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अमित शाह का खुलासा : 370 पर टूट गयी थी हिम्मत, फिर इन्होने बढ़ाया हौसला

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करने वाले बिल को राज्यसभा में पेश करने के दौरान अमित शाह के मन मेें डर था। उनके मन में डर राज्यसभा को लेकर था। चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि इस बिल को पेश करते समय मेरे मन में ये आशंका थी।

Vidushi Mishra
Published on: 11 Aug 2019 1:18 PM IST
अमित शाह का खुलासा : 370 पर टूट गयी थी हिम्मत, फिर इन्होने बढ़ाया हौसला
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नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करने वाले बिल को राज्यसभा में पेश करने के दौरान अमित शाह के मन मेें डर था। उनके मन में डर राज्यसभा को लेकर था। चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि इस बिल को पेश करते समय मेरे मन में ये आशंका थी कि जब वे इस बिल को राज्यसभा में पेश करेंगे तो राज्यसभा कैसे चलेगी?

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अमित शाह को इसकी थी आशंका

अमित शाह ने वेंकैया नायडू (चेन्नई में राज्यसभा के सभापति) की जिंदगी पर एक किताब "Listening, Learning and Leading" का विमोचन करते हुए कहा, "आंध्र के विभाजन का दृश्य आज भी देश की जनता के सामने है। मुझे मन में थोड़ा आशंका थी कि कहीं ऐसे दृश्य का हिस्सेदार मैं भी तो नहीं बनूंगा। यही भाव के साथ। यही डर के साथ मैं राज्यसभा में खड़ा हुआ।

आगे अमित शाह ने कहा- वेंकैया नायडू जी की कुशलता का ही परिणाम है कि सभी विपक्ष के मित्रों को सुनते-सुनते इस बिल को डिवीजन तक कहीं भी कोई ऐसा दृश्य खड़ा नहीं हुआ जिसके कारण देश की जनता को ये लगे कि उच्च सदन की गरिमा नीचे आई है।"

आपकों बता दें, इससे पहले भी अमित शाह ने कहा कि राज्यसभा में हमारा पूर्ण बहुमत नहीं है, फिर भी मैंने तय किया था कि बिल पहले हम राज्यसभा में लेकर जाएंगे, उसके बाद लोकसभा में लेकर जाएंगे।

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केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ये विधि का ही विधान है जो बाल वेंकैया नायडू ने अनुच्छेद 370 के खिलाफ आंदोलन किया था और जब अनुच्छेद 370 हटाने का प्रस्ताव आया, तब वेंकैया जी राज्यसभा के चेयरमैन होने के नाते उसकी अध्यक्षता कर रहे थे। तभी एक साम्यवादी प्रोफेसर ने पूछा कि आपने कश्मीर कभी देखा है क्या? कश्मीर नहीं देखा है तो आंदोलन क्यों करते हो?

इस पर वेंकैया नायडू जी ने उत्तर दिया कि एक आंख दूसरी आंख को दिखाई नहीं देती, लेकिन एक आंख में अगर दर्द होता है तो दूसरी आंख को भी तुरंत महसूस होता है।

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