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बैंगलोर: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज सेवा निवृत्त सैनिक सम्मेलन में करेंगे शिरकत

बीएसएफ के जवानों को सीमा पर तैनात किया जाता है, जबकि भारतीय सेना के जवान सीमा से दूर रहते हैं और युद्ध के लिए खुद को तैयार करते हैं। साथ ही यह क्रॉस बॉर्डर ऑपरेशन भी करती है।

Aditya Mishra
Published on: 14 Jan 2021 11:20 AM IST
बैंगलोर: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज सेवा निवृत्त सैनिक सम्मेलन में करेंगे शिरकत
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भारतीय सेना के जवानों को बीएसएफ के जवानों से ज्यादा सुविधा मिलती है, इसमें कैंटीन, आर्मी स्कूल आदि की सेवाएं शामिल है।भारतीय सेना रक्षा मंत्राल य के अधीन आती है।

नई दिल्ली: देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज बंगलौर में भारतीय सुरक्षा बल सेवा निवृत्त सैनिक सम्मेलन में शिरकत करेंगे। इस कार्यक्रम में सीडीएस विपिन रावत भी उपस्थित रहेंगे। भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा बल भारत की सुरक्षा के लिए तत्पर रहते हैं।

देश की आंतरिक सुरक्षा और सीमा सुरक्षा में भारतीय सेना के साथ सीआरपीएफ, बीएसफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, एसएसबी का अहम योगदान होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं ये सुरक्षा बल, भारतीय सेना से अलग होते हैं और इन्हें मिलने वाली सुविधाएं भी काफी अलग होती है।

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Rajnath Singh Army बैंगलोर: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज सेवा निवृत्त सैनिक सम्मेलन में करेंगे शिरकत(फोटो:सोशल मीडिया)

पैरा मिलिट्री फोर्सेज और सेना में क्या अंतर होता है?

सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स और भारतीय सेना में काफी अंतर होता है। कई सुरक्षा बल गृह मंत्रालय के अधीन आते हैं, जिसमें सीआरपीएफ, आईटीबीपी, बीएसएफ, आसाम राइफल्स और एसएसबी शामिल है। वहीं सेना में भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना आते हैं।

अर्धसैनिक बल देश में रहकर या सीमा पर देश की सुरक्षा करते हैं और अर्धसैनिक बल पूरे देश में आतंकवाद औऱ नक्सलवाद विरोधी अभियानों में भी लगे हुए हैं।

भारतीय सेना जैसी सुविधाएं अर्धसैनिक बलों को नहीं मिलती हैं

वहीं वीआईपी सिक्योरिटी में भी मुख्यतौर पर अर्धसैनिक बलों के जवान ही होते हैं। सुविधाओं के नाम पर जो सहूलियतें भारतीय सेना को मिलती हैं, वैसी सुविधाएं अर्धसैनिक बलों को नहीं मिलती है।

बीएसएफ पीस-टाइम के दौरान तैनात की जाती है, जबकि सेना युद्ध के दौरान मोर्चा संभालती है। बीएसएफ के जवानों को हमेशा सीमा की सुरक्षा के लिए तैयार रहना पड़ता है।

बीएसएफ के जवानों को सीमा पर तैनात किया जाता है, जबकि भारतीय सेना के जवान सीमा से दूर रहते हैं और युद्ध के लिए खुद को तैयार करते हैं। साथ ही यह क्रॉस बॉर्डर ऑपरेशन भी करती है।

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Rajnath Singh Army बैंगलोर: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज सेवा निवृत्त सैनिक सम्मेलन में करेंगे शिरकत(फोटो:सोशल मीडिया)

भारतीय सेना में कौन -कौन सी रैंक होती है?

भारतीय सेना के जवानों को बीएसएफ के जवानों से ज्यादा सुविधा मिलती है, इसमें कैंटीन, आर्मी स्कूल आदि की सेवाएं शामिल है। भारतीय सेना रक्षा मंत्रालय के अधीन आती है, जबकि बीएसएफ गृह मंत्रालय के अधीन होती है।

भारतीय सेना में रैंक लेफ्टिनेंट, मेजर, कर्नल, ब्रिगेडियर, मेजर जर्नल आदि होती है, लेकिन बीएसएफ में पोस्ट कांस्टेबल, हैड कांस्टेबल, एएसआई, डीएआई, आईजी आदि होती है।

भारतीय सेना में अधिकारी एनडीए और सीडीएस के माध्यम से चुने जाते हैं और इस परीक्षा का चयन यूपीएससी की ओर से किया जाता है। बीएसएफ में एसआई तक के उम्मीदवार एसएससी की ओर से चुने जाते हैं। वहीं बीएसएफ के डीजी आईपीएस बनते हैं।

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Aditya Mishra

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