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खतरे में अस्तित्व: दुर्लभ जनजाति विलुप्ति के कगार पर, जानें कैसे पहुंचा कोरोना

अंडमान निकोबार की ग्रेट अंडमानी जनजाति। इस जनजाति के 10 लोग कोरोना की चपेट में है। आधिकारिक तौर पर  इसकी सूचना देते हुए कहा गया कि द्वीप समूह पर इस जनजाति की आबादी बेहद कम है। संक्रमितों में से दो को अस्पताल में भर्ती किया गया है जबकि बाकी को केयर सेंटरों में रखा गया है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 30 Aug 2020 6:08 PM IST
खतरे में अस्तित्व: दुर्लभ जनजाति विलुप्ति के कगार पर, जानें कैसे पहुंचा कोरोना
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अंडमान निकोबार की ग्रेट अंडमानी जनजाति। इस जनजाति के 10 लोग कोरोना की चपेट में है। द्वीप समूह पर इस जनजाति की आबादी बेहद कम है।

पोर्ट ब्लेयर: कोरोना की वजह से पूरी दुनिया में उथल-पुथल मच गया है। कई लोगों के जान जा चुकी है और की मौत की कगार पर है। कुछ ठीक भी हो गए है। लेकिन इस कोरोना की वजह से सबसे बुरा असर जिस जनजाति पर पड़ा है अब उसके अस्तित्व पर सवाल खड़ा हो गया है।

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andaman file फाइल

आबादी बेहद कम

ये जनजाति है अंडमान निकोबार की ग्रेट अंडमानी जनजाति। इस जनजाति के 10 लोग कोरोना की चपेट में है। आधिकारिक तौर पर इसकी सूचना देते हुए कहा गया कि द्वीप समूह पर इस जनजाति की आबादी बेहद कम है। संक्रमितों में से दो को अस्पताल में भर्ती किया गया है जबकि बाकी को केयर सेंटरों में रखा गया है।

andaman file फाइल फोटो

ग्रेट अंडमानी जनजाति के 4 लोगों को संक्रमण

कोरोना संक्रमण के बाद हाल में पोर्ट ब्लेयर से 5 लोगों को स्वास्थ्य अथॉरिटी वाले स्ट्रेट आईलैंड भेजा गया। स्वास्थ्य विभाग के नोडल अफसर ने कहा कि 37 सैंपल लिये गए थे, जिनमें से ग्रेट अंडमानी जनजाति के 4 लोगों को संक्रमित मिले। इससे पहले, पिछले महीने इस जनजाति के छह और लोगों को संक्रमित पाया गया था, जो शहर में काम कर रहे थे।

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जनजाति के 50 लोग बचें

उन्होंने यह भी कहा कि इस जनजाति के काफी लोग पोर्ट ब्लेयर से द्वीप के बीच यात्रा करते रहते हैं। इस यात्रा के दौरान ये लोग संक्रमित हुए हों। कुछ संक्रमितों को अस्पतालों और कुछ को घरों में रखा गया है। अधिकारी ये भी कह रहे हैं कि इस जनजाति के सिर्फ 50 लोग ही बचे हैं। यानी यह दुर्लभ जनजाति है, ​जो विलुप्त होने की कगार पर है।

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andaman file फाइल फोटो

अब तक इतन केस

पूरे द्वीप समूह में कोरोना वायरस के 3018 से ज़्यादा केस सामने आ चुके हैं, जिनमें से 2375 से ज़्यादा रिकवर हो चुके हैं। केंद्रशासित प्रदेश में अब तक कोविड 19 से 42 मरीज़ों की मौत हुई है और फिलहाल 600 से ज़्यादा कन्फर्म केस हैं। ऐसे में, लुप्त हो रही जनजाति में संक्रमण फैलना चिंताजनक है। अगर कोरोना की रफ्तार नहीं थमी तो शायद इन जनजातियों का भविष्य खतरे में हो।



Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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