चीन का नया वार: भारतीय मजदूरों पर निकाला गुस्सा, आखिर क्यों किया ऐसा

सोमवार को लद्दाख में गलवान घाटी के पास चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में हमारे भारतीय सेना के 20 जवानों के शहीद होने से देश में आक्रोश का माहौल है।

Shreya
Published on: 18 Jun 2020 11:05 AM GMT
चीन का नया वार: भारतीय मजदूरों पर निकाला गुस्सा, आखिर क्यों किया ऐसा
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नई दिल्ली: सोमवार को लद्दाख में गलवान घाटी के पास चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में हमारे भारतीय सेना के 20 जवानों के शहीद होने से देश में आक्रोश का माहौल है। इन सबके बीच एक बड़ी खबर सामने आई है कि मध्यप्रदेश के बालाघाट में एक चीनी कंपनी ने 62 भारतीय मजदूरों का काम से निकाल दिया है। इसके लिए कंपनी ने कोरोना का बहाना बनाया है।

चाइना कोल CC3 ने भारतीय मजदूरों को काम से निकाला

मध्यप्रदेश के बालाघाट में भारत सरकार के उपक्रम मैंगनीज ओरे इंडिया लिमिटेड (MOIL) में कार्यरत चीनी कंपनी चाइना कोल CC3 ने 62 भारतीय मजदूरों का काम से निकाल दिया है। ये सभी मजदूर पिछले एक साल से कंपनी के लिए अंडर ग्राउंड शाफ्ट निर्माण कार्य में लगे थे। लेकिन लॉकडाउन के दौरान काम बंद पड़ा था। इसके बाद कंपनी ने एक हफ्ते पहले दोबार काम शुरू किया, लेकिन सभी भारतीय मजदूरों को कोरोना संक्रमण के बहाने काम से निकाल दिया।

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श्रमिकों ने कलेक्टर से लगाई इंसाफ की गुहार

इस मामले का खुलासा तब हुआ जब बेरोजगार मजदूर कलेक्टर के पास काम मांगने के लिए पहुंचे। श्रमिकों ने कलेक्टर से इंसाफ की मांग की है। इस मामले की पुष्टि कलेक्टर दीपक आर्य ने किया है। उन्होंने इस दौरान कहा कि मजदूरों को काम से क्यों निकाला जा रहा है, इस पर मॉयल लिमिटेड के प्रंबधन बातचीत कर हल निकाला जाएगा। दीपक ने कहा कि मजदूरों ने चीनी कंपनी में ज्ञापन सौंपा है।

दर-दर भटकने को मजबूर हैं मजदूर

उनका आरोप है कि चीनी कंपनी ने काम फिर से शुरू करने के बावजूद भी इन श्रमिकों को काम से निकाल दिया। वहीं काम से निकाले गए मजदूरों का कहना है कि वह लोग पिछले एक साल से इस कंपनी में निर्माण कार्य कर रहे थे। लेकिन कंपनी ने सभी भारतीय मजदूरों को काम से बाहरर निकाल दिया। जिसके बाद बेराजगार मजदूर दर-दर भटक रहे हैं।

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कंपनी ने वापस लेने से किया इनकार

इनमें से एक मजदूर ने बताया कि वो कंपनी में मजदूरी का काम करते हैं। लॉकडाउन के बाद भारतीय मजदूरों को काम से निकाल दिया गया। इस मामले में जब प्रबंधन से बात की, फिर भी कंपनी दोबारा काम पर नहीं रख रही है। उनका कहना है कि हमें ऊपर से ऑर्डर है कि किसी भी भारतीय से काम ना कराया जाए।

मॉयल ने मजदूरों को वापस लेने की कही बात

भारत सरकार की मिनी रत्न कंपनी मॉयल के प्रबंधन ने भी कंपनी से मजदूरों को वापस रखने की बात कही थी। लेकिन कंपनी भारतीय मजदूरों को वापस लेने के लिए तैयार नहीं हो रही। कोरोना के बहाने से श्रमिकों को निकाल दिया गया। मॉयल प्रबंधन ने भारतीय मजदूरों को किसी दूसरी कंपनी में काम दिलाने की बात कही है।

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मुआवजा दिलाने की कही जा रही बात

वहीं डीजीएम मॉयल वी के परिधा का कहना है कि कोरोना के चलते भारतीय मजदूरों को वापस नहीं लिया जा रहा। इन श्रमिकों को हमने पांच हजार मुआवजा दिलाने की बात कही है। चीनी कंपनी का कहना है कि भारत में कोरोना फैल रहा है, इसलिए फिलहाल इन भारतीय मजदूरों को काम नहीं दे सकते हैं। तब तक इन्हें किसी अन्य कंपनी में काम दिलवाने की कोशिश कर रहे हैं। कंपनी फिलहाल केवल चीनी मजदूरों के साथ ही काम कर रही है।

अब हम इंडिया वालों के साथ काम नहीं कर सकते

वहीं मजदूरों का कहना है कि मॉयल का प्रबंधन की तरफ से भले ही मजदूरों को मुआवजा और काम दिलाने की बात की जा रही है। लेकिन ना तो मजदूरों को लॉकडाउन के दौरान कोई भुगतान किया गया और ना ही चीनी कंपनी श्रमिकों को काम पर रख रही है। मजदूर का कहना है कि लॉकडाउन के चलते पहले से ही रोजी-रोटी बंद थी। हमारी स्थिति बहुत खराब है। हम चीनी कंपनी में काम करते थे। अब हम इंडिया वालों के साथ काम नहीं कर सकते हैं।

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कंपनी के प्रतिनिधी साधे हुए हैं चुप्पी

वहीं बालाघाट के कलेक्टर ने मॉयल प्रबंधन को श्रमिकों को जल्द से जल्द चीनी कंपनी में काम दिलवाने को कहा है। साथ ही चीनी कंपनी पर ये दबाव भी बनाया जा रहा है कि सभी श्रमिकों को फिर से काम पर लिया जाए। वहीं दूसरी ओर चीनी कंपनी के प्रतिनिधियों की तरफ से इस मामले में कुछ भी बयान जारी नहीं किया गया है।

उन्होंने पूरे मामले में चुप्पी साध रखी है। भारत सरकार के उपक्रम मैंगनीज ओरे इंडिया लिमिटेड (MOIL) में कार्यरत चीनी कंपनी चाइना कोल CC3 250 करोड़ की लागत से काम कर रही है। यह कंपनी यहां पिछले साल से अंडर ग्राउंड शाफ्ट निर्माण कार्य कर रही है। काम की शुरूआत से ही इस काम में 40 चीनी लोग और 62 भारतीय मजदूर शामिल थे।

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