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Side Effects of Salt: ज्यादा नमक खाने से हो सकती हैं ये बीमारियां, आप भी जानें

Side Effects of Salt: नमक का कम मात्रा में सेवन करना और अपने संपूर्ण सोडियम सेवन के प्रति सचेत रहना महत्वपूर्ण है। जबकि सोडियम शरीर के लिए आवश्यक है, अत्यधिक नमक का सेवन हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकता है।

Preeti Mishra
Published on: 5 Jun 2023 9:37 PM IST
Side Effects of Salt: ज्यादा नमक खाने से हो सकती हैं ये बीमारियां, आप भी जानें
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Side Effects of Salt (Image: Social Media)

Side Effects of Salt: नमक, जिसे रासायनिक रूप से सोडियम क्लोराइड (NaCl) के रूप में जाना जाता है, एक ऐसा पदार्थ है है जिसका उपयोग आमतौर पर विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है। खाना पकाने में नमक एक की महत्ता छुपी नहीं है। यह जायके को बढ़ाता है और मिठास को संतुलित करता है। इसका उपयोग अचार बनाने की प्रक्रिया में भी किया जाता है।

नमक में पोषण (Nutrition in Salt)

नमक में सोडियम होता है, जो विभिन्न शारीरिक कार्यों के लिए एक आवश्यक खनिज है। नमक सोडियम और क्लोराइड आयनों से बना होता है, जो शरीर में आवश्यक इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं। इलेक्ट्रोलाइट द्रव संतुलन को विनियमित करने में मदद करते हैं, उचित जलयोजन बनाए रखते हैं और तंत्रिका और मांसपेशियों के कार्य में सहायता करते हैं।

नमक का कम मात्रा में सेवन करना और अपने संपूर्ण सोडियम सेवन के प्रति सचेत रहना महत्वपूर्ण है। जबकि सोडियम शरीर के लिए आवश्यक है, अत्यधिक नमक का सेवन हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकता है। सोडियम सेवन को सीमित करने और जब संभव हो तो कम सोडियम विकल्प चुनने की सिफारिश की जाती है।

नमक के साइड इफेक्ट्स (Side Effects of Salt)

जबकि नमक हमारे शरीर के लिए एक आवश्यक खनिज है, नमक के अत्यधिक सेवन से कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं। अधिक नमक के सेवन से जुड़े कुछ संभावित दुष्प्रभाव यहां दिए गए हैं:

हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure): बहुत अधिक नमक का सेवन हाई ब्लड प्रेशर में योगदान कर सकता है। अत्यधिक सोडियम सेवन शरीर को पानी बनाए रखने का कारण बन सकता है, जिससे रक्त की मात्रा बढ़ जाती है और रक्त वाहिकाओं पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।

द्रव प्रतिधारण और सूजन (Fluid retention and bloating): उच्च नमक का सेवन शरीर में द्रव प्रतिधारण का कारण बन सकता है, जिससे सूजन हो सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सोडियम पानी को आकर्षित करता है और शरीर में तरल पदार्थों के संतुलन को बाधित कर सकता है।

गुर्दे की समस्याएं (Kidney problems): समय के साथ, एक उच्च सोडियम आहार गुर्दे पर दबाव डाल सकता है। गुर्दे शरीर के द्रव संतुलन को विनियमित करने और अपशिष्ट उत्पादों को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अत्यधिक नमक का सेवन गुर्दे की पथरी और गुर्दे से संबंधित अन्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकता है।

हृदय रोगों का बढ़ता जोखिम (Increased risk of cardiovascular diseases): उच्च नमक का सेवन, विशेष रूप से उच्च रक्तचाप वाले व्यक्तियों में, हृदय रोग, स्ट्रोक और अन्य हृदय संबंधी समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकता है। अत्यधिक सोडियम खपत धमनियों को सख्त और संकुचित करने में योगदान दे सकती है।

ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा (Osteoporosis risk): कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि उच्च सोडियम सेवन से मूत्र के माध्यम से कैल्शियम का उत्सर्जन बढ़ सकता है, जिससे समय के साथ हड्डियों का घनत्व कम हो सकता है। यह ऑस्टियोपोरोसिस या कमजोर हड्डियों के विकास में योगदान दे सकता है।

गैस्ट्रिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव (Negative impact on gastric health): अत्यधिक नमक का सेवन पेट की परत को परेशान कर सकता है और गैस्ट्रिक अल्सर के जोखिम को बढ़ा सकता है, विशेष रूप से मौजूदा पाचन स्थितियों वाले व्यक्तियों में।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि नमक के दुष्प्रभाव आमतौर पर लंबी अवधि में अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से जुड़े होते हैं। संयम और संतुलित आहार प्रमुख हैं। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन अधिकांश वयस्कों के लिए प्रति दिन 1,500 मिलीग्राम की आदर्श सीमा के साथ प्रति दिन 2,300 मिलीग्राम (मिलीग्राम) से अधिक सोडियम सेवन को सीमित करने की सिफारिश करता है।



Preeti Mishra

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