×

बैंक का बड़ा ऐलान: अब देगा पैसा, छोटे कारोबारियों को मिली राहत

राहत देने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा ने तो छोटे कारोबारियों के लिए स्पेशल कोविड इमरजेंसी क्रेडिट की शुरुआत भी कर दी है। इसके कार्य के चलते कोरोना से निपटने के लिए एमएसएमई को ज्यादा नकदी देने का प्लान है।

Vidushi Mishra
Published on: 2 May 2020 2:30 PM IST
बैंक का बड़ा ऐलान: अब देगा पैसा, छोटे कारोबारियों को मिली राहत
X
बैंक का बड़ा ऐलान: अब देगा पैसा, छोटे कारोबारियों को मिली राहत

नई दिल्ली। लॉकडाउन के दौरान परेशानी दूर करने के लिए एमएसएमई यानी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम

सेक्टर को लोन रिस्ट्रक्चरिंग, क्रेडिट लिमिट में बढ़ोतरी और ब्याज पेमेंट के लिए मोरटोरियम जैसी राहत की सुविधाएं मिल सकती हैं। फाइनेंस मिनिस्टरी के निर्देश पर बैंकों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। वहीं राहत देने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा ने तो छोटे कारोबारियों के लिए स्पेशल कोविड इमरजेंसी क्रेडिट की शुरुआत भी कर दी है। इसके कार्य के चलते कोरोना से निपटने के लिए एमएसएमई को ज्यादा नकदी देने का प्लान है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने सभी 49 हजार सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम ग्राहकों से संपर्क करना शुरू कर दिया है। जिससे जल्द से जल्द उन्हें राहत मिल सके।

ये भी पढ़ें...CM योगी का ऐलान: मजदूरों व श्रमिकों के लिए खुशखबरी, शीघ्र बनेगी कार्ययोजना

क्रेडिट लिमिट में बढ़ोतरी का भी प्लान

राहत देने के इस प्लान में बैंक ऑफ बड़ौदा की स्पेशल कोविड इमरजेंसी क्रेडिट स्कीम में छोटे कारोबारियों को लोन रिस्ट्रक्चरिंग का फायदा मिल पाएगा। इसमें कंपनियों की क्रेडिट लिमिट में बढ़ोतरी का भी प्लान है। बैंक की ब्याज पेमेंट के लिए मोरटोरियम देने की भी तैयारी है।

जानते है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन से देश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम पर बहुत बुरा असर पड़ने की आशंका है।

ये भी पढ़ें...सुरक्षाबलों ने अप्रैल में ताबड़तोड़ मारे 28 आतंकी, इस साल 60 आतंकियों को किया ढेर

असंगठित क्षेत्र की एक बड़ा हिस्सेदारी

इसे लेकर एमके ग्लोबल फाइनेंसियल सर्विसेज के अनुसार, ऐसे वक्त से निपटने के लिए एमएसएमई को सॉफ्ट लोन, कैश ट्रांसफर व लोन रिस्ट्रक्चरिंग की जरूरत है।

आगे उन्होंने कहा कि दिहाड़ी कामगार के जीवन पर भी लॉक डाउन का बहुत बुरा असर होने वाला है। ट्रांसपोर्ट बंदी के कारण वे घर भी नहीं जा सकते। अर्थव्यवस्था में असंगठित क्षेत्र की एक बड़ा हिस्सेदारी है।

यह क्षेत्र नोटबंदी और जीएसटी के झटके से अभी उबर भी नहीं पाया था कि अब कोरोना वायरस का नया संकट खड़ा हो गया। लॉकडाउन से छोटे कारोबार बंदी की कगार पर पहुंच सकते हैं।

ये भी पढ़ें...ट्रंप का सराहनीय कदम: अमेरिका में रहने वाले भारतीयों को दिया मौका, ये है वजह

Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

Next Story