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वॉट्सऐप को लेकर नया फरमान जारी किया गया है। वॉट्सऐप ने फॉरवर्ड किए गए मैसेज को लेकर नए लिमिट का ऐलान किया है। कंपनी ने कोरोना वायरस को लेकर तेजी से फैल रहीं गलत जानकारियों को ध्यान में रख कर ये फैसला लिया है।
नई दिल्ली : वॉट्सऐप को लेकर नया फरमान जारी किया गया है। वॉट्सऐप ने फॉरवर्ड किए गए मैसेज को लेकर नए लिमिट का ऐलान किया है। कंपनी ने कोरोना वायरस को लेकर तेजी से फैल रहीं गलत जानकारियों को ध्यान में रख कर ये फैसला लिया है। क्योंकि गलत जानकारियों की वजह से लोग भ्रमित हो जाए रहें है और कई बार गलत कदम भी उठा रहें हैं।
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मैसेज पर एक लेबल लगाना शुरू किया
वॉट्सऐप पर ज्यादा फॉरवर्ड किए गए मैसेज मतलब की ऐसा कोई मैसेज जो पांच बार से ज्यादा बार फॉरवर्ड किया जा चुका है। गौरतलब है कि बीते साल कंपनी ने फॉरवर्ड किए जा रहे मैसेज पर एक लेबल लगाना शुरू किया था जिससे वॉट्सऐप यूजर्स को ये पता चल सके कि ये मैसेज फॉरवर्डेड है।
वॉट्सऐप पर मैसेज फॉरवर्ड को लेकर कंपनी ने कहा है, 'हमें पता है कि कई यूजर्स जरूरी जानकारियां वॉट्सऐप के जरिए एक दूसरे को फॉरवर्ड करते हैं। इनमें फनी वीडियोज, मीम्स और प्रेयर्स होते हैं जो उन्हें जरूरी लगते हैं'।
आगे कंपनी ने कहा है कि हाल के कुछ हफ्तों में लोगों ने फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स को लेकर पब्लिक मोमेंट ऑर्गनाइज करने के लिए वॉट्सऐप यूज किया है।
गलत इनफॉर्मेशन को रोकने के लिए
वॉट्सऐप के अनुसार, हाल ही में वॉट्सऐप फॉर्वर्ड मैसेज में बढ़ोतरी दर्ज की गई है और ये गलत जानकारी फैलाने का भी काम कर सकते हैं। इस पर कंपनी का मानना है कि इस तरह के गलत इनफॉर्मेशन को रोकने के लिए मैसेज रोकने जरूरी हैं जो तेजी से फैल रहे हैं।
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कंपनी ने अपने ब्लॉगपोस्ट में इस बात पर भी जोर दिया है कि वॉट्सऐप पर्सनल यूज के लिए है और इसे पर्सनल प्लेस के तौर पर ही रखना चाहिए।
मैसेज फॉरवर्ड पर कंपनी ने ये भी कहा है कि मैसेज फॉरवर्ड करना गलत बात नहीं है। वॉट्सऐप इस बदलाव के अलावा एनजीओ, सरकार और डब्ल्यू एच ओ के साथ भी मिल कर काम कर रहा है ताकि लोगों तक सही जानकारी पहुंचाई जा सके।
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