Atiq Ahmad: मुस्लिमों की अलग बस्ती बसाना चाहता था अतीक, शुरू भी हो गया था कंस्ट्रक्शन का काम!

Atiq Ahmad: माफिया अतीक अहमद प्रयागराज की करैली में अलग ही मुस्लिम बस्ती बसाना चाहता था, ताकि गिरोह के शूटर्स के लिए सुरक्षित कवच बनाया जा सके। इसके लिए अतीक के गैंग ने काम भी शुरू कर दिया था।

Hariom Dwivedi
Published on: 20 April 2023 7:20 PM GMT (Updated on: 20 April 2023 6:34 AM GMT)
Atiq Ahmad: मुस्लिमों की अलग बस्ती बसाना चाहता था अतीक, शुरू भी हो गया था कंस्ट्रक्शन का काम!
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माफिया अतीक अहमद को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है।

Atiq Ahmad: अतीक अहमद, उत्तर प्रदेश का नंबर वन माफिया। प्रयागराज सहित पूर्वांचल के कई जिलों में चार दशक तक उसका खौफ रहा। 19 अप्रैल को तीन शूटर्स ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर अतीक और उसके भाई अरशद को मौत के घाट उतार दिया। खासकर तब जब वह पुलिस कस्टडी में था। अब अतीक को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह प्रयागराज के करैली इलाके में सिर्फ मुस्लिम बस्ती बसाना चाहता था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी स्पेशल टास्क फोर्स के एक अधिकारी ने बताया कि अतीक करैली इलाके से दूसरे धर्म के लोगों को खदेड़कर वहां सिर्फ मुसलमानों को ही बसाना चाहता था। उसके इस सपने को हकीकत में बदलने के लिए पूरा गैंग काम कर रहा था। यहां जमीनों पर लगातार कब्जा किया जा रहा था। इतना ही नहीं अल्पसंख्यकों के लिए बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का काम भी चल रहा था।

अल्पसंख्यक बस्ती बसाना चाहता था अतीक

यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि माफिया अतीक अहमद ने प्रयागराज के करेली में बड़ी भूमि पर कब्जा कर रखा था। उसका प्लान यहां सिर्फ अल्पसंख्यक बस्ती बसाने का था। ऐसा करने का उसका मकसद अपना दबदबा कायम रखना था। उन्होंने कहा कि यूपी में तमाम माफिया आये और गये लेकिन कभी भी किसी ने ऐसा प्लान नहीं बनाया था।

लगातार कब्जा रहा था जमीन

अमिताभ यश के मुताबिक, करेली के पास अतीक एक अलग बस्ती बनाना चाहता था जिसमें सिर्फ अल्पसंख्यक ही रहते। इसके लिए उसने बड़ी संख्या में गरीबों और कमजोर लोगों की जमीन पर कब्जा कर लिया था। अतीक का मकसद एक खास समुदाय को बसाकर अपने प्रभाव और दबदबे में और इजाफा करना था। लेकिन यूपी एसटीएफ ने उसकी मंसूबों पर पानी फेर दिया।

गैंग का सरगना बनना चाहता था असद

यूपी एसटीएफ के एडीजी ने बताया कि अतीक का बेटा असद गैंग का लीडर बनना चाहता था। उमेश पाल हत्याकांड से पहले उस पर सिर्फ एक ही मुकदमा दर्ज था। हालांकि, जिस तरह से उसने दिन-दहाड़े उमेश पाल की हत्याकांड को अंजाम दिया, उससे साफ हो जाता है कि वह अब तक अभ्यस्त शूटर बन चुका था। एसटीएफ से मुठभेड़ के दौरान भी उसने पुलिस पर बेखौफ होकर फायरिंग की थी।

ड्रग्स केस में अतीक ने करवाई थी उमेश की जमानत

उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपियों में शामिल गुड्डू मुस्लिम को लेकर अमिताभ यश ने बताया कि 1999 में ड्रग्स के मामले में उसे पकड़ा गया था। मामले में उसे 10 वर्ष की सजा भी हुई थी। उस वक्त अतीक ने उसकी जमानत करवाई थी, वह तभी से अतीक के लिए काम करता था। अफसरों के मुताबिक, गूड्डू पर जितने भी आरोप हैं, उससे कहीं ज्यादा अपराध उसने किये हैं। उमेश पाल के कत्ल के पीछे उसका मकसद गवाहों के मन में खौफ पैदा करना था।

Hariom Dwivedi

Hariom Dwivedi

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