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हैवानियत वाला अब्बू: सामने आईं दरिंदगी की सारी करतूतें, कई बच्चियों की जिंदगी तबाह

मध्य प्रदेश की राजधानी में नाबालिगों की जिस्म फरोशी का रैकेट पुरजोर तरीके से चल रहा था। भोपाल प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं थी। ज्यादातर नाबालिग लड़कियों को ही जाल में फंसाया जाता था।

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Published on: 13 July 2020 6:21 PM IST
हैवानियत वाला अब्बू: सामने आईं दरिंदगी की सारी करतूतें, कई बच्चियों की जिंदगी तबाह
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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी में नाबालिगों की जिस्म फरोशी का रैकेट पुरजोर तरीके से चल रहा था। भोपाल प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं थी। ज्यादातर नाबालिग लड़कियों को ही जाल में फंसाया जाता था और फिर उन्हें दरिंदे रूपी इंसानों के सामने नोंचने के लिए छोड़ दिया जाता। इस गंदे काम में 68 साल के मुख्य आरोपी प्यारे मियां अब फरार चल रहे हैं, जोकि खुद को एक अखबार का मालिक तक बताता है। स्थानीय पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर लिया गया है, वहीं इस सनसनीखेज मामले में कई और हैरान कर देने वाले खुलासे भी हो रहे हैं।

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रईस लोगों की पार्टी में पेश करता

स्थानीय पुलिस के अनुसार, प्यारे मियां नाम के इस शख्स के कई नामी रूतबेदार लोगों से संपर्क था। ये शख्स 14 से 16 साल की बच्चियों को अपने जाल में फंसाता और उन्हें रईस लोगों की पार्टी में पेश करता था। इससे पहले वह खुद भी इन नाबालिग बच्चियों के साथ हैवानियत करता।

हालांकि पुलिस ने आधा दर्जन से ज्यादा नाबालिगों को इसके चंगुल से छुड़ा लिया है। लेकिन प्यारे मियां अभी फरार है और उसका पता बताने वाले 10 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है।

ऐसे में जैसे ही ये मामला सामने आया है, तब से भोपाल के कई बड़े व्यापारी, उद्योगपतियों और बिल्डरों की नींद चली गई है। मिली जानकारी के अनुसार, ये लोग लगातार प्यारे मियां के साथ उसके फ्लैट के फॉर्महाउस पर पार्टियां करते थे।

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बड़ा कांड

साथ ही ये भी माना जा रहा है कि इस मामले की जांच की गहराइयों में जाने तक करने पर इससे कई बड़े लोगों के तार जुड़े होने का शक भी जताया जा रहा है। मतलब यह एक चर्चित हनी ट्रैप से भी बड़ा कांड साबित हो सकता है।

पुलिस के अनुसार, उसके इस काम को दलाल स्वीटी विश्वकर्मा अंजाम देती थी। जिन बच्चियों को पैसों की जरूरत होती, वह उन्हें स्वीटी के जरिए फंसाता। इसके बाद 68 साल का दरिंदा प्यारे मियां उनके साथ हैवानियत करता था।

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दोस्तों को भी हैवानियत करने के लिए बुलाता

और इसी हैवानियत के बदले बच्चियों को 10 हजार रुपये मासिक वेतन देता था। यही नहीं कोई लड़की ज्यादा पसंद आने पर उसे टिप के रूप में अतिरिक्त पैसे भी देता।

पता चला है कि प्यारे मियां के कई ठिकाने हैं। शाहपुरा स्थित ऐशगाह नामक फ्लैट, रातीबड़ का फार्म हाउस, जहां वह न सिर्फ खुद बल्कि अपने दोस्तों को भी हैवानियत करने के लिए बुलाता था।

स्थानीय पुलिस ने बताया कि चार लड़कियां शराब के नशे में आ रही थीं, पता चला कि नाबालिग शनिवार रात 12:30 बजे तक प्यारे मियां के शाहपुरा स्थित ऐशगाह फ्लैट पर थीं। पार्टी में काफी शराब पीने के बाद उन्होंने खाना खाया और दो स्कूटर से ऐशगाह हिल्स जाने के लिए निकल गईं।

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बच्चियां काफी डरी हुई

ये नाबालिग लड़कियां प्यारे मियां को अब्बू कहकर पुकारती थीं। पुलिस की पूछताछ में दो लड़कियों ने बताया कि वह अब्बा के घर गई थीं। ऐसे में पुलिस का अनुमान है कि चाइल्ड लाइन और सीडब्ल्यूसी की काउंसलिंग में और भी लोगों के नाम सामने आ सकते हैं।

इस बारे में चाइल्ड लाइन की निदेशक अर्चना सहाय के अनुसार, बच्चियों से लंबी बातचीत और काउंसलिंग के बाद उन्होंने सब बताया। आगे भी उनकी काउंसलिंग की जाएगी। अभी बच्चियां काफी डरी हुई हैं।

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कोई अन्य बच्चियां भी उसका शिकार

वहीं इस मामले में भोपाल के डीआईजी इरशाद अली ने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए चार टीम बनाई गई हैं। उसकी गिरफ्तारी के बाद सभी बिंदुओं पर जांच की जाएगी।

यदि कोई अन्य बच्चियां भी उसका शिकार हुई है तो प्रकरण में यह तथ्य भी जोड़ा जाएगा। आरोपी की मदद करने वाले या उसके साथ इस अपराध में शामिल लोगों को भी नहीं छोड़ा जाएगा। फिलहाल आरोपी दरिंदा प्यारे मियां की जांच जारी है।

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