TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

तबाही मचा रहा 'बुलबुल'! अब तक 8 लोगों की मौत, PM ने मदद का दिया भरोसा

भयानक चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' ने पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र पर अपनी दस्तक दे दी है। जिस वजह से पश्चिम बंगाल में जगह-जगह बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं।

Roshni Khan
Published on: 10 Nov 2019 9:19 AM IST
तबाही मचा रहा बुलबुल! अब तक 8 लोगों की मौत, PM ने मदद का दिया भरोसा
X

कोलकाता: भयानक चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' ने पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र पर अपनी दस्तक दे दी है। जिस वजह से पश्चिम बंगाल में जगह-जगह बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं।

तेज हवाओं की वजह से कोलकाता समेत कई इलाकों में पेड़ उखड़ने जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं। चक्रवाती तूफान बढ़ते दायरे को देखते हुए पीएम मोदी और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने सीएम ममता बनर्जी से बात की है। पीएम मोदी ने उन्हें हर संभव मदद का भरोसा भी दिया है।

आठ लोगों की मौत हुई

जानकारी के मुताबिक, बशीरहाट और उत्तर 24 परगना जिले में बारिश से जुड़ी घटनाओं में जिन आठ लोगों की मौत हुई है, उनमें बशीरहाट और हिंगलगंज में दो-दो, जबकि संदेशखाली, गोसाबा और नंदीग्राम में तीन महिलाओं ने अपनी जान गंवा दी।चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ के कारण मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले सप्ताह उत्तर बंगाल की अपनी यात्रा रद्द करने का फैसला किया है। वह सोमवार को नामखाना और बक्खाली के आस-पास प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगी।

ये भी देखें:आंध्र प्रदेश: समाज के इन 3 समूहों के लिए ‘स्किल्स ऑन व्हील्स’ योजना का शुभारंभ

24 परगना जिले तक पहुंचते-पहुंचते बुलबुल तूफान कमजोर पड़ सकता है

तटीय बांग्लादेश और इससे सटे दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिले तक पहुंचते-पहुंचते बुलबुल तूफान कमजोर पड़ सकता है। मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक दो लोगों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है। दूसरी ओर प्रशासन की तरफ से राहत और बचाव कार्य युद्ध-स्तर पर चल रहा है। लाखों लोगों को प्रभावित इलाकों से निकालकर राहत शिविर में पहुंचाया गया है।

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि वे खुद स्थिति की निगरानी कर रही हैं और बुलबुल तूफान से लड़ने के लिए प्रशासन इंतजाम कर रहा है। उन्होंने नागरिकों से शांति कायम रखने और परेशान न होने का आग्रह किया है। मिली जानकारी के मुताबिक, ऐसा बताया जा रहा है कि स्कूल कॉलेज और आंगनवाड़ी केंद्र बंद रखे गए और तटीय क्षेत्रों के 1.2 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है। उर तेज हवाओं की चपेट में आने से अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है।

ये भी देखें:अयोध्या फैसले पर लालकृष्‍ण आडवाणी ने जताई खुशी, बोले- भगवान का शुक्रिया

अगले 6 घंटो के दौरान पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर समुद्र में हाइटाइड आएंगे

आपको बता दें, अगले 6 घंटो के दौरान पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर समुद्र में हाइटाइड आएंगे। बंगाल की खाड़ी के उत्तर पश्चिम में समुद्र में स्थिति काफी गंभीर रहेगी। इसके बाद इसमें धीरे-धीरे सुधार होगा। मौसम विभाग ने मछुआरों को अगले 12 घंटों के दौरान उत्तर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। इसी के साथ अगले 18 घंटे के लिए बंगाल की उत्तरी खाड़ी में भी न जाने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही अगले 36 घंटों में मेघालय, मिजोरम और असम में हल्की बारिश होने की आशंका है।

रद्द की गई कई उड़ाने

बंगाल की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे चक्रवात ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। शुक्रवार की शाम से ही शुरू हुई बारिश शनिवार को भी जारी रही। इसका असर विमान सेवा पर भी पड़ा। ऐसे में नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय (एनएससीबीआइ) हवाई अड्डा प्रबंधन की मानें तो शनिवार शाम छह बजे से अगले दिन यानी रविवार छह बजे तक हवाई अड्डा बंद रहेगा। इस दौरान यहां से कोई विमान उड़ान नहीं भरेगा। उधर, खराब मौसम और कम रोशनी के चलते एनएससीबीआइ हवाई अड्डे से इंडिगो एयरलाइंस ने शनिवार की सुबह 11 बजे के बाद से उड़ान भरने वाली अपनी 23 उड़ानों को रद कर दिया।

इसमें कोलकाता से रांची, पटना, दिल्ली, चेन्नई, मुंबई और पुणे आदि को जाने वाली विमान शामिल है। वहीं, अन्य विमानों ने विलंब से उड़ान भरी। चक्रवात बुलबुल से निपटने को नौसेना तैयार : प्रचंड चक्रवात बुलबुल के प्रभाव से होने वाले किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए भारतीय नौसेना पूरी तरह तैयार है। नौसेना ने अपने विमानों और राहत सामग्री भरे तीन जहाजों को तैयार रखा है।

ये भी देखें:10 NOV: इन राशियों को बुजूर्गों का सेवा से मिलेगा मेवा, जानिए राशिफल व पंचांग

रक्षा मंत्रालय की ओर से बताया गया कि पूर्वी नौसेना कमान बंगाल की ओर तेज गति से बढ़ रहे बुलबुल तूफान पर करीब से नजर बनाए हुए है। नौसेना की ओर से चक्रवाती तूफान को देखते मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी के साथ उन्हें करीबी बंदरगाहों व अन्य जगहों पर आश्रय लेने की भी सलाह दी गई है।



\
Roshni Khan

Roshni Khan

Next Story