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बेकाबू कोरोना पर काबू पाने की कवायद, केंद्र सरकार उठा सकती है ये बड़ा कदम

देश में लंबे लॉकडाउन के बाद अनलॉक वन के दौरान कोरोना के संक्रमण में आई तेजी ने केंद्र सरकार को चिंता में डाल दिया है। पिछले 10 दिनों के दौरान रोजाना दस हजार नए मरीज मिलने से देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के केंद्र के मंसूबों को झटका लगा है।

Ashiki
Published on: 13 Jun 2020 4:32 AM GMT
बेकाबू कोरोना पर काबू पाने की कवायद, केंद्र सरकार उठा सकती है ये बड़ा कदम
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अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली: देश में लंबे लॉकडाउन के बाद अनलॉक वन के दौरान कोरोना के संक्रमण में आई तेजी ने केंद्र सरकार को चिंता में डाल दिया है। पिछले 10 दिनों के दौरान रोजाना दस हजार नए मरीज मिलने से देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के केंद्र के मंसूबों को झटका लगा है। कोरोना से बिगड़ रहे हालात को संभालने के लिए कवायद तेज कर दी गई है और उच्च अधिकार प्राप्त समूहों से अनलॉक वन के दौरान पैदा हुए हालात पर रिपोर्ट मांगी गई है। जानकार सूत्रों का कहना है कि इस रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार की ओर से नई गाइडलाइन जारी किए जाने की संभावना है।

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केंद्र की रणनीति को लगा झटका

जानकारी सूत्रों का कहना है अनलॉक वन के दौरान इतनी तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ रही है कि 10 दिनों में ही मरीजों का आंकड़ा दो लाख से तीन लाख तक पहुंच गया है। अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सरकार विविध क्षेत्रों को धीरे-धीरे खोलने की योजना पर काम कर रही है मगर मरीजों की बढ़ती संख्या ने सरकार के मंसूबों पर पानी फेर दिया है।

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महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या बढ़ी

अकेले महाराष्ट्र में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा एक लाख से ऊपर पहुंच गया है और महाराष्ट्र ने संक्रमण के मामले में चीन और कनाडा तक को पीछे छोड़ दिया है। दिल्ली और मुंबई में न केवल संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है बल्कि कोरोना वायरस के हमले से मरने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इससे अनलॉक वन के संबंध में बनाई गई केंद्र की रणनीति को झटका लगा है।

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जारी की जा सकती है नई गाइडलाइन

जानकार सूत्रों का कहना है कि अनलॉक वन के दौरान पैदा हुए हालात का गंभीरता से अध्ययन किया जा रहा है। केंद्र सरकार में उच्च अधिकार प्राप्त विशेष दल कोरोना की रफ्तार में आई तेजी पर नजर बनाए हुए हैं। विभिन्न राज्यों के आंकड़ों का भी गंभीरता से अध्ययन किया जा रहा है। दिल्ली और मुंबई सहित अन्य महानगरों की स्थिति पर विशेष नजर रखी जा रही है। सूत्रों का कहना है कि इस बाबत रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसके बाद सरकार की ओर से नई गाइडलाइन जारी की जा सकती है।

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केंद्र सरकार के सामने यह संकट

मरीजों की संख्या में इतनी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है कि कई राज्यों की ओर से लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की जाने लगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ 16 और 17 जून को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करने जा रहे हैं। इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान के विभिन्न राज्यों के हालात की समीक्षा की जाएगी। मरीजों की बढ़ती संख्या के साथ कारण केंद्र के सामने यह संकट खड़ा हो गया है कि वह एक बार फिर लॉकडाउन की तरफ लौटे या नए तरीकों से मौजूदा स्थितियों पर नियंत्रण पाने की कोशिश की जाए। राज्यों को भी इस बाबत केंद्र के निर्देश का इंतजार है। अब सबकी नजर केंद्र सरकार के अगले कदम पर टिकी हुई है।

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केंद्र और राज्यों के बीच होगी चर्चा

पीएम मोदी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के अलावा केंद्र सरकार और राज्यों के बीच उच्चस्तरीय विचार विमर्श की संभावना भी जताई जा रही है। इस चर्चा के दौरान अनलॉक वन के दौरान बिगड़े हालात पर काबू पाने पर चर्चा की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि चर्चा के दौरान नए दिशा-निर्देश की तैयारियों पर भी विचार किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय भी इस बाबत विभिन्न राज्यों के संपर्क में बना हुआ है।

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केंद्र ने इस कारण शुरू की कवायद

केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी का भी कहना है कि अब सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है नहीं तो जुलाई में स्थितियां और विस्फोटक हो सकती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी इस बाबत चेतावनी दे चुके हैं कि जुलाई में कोरोना मरीजों की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। ऐसी संकटपूर्ण स्थिति से बचने के लिए केंद्र सरकार की ओर से कवायद शुरू की जा चुकी है।

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