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किसान के बेटे बने अफसरः मैथेमैटिक्स गुरू ने दी उड़ान, NDA में मिली सफलता
रोहतास के एक मध्यमवर्गीय किसान सत्येंद्र सिंह के बेटे विवेक और अमन NDA में सफलता पाकर देश के बड़े पदो पर ऑफिसर बन चुके है।
पटनाः हर उस गुरू को खुशी तब मिलती है जब उसका पढाया बच्चा अफसर बनता है। लेकिन वह खुशी तब कई गुना और बढ़ जाती है, जब वह सफल बच्चा खेतो मे हल चलाने वाले किसान का बेटा हो। रोहतास के किसान के दोनो बेटो मे NDA की प्रवेश परीक्षा पास की। जिसके बाद अब विवेक फ्लाइट लेफ्टिनेंट हैं तो अमन लेफ्टिनेंट ऑफिसर बन चूके हैं।
क्या कहते है फ्लाइट लेफ्टिनेंट ऑफिसर विवेक और लेफ्टिनेंट अमन के पिता
जब भी आसमान में किसी लडाकू विमान को देखता हूं तो ऐसा लगता है कि जैसे मेरा बेटा इस विमान को उड़ा रहा है।यह कहना है उस पिता का जो खुद तो खेत में हल चलाते हैं, लेकिन आज उनका दो बेटे NDA में सफलता पाकर ऑफिसर बन चुके है। बेटे के इस सफलता को देख माता-पिता तथा बिहार के मैथेमैटिक्स गुरू आर के श्रीवास्तव जहां खुशी से झूम उठते हैं। वहीं भारत मां के इन दोनो लाल पर गर्व हो रहा है।
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किसान के दो बेटे ने पाई NDA प्रवेश परीक्षा में सफलता
रोहतास के सूर्यपुरा प्रखंड में पड़रिया नामक एक गांव है और इस गांव के एक मध्यमवर्गीय किसान हैं सत्येंद्र सिंह और माता पूनम देवी एक गृहणी है। उनके बेटे विवेक और अमन NDA में सफलता पाकर देश के बड़े पदो पर ऑफिसर बन चुके है। विवेक बन चूका है फ्लाइट लेफ्टिनेंट तो अमन बन चूका है लेफ्टिनेंट ऑफिसर ।
वर्तमान में विवेक west BENGAL के हासीमारा में फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पद पर कार्यरत है। विवेक ने वर्ष 2013 में NDA प्रवेश परीक्षा में सफलता पाया था, उसका ऑल इंडिया रैंक 21 था। वही अमन वर्ष 2018 में NDA प्रवेश परीक्षा में सफलता पाया। अभी अमन पुणे के खडगवासला में लेफ्टिनेंट के पद पर कार्यरत है।
विवेक बना फ्लाइट लेफ्टिनेंट तो अमन बना लेफ्टिनेंट ऑफिसर
विवेक और अमन बचपन से काफी मेधावी छात्र था। शिक्षक आरके श्रीवास्तव बताते है सिर्फ 2 महीने में 11th, 12th के गणित को कम्पलीट करने की क्षमता इन दोनो में था। छुटीयो में सुबह से शाम तक दिन भर क्लास में बैठकर पढते थे। इनमें काबिलियत ऐसा था की लगातार 10 घंटे भी इन्हें पढाया जाये तो ये थक नही सकते थे।
अफसर बेटों की माता पूनम और पिता सत्येन्द्र की खुशी का ठिकाना नहीं
आरके श्रीवास्तव ने बताया की इनके सफलता का श्रेय इनके मेहनत के साथ इनके माता पिता को जाता है। पिता श्री सत्येन्द्र सिंह और माता श्रीमती पूनम देवी की जितनी प्रशंसा किया जाये वह कम है, विवेक और अमन के माता पिता समाज के लिये रोल मॉडल है। आज आरके श्रीवास्तव ने उन्हें सम्मानित किया और कहा की आप जैसे माता- पिता रास्ट्र गौरव है।
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ग्रामीण परिवेश के किसान के दोनो बेटे देश के प्रतिस्ठित पदो पर पहुँचकर देश सेवा कर रहे ये हम सभी और बिहार के लिये गौरव की बात है। बेटे की सफलता पर पिता सत्येन्द्र सिंह और माता पूनम देवी ने उनके गुरु आरके श्रीवास्तव को 1 रूपया गुरु दक्षिणा भी दिया।
गुरु आके श्रीवास्तव ने बताई विवेक- अमन की सफलता की कहानी
आरके श्रीवास्तव बताते है की कुछ वर्ष पहले ट्रेनिग के बाद जब विवेक घर आया था तो अपने पिता के साथ शैक्षणिक संस्थान बिक्रमगंज आया था। उस समय उसका छोटा भाई अमन क्लास में ही पढ रहा था, विवेक ने आते ही पहले हमें मिठाई खिलाया और पुराने दिनो को याद करने लगा की सर इसी क्लास रुम में बैठकर दिनभर मै और श्रीराम 11th,12th के COUSE के साथ NDA और आईआईटी के MATH पढा करते थे।
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आपको बताते चले की श्रीराम बिक्रमगंज के सब्जी विक्रेता संजय गुप्ता का बेटा है जो अब UP सरकार में SDO बन चूका है। समय बदला प्रस्थितियां बदला तो अब किसान का बेटा विवेक और अमन देश के बड़ो पदो पर पहुँचकर देश सेवा कर रहे है।
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