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कोरोना काल में हवाई यात्रा करना क्यों हैं ज्यादा सुरक्षित, यहां जानें

कोरोना काल में हवाई यात्रा करने वाले लोगों के लिए राहत की खबर आई है। जो लोग किसी कारण से हवाई यात्रा करने से घबरा रहे हैं या अपनी यात्रा कैंसिल कर रहे हैं। उन्हें ये खबर तो जरूर पढ़नी चाहिए।

Newstrack
Published on: 22 Aug 2020 5:57 AM GMT
कोरोना काल में हवाई यात्रा करना क्यों हैं ज्यादा सुरक्षित, यहां जानें
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हवाई जहाज की फाइल फोटो

नई दिल्ली: कोरोना काल में हवाई यात्रा करने वाले लोगों के लिए राहत की खबर आई है। जो लोग किसी कारण से हवाई यात्रा करने से घबरा रहे हैं या अपनी यात्रा कैंसिल कर रहे हैं। उन्हें ये खबर तो जरूर पढ़नी चाहिए।

एक स्टडी में इस बात की पुष्टि हुई है कि विमान में कोरोना का संक्रमण फैल सकता है, लेकिन इसका ट्रांसमिशन रेट पहले के मुकाबले कम है। इसे ऐसे भी समझा सकता है कि कोरोना काल में अन्य यात्राओं की तुलना में हवाई यात्रा करना ज्यादा सुरक्षित है।

कोरोना वायरस की जांच करते स्वास्थ्यकर्मी की फाइल फोटो कोरोना वायरस की जांच करते स्वास्थ्यकर्मी की फाइल फोटो

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9 मार्च को 7 हवाई यात्राई मिले थे कोरोना पाजिटिव

दरअसल 9 मार्च के दिन तेलअवीव-फ्रैंकफर्ट की फ्लाइट में सात लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। फ्लाइट के दौरान ही चार लोगों में इसके लक्षण थे और किसी भी यात्री ने मास्क नहीं लगाया हुआ था।

कोरोना को लेकर किये गये ताजा अध्ययन में ये पता चला है कि बंद जगह यानी इनडोर स्पेस कोविड -19 के प्रसार के लिए एक चिंताजनक हैं। ये वायरस एरोसोल के रूप में विचरण कर हैं। अमूमन लोगों के बोलने के दौरान उनके शरीर में कई बहुत ही छोटे कण प्रवेश कर जाते हैं। किसी व्यक्ति को खांसी या छींक आने पर इनकी तादाद और भी ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसी परिस्थितियों में विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि लंबी उड़ान रिस्की हो सकती है।

स्टडी में कहा गया कि सात संक्रमित हवाई यात्री उड़ान से एक सप्ताह पहले होटल से इसकी चपेट में आए होंगे। डेस्टिनेशन एयरपोर्ट पर हमने टूरिस्ट ग्रुप का मेडिकल इवैल्यूएशन किया जिसमें स्वैब नमूनेसे Sars-CoV2 का परीक्षण किया गया था।

कोरोना की जांच करते स्वास्थ्यकर्मी की फाइल फोटो कोरोना वायरस की जांच करते स्वास्थ्यकर्मी की फाइल फोटो

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इस पर रिसर्च कर रहे लोगों की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि छत से फर्श तक और सामने से पीछे तक केबिन में एयरफ्लो धीमा हो सकता है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यात्रियों के फेसमास्क पहनने से इसके संक्रमण के चपेट में आने के चांसेज कम हो जाते है।

स्टडी में शामिल प्रोफेसर सैंड्रा सिसेक ने कहा कि 'यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हवाई यात्रा में कोविड का संक्रमण फैल सकता है। इसका ट्रांसमिशन रोकने के लिए मास्क पहनने जैसे नियमों का पालन जरूरी है।

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