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बेहद जरूरी ये जानना: 3 जोन में कितने प्रतिशत है आबादी, क्या हुआ बदलाव

पूरे देश को तीन जोन (रेड, ऑरेंज और ग्रीन) में बांटा गया है। इन जोन के मुताबिक ही लोगों को छूट और बंदिशे दी गई हैं। देश में कुल 736 जिले हैं, जिनमें से 130 जिले रेड जोन में हैं, जहां पर 2011 की जनगणना के मुताबिक देश की लगभग 33 फीसदी आबादी रहती है।

Shreya
Published on: 2 May 2020 6:57 AM GMT
बेहद जरूरी ये जानना: 3 जोन में कितने प्रतिशत है आबादी, क्या हुआ बदलाव
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नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए एक बार फिर से लॉकडाउन की अवधि दो हफ्तों तक बढ़ा दिया गया है। साथ ही पूरे देश को तीन जोन (रेड, ऑरेंज और ग्रीन) में बांटा गया है। इन जोन के मुताबिक़, छूट और बंदिशे तय की गई।

रेड जोन में रहती है 33 फीसदी आबादी

देश में कुल 736 जिले हैं, जिनमें से 130 जिले रेड जोन में हैं, जहां पर 2011 की जनगणना के मुताबिक देश की लगभग 33 फीसदी आबादी रहती है। वहीं 284 जिले ऑरेंज जोन में हैं, जहां पर लगभग 43 फीसीद आबादी रहती है। जबकि 319 जिले ग्रीन जोन में रखे गए हैं, जहां 44 प्रतिशत आबादी निवास करती है।

रेड जोन में डाले गए जिलों में महाराष्ट्र की 17 फीसदी आबादी, उत्तर प्रदेश की 16 प्रतिशत और पश्चिम बंगाल की 12 फीसदी आबादी रहती है। संशोधित दिशा-निर्देशों के मुताबिक, ग्रीन जोन ऐसे जिले/इलाके हैं, जहां पर पिछले 21 दिनों में कोरोना का कोई भी नया मामना सामने नहीं आया है। बता दें कि पहले यह समय सीमा 28 दिनों तक रखी गई थी।

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किस आधार पर बंटे हैं जोन

बता दें कि रेड जोन को कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या, पुष्टि किए गए मामलों की दोहरीकरण दर, परीक्षण और निगरानी प्रतिक्रिया के आधार पर परिभाषित किया गया है। नए वर्गीकरण के मुताबिक, कुछ जिलों में पिछले 14 दिनों से कोरोना के एक भी मामले सामने नहीं आए हैं, उनको भी अभी रेड जोन की लिस्ट में शामिल किया गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने शुक्रवार को कहा कि पहले इन वर्गीकरणों को लेकर हमारे पास सिर्फ दो मानदंड (criteria) ही थे- कोरोना के कुल मामले और दोहरीकरण दर। लेकिन जैसे-जैसे मामले बढ़े, रिकवर रेट में बदलाव आया, नमूने लेने की आवश्यकता बढ़ी हमने मानदंडों (criteria) में बदलाव किया। वहीं लॉकडाउन के तीसरे फेज में रेड जोन में कोई छूट नहीं दी जायेगी।

रेड जोन में कोई छूट नहीं :

-लॉकडाउन के तीसरे फेज में रेड जोन में कोई छूट नहीं दी जायेगी।

-ऑटो, टैक्सी, रिक्शा और बसों पर रोक जारी रहेगी।

-रेड जोन में कंटन्मेंट जोन को छोड़कर सभी तरह की सुबह 7 बजे से शाम के 7 बजे तक दुकानें खुली रहेंगी लेकिन मॉल बंद रहेंगे।

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ऑरेंज जोन में ये बंदिशे

-ऑरेंज जोन में टैक्सी ड्राइवर के साथ एक यात्री को मंजूरी दी गई है।

-65 साल से उम्र के लोगों को बाहर निकलने पर रोक है।

-10 साल के कम उम्र के बच्चों को बाहर निकलने पर अभी भी रोक है।

-गर्भवती महिलाओं के घर से बाहर निकलने पर रोक है।

-इलाज के लिए बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं को घर से बाहर निकलने की अनुमति है।

-फसल की कटाई समेत कुछ गतिविधियों की छूट रहेगी। हालाँकि मजदूर उसी इलाके के ही काम पर लगाए जा सकेंगे। बाहर के इलाकों से मजदूरों के बाने पर पाबंदी रहेगी।

ग्रीन जोन में छूट

-ग्रीन जोन में शर्तों के साथ बसें चलेंगी। बस में क्षमता से आधी सवारी को ले जाने की अनुमति होगी।

-छोटे और मझोले उद्योग धंधे अपना काम शुरू कर पाएंगे।

-हालांकि, काम शुरू करने वाले उद्योगों को कर्मचारियों की रहने की व्यवस्था परिसर में ही करनी होगी।

-वहीं, लोग अपने जरूरी कामों के लिए बाहर निकल सकेंगे। इन इलाकों के लोग अपने क्षेत्र में घूम सकेंगे लेकिन बाहर के लोग अंदर नहीं आएंगे।

-सिनेमा मॉल, जिम, क्लब 17 मई तक बंद रहेंगे।

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राज्यवार, जाने किस जोन में हैं आप

-यूपी: 19 जिले रेड जोन, 36 ऑरेंज जोन और 20 ग्रीन जोन में हैं।

-तमिलनाडु: 12 जिले रेड जोन, 24 ऑरेंज और एक ग्रीन जोन में हैं।

-महाराष्‍ट्र: 14 जिले रेड जोन, 16 ऑरेंज जोन और 6 ग्रीन जोन में शामिल हैं।

-दिल्लीः 11 जिलों को रेड जोन घोषित किया गया है।

-पश्चिम बंगालः 10 जिले रेड जोन, 5 ऑरेंज और 8 ग्रीन जोन में हैं।

-गुजरात: 9 जिले रेड जोन, 19 ऑरेंज जोन और 5 ग्रीन जोन में हैं।

-मध्‍य प्रदेश: 9 जिले रेड जोन, 19 ऑरेंज जोन और 24 ग्रीन जोन में हैं।

-राजस्‍थान: आठ रेड, 19 ऑरेंज और छह जिले ग्रीन जोन में हैं।

-तेलंगाना: छह जिले रेड, 18 ऑरेंज और 9 ग्रीन जोन में हैं।

-आंध्र प्रदेशः 5 जिले रेड जोन, 7 ऑरेंज जोन और 1 ग्रीन जोन में है।

ग्रीन जोन में आने के लिए क्या करें आप

किसी भी क्षेत्र को ग्रीन जोन में तभी रखा जाता है, जब वहां कोविड-19 का कोई मामला सामने न आये। ऐसे में कोई मामला सामने ना आने पर उस क्षेत्र को ग्रीन जोन घोषित कर दिया जाएगा और कई छूट मिल सकेंगी। अगर आपका क्षेत्र रेड या ऑरेंज जोन में आता है तो क्रमश: 28 और 14 दिन तक कोई नया मामला सामने ना आने के बाद क्षेत्र ग्रीन जोन में आ सकता है।

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