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OLA-UBER से रहें सावधान: ये सफर पहुंचा सकता है मौत की तरफ

चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा। अब नई ख़बर OLA-UBER को लेकर आ रही है। अगर आप ओला-ऊबर टैक्सी का इस्तेमाल करते हैं तो पढिए ये

Aradhya Tripathi
Published on: 7 March 2020 5:09 PM IST
OLA-UBER से रहें सावधान: ये सफर पहुंचा सकता है मौत की तरफ
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चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा। देश भर में अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 31 मामले सामने आ चुके हैं। दुनियाभर में अभी तक एक लाख से ज्यादा लोग इस वायरस से प्रभावित हैं। और 3300 से ज्यादा मौतें होने का दावा किया जा रहा है।

वहीं भारत की बात करें को यहां थोड़ी स्थिति इसलिए भी पैनिक है क्योंकि यहां पर बेसिक हाइजीन का भी ध्यान नहीं रखा जाता है। आए दिन इस वायरस से बचने के लिए कुछ न कुछ उपाय बताए जा रहे हैं।

अब नई ख़बर OLA-UBER को लेकर आ रही है। अगर आप ओला-ऊबर टैक्सी सर्विस का इस्तेमाल करते हैं, तो हम आपको बता रहे हैं कि क्या इनमें सफर करना सुरक्षित है..

टैक्सी में ऐसे हो सकता है ख़तरा

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देशभर में हजारों कामकाजी लोग रोजाना टैक्सी के तौर पर ओला-ऊबर का इस्तेमाल करते हैं। वहीं कोरोना वायरस शारीरिक संपर्क (हाथ मिलाने, गले मिलने जैसे क्रियाकलाप) बिना मुंह ढके छींकने, खांसने, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में ज्यादा समय तक शारीरिक संपर्क में रहने पर इससे संक्रमित होने कीस संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

वहीं कैब लेने से पहले आप उसके फिजिकल कॉन्टैक्ट जैसे बाहर और अंदर के डोर हैंडल्स। पावर विंडो बटन, विंडो बंद और खोलने के लीवर और सीट के सीधे संपर्क में आते हैं। इसके अलावा एसी नोब, वेंट्स और बटन की कोई गिनती ही नहीं है, सफर में न जाने कितनी बार हम उसे एडजस्ट करते हैं।

ऐसा करने वाले आप कैब में अकेले नहीं होते हैं, न जाने दिनभर में कितने लोगों उसे छूते हैं। वहीं अगर किसी संक्रमित व्यक्ति ने इन्हें छुआ होगा, तो यह और भी खतरनाक हो सकता है।

ड्राइवर कर सकता ट्रिप कैंसिल

वहीं ओला-ऊबर टैक्सी ट्राइवरों को चाहिए कि वे मास्क और रूमाल का इस्तेमाल करें। क्योंकि संक्रमित व्यक्ति से संक्रमण उन्हें भी फैल सकता है। क्योंकि यह बीमारी खांसी और छीकने से भी फैलती है।

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हालांकि ऊबर ने निर्देश जारी कर कहा है कि अगर ड्राइवर को कैब बुक करने वाले किसी व्यक्ति पर कोरोना से संक्रमित होने का अंदेशा हो, तो वह उस सवारी को बिठाने से इंकार कर सकता है। कंपनी ने ड्राइवर को छूट दे दी है कि वह शक के आधार पर ट्रिप को कैंसिल कर सकता है।

बचने के लिए करें ऐसा

ऑनलाइन कैब सर्विस उपलब्ध कराने वाली कंपनी ऊबर ने कोरोना को लेकर अपनी प्रतिबद्धिता जरूर दिखाई है। लेकिन कंपनी को चाहिए कि वह ड्राइवरों को बोले कि वे अपनी गाड़ी में सैनिटाइजर की बोटल रखें। साथ ही अगर राइड के दौरान अगर ओला-ऊबर ड्राइवर डिस्पोजल हैंड ग्लव्स के साथ सर्जिकल मास्क रखते हैं, तो यह निश्चित तौर पर ग्राहकों की बेहतरी के लिए सराहनीय कदम होगा।

वहीं सवारियों को भी चाहिए कि वे अपने साथ डिस्पोजेबल हैंड ग्लव्स और न्यूजपेपर्स रखें। ताकि आमतौर पर छुए जाने वाले पार्ट्स के संपर्क में आने से बचे रहें। वहीं पुराने न्यूपेपर्स को वे सीट पर बिछा सकते हैं।

साथ ही राइड के बाद हाथों को सैनिटाइज जरूर करें। वहीं केवल वही सैनिटाइजर इस्तेमाल किए जाएं जिनमें अल्कोहल का पीएच लेवल 50 से ज्यादा हो।

कंपनी उठा रही है कदम

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हालांकि ऐसा नहीं कि ऊबर पहली बार ऐसे ऐहतियातन कदम उठा रहा है। इससे पहले पिछले ही महीने ऊबर ने मैक्सिको में कोरोनावायरस के डर के चलते 240 से ज्यादा अकाउंट्स को अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया था।

हालांकि भारत में अभी कंपनी ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है। लेकिन ड्राइवर को छूट देकर शक के आधार पर ट्रिप कैंसिल करके वह अगली सवारियों को कोरोना के संक्रमण से बचाने का कदम अच्छा है।

वहीं सवाल यह भी उठता है कि ड्राइवर इतने एक्सपर्ट नहीं होते हैं। बेहतर होता कि उन्हें इंफ्रारेड थर्मामीटर जैसे जरूरी उपकरण भी मुहैया कराए जाते।

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

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