के बारे बहुत बातें है। वैसे 1550 यूरोप में पहली बार 7 जुलाई को ये दिन मनाया गया था। चॉकलेट का इस्तेमाल करने वाले में सबसे पहले मैक्सिको और अमेरिका जैसे देश शामिल थे। विश्व में लगभग सभी देश में 7 जुलाई को चॉकलेट डे मनाया जा रहा है जिसमें इसकी खपत और प्रकार की बात होती है ।
चॉकलेट के प्रकार (Types of Chocolate)
आइये हम बात करते हैं अलग-अलग तरह के चॉकलेट्स पर। जिनके बारे में हर किसी को नहीं पता होता। तो आइए जानते हैं जिससे अगली बार जब भी आप खरीदने जाएं तो आपको पता हो। डार्क चॉकलेट ,बेकिंग चॉकलेट, व्हाइट चॉकलेट, मेवा चॉकलेट, फल चॉकलेट, वाइन चॉकलेट , मिल्क आदि यह कुछ प्रकार भारत में चॉकलेट का चलन है। इसमें भी मिल्क चॉकलेट ये सबसे पॉपुलर और भारतीय बच्चों की फेवरेट में से एक है। हल्के ब्राउन कलर, क्रीमी टेक्सचर और मिठास लिए हुए इस चॉकलेट को खासतौर से खाने के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है। इसमें दस से चालीस परसेंट तक कोकोआ होता है जो चीनी और दूध से बना होता है।
विदेशी की तरह भारतीय चॉकलेट के नशे की तरह दीवानगी है। एक ख़ास बात है महिलाओं को इसकी गन्ध स्वाद एक मानसिक और आत्मिक सुख देती है। वैसे पूरे साल इसकी बिक्री होती परंतु बिक्री तोहार ओर प्रेम का सप्ताह वेलेंटिन जो फ़रवरी में होता है बढ़ जाती है । इन दिनो चॉकलेट गरीब से अमीर तक चॉकलेट के माध्यम से अपना प्यार परर्दिशत करता है ।आज विश्व में तक़रीबन 200 तरीक़े की चॉकलेट बाज़ार में उपलब्ध हैं। अब तो चॉकलेट की डिजाइन के कोर्स भी होने लगे हैं।
कई देश में चॉकलेट डे अलग अलग दिन मनाया जाता है जैसे युनाइटेड स्टेट में 28 अक्टुबर को देशी चॉकलेट डे, u s national confectioners Asso, 13 सितम्बर को चॉकलेट डे International चॉकलेट डे के रूप में14 फ़रवरी को वेस्ट आफ़्रिका का घना जो दूसरा सब से बड़ा कोकोआ का निर्माता है,11 जुलाई को लातविया विश्व चॉकलेट डे। इसी प्रकार बित्तेरस्वीट चॉकलेट डे 10 जनवरी ,मिल्क चॉकलेट डे 28 जुलाई, सफ़ेद चॉकलेट डे 22 सितम्बर ,प्रेम चॉकलेट डे बताने की ज़रूरत नहीं है। अमेरिका के जंगल में चॉकलेट के पेड़ की फलियाों में जो बीज होते हैं उन्हीं के इस्तेमाल से चॉकलेट को बनाया गया था।
किसी समय पर विदेशी कंपनियों का चॉकलेट के उत्पादन में दबदबा था परंतु आज जिस तेजी से चॉकलेट की मांग बढ़ी है उसी तेजी से भारत में भी ना केवल इसकी बिक्री बढ़ी है बल्कि घरेलू उत्पादन से लेकर मल्टीनैशनल्स को टक्कर देने तक की इंडस्ट्रीज तैयार है। आज हर शहर में कम से कम 10 -12 महिलाएं अपने अपने ब्रांड में अपने अपने फ़िलेवर में चॉकलेट बनाकर ना केवल घरेलू मांग को पूरा कर रही हैं बल्कि अपने प्रोडक्ट को विदेशों तक निर्यात कर रही है।
वर्ल्ड चॉकलेट डे (फोटो - सोशल मीडिया)आज भारत में शादी के कार्ड के साथ या किसी अन्य मंगल कार्य में कार्ड के साथ या उत्सव के बाद मिठाई के के रूप में अब सभी भारतीय किसी भी धर्म के हो या जन्मदिवस व वैवाहिक जन्मदिवस में चॉकलेट के वितरण प्रथा ने इसके व्यापार में उत्पादन में चार चांद लगा दिए हैं। आज भारतीय चॉकलेट का उत्पादन भी किसी भी विदेशी कंपनी से कमतर नहीं है। विदेशी कंपनियों की पैकिंग को भी भारतीयों ने भी अपनी पैकिंग के बूते अपने उत्पादन को बाजार में उतार दिया है।
अक्सर हम दांतो के डॉक्टर या अन फिजिशियन से यह कहते हुए सुनते हैं कि ज्यादा चॉकलेट खाने से दांतों को व अन्य प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है परंतु इसके साथ दूसरा पहलू यह भी है कि चॉकलेट ऐसा एनर्जी खाद्यान्न है जिसके खाने के बाद आदमी को शरीर में डलनेस का एहसास नहीं होता है। यह एनर्जी से भरपूर होती है इसलिए चॉकलेट का सेवन अगर हम एक सीमित मात्रा में करेंगे तो यह हमें स्फूर्ति देने वाला और स्वास्थ्यवर्धक होगा।
सभी चॉकलेट निर्माताओं को उपभोक्ताओं को और विक्रेताओं को सभी चॉकलेट निर्माताओं और विक्रेताओं को उपभोक्ता ने एक बहुत बड़ी बिक्री और व्यापार का साधन उपलब्ध कराया है। इसीलिए सभी उपभोक्ता विक्रेता और निर्माताओं को आज चॉकलेट दिवस की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं और कुछ अच्छे के लिए फिर एक बार कहेंगे कुछ मीठा हो जाए।