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सामने आईं एक और अनामिका शुक्ला, इस्तीफा देने के बाद भी मैडम उठाती रहीं सैलरी

उत्तर प्रदेश में फर्जी शिक्षिका मामले को लेकर लोगों में मन में उठे सवालों के जवाब ठीक से मिले भी नहीं थे कि एक और फर्जी अनामिका शुक्ला सामने आ गयीं हैं।

Ashiki
Published on: 17 Jun 2020 5:02 AM GMT
सामने आईं एक और अनामिका शुक्ला, इस्तीफा देने के बाद भी मैडम उठाती रहीं सैलरी
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छपरा: उत्तर प्रदेश में फर्जी शिक्षिका मामले को लेकर लोगों में मन में उठे सवालों के जवाब ठीक से मिले भी नहीं थे कि एक और फर्जी अनामिका शुक्ला सामने आ गयीं हैं। दरअसल बिहार में भी ऐसा ही कुछ मिलता-जुलता मामला सामने आया है। यहां एक फर्जी शिक्षिका ने पकड़े जाने के बाद इस्तीफा तो दे दिया था, लेकिन उसकी सैलरी मैडम के खाते में आती रही।

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इस्तीफे के बाद भी सैलरी का लाभ लेतीं रहीं मैडम चंदा

मामला बिहार के छपरा जिले के मशरक थाना इलाके का है। यहां एक शिक्षिका ने फ़र्ज़ी तरीके से नौकरी हासिल की थी। मामला सामने आने के बाद इस्तीफा देना पड़ा। लेकिन इसके बाद भी मैडम कई सालों तक वेतन का लाभ उठती रहीं। दरअसल मशरक प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अशोक कुमार सिंह द्वारा थाना में एक शिक्षिका पर फर्जी घोषित होने और इस्तीफा देने के बाद भी वेतन उठाने की शिकायत दर्ज कराई गई है। मतलब कि पहले फर्जी तरीके से नौकरी हासिल की और जब मामला सामने आया तो इस्तीफा दे दिया लेकिन फर्जीवाड़ा जारी रखा।

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ये है पूरा मामला

इस केस की जांच शुरू कर दी गयी है। दरअसल उत्क्रमति मध्य विद्यालय जजौली में कार्यरत शिक्षिका चंदा कुमारी का फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। लेकिन इसके बाद भी आरोपी शिक्षिका तनख्वाह उठाती रही।

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दरअसल इस्तीफे के दिन यानि अगस्त 2015 से लेकर अक्टूबर 2018 तक आरोपी शिक्षिका ने खुद को स्कूल में कार्यरत दिखा दिया। इसके बाद वेतन भुगतान प्रस्ताव जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना कार्यालय को भेज कर वेतन भी उठा लिया। और सरकार को चुना लगाती रहीं। मामले में मशरक थाना पुलिस ने आरोपी शिक्षिका चंदा कुमारी समेत प्रिंसिपल संजीव कुमार और तत्कालीन BEO लखेंद्र पासवान पर FIR दर्ज कर जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है।

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