बम धमाके से हिले लोग: 150 नक्सलियों ने किया ये कारनामा, बंद हुआ रास्ता

छत्तीसगढ़ का एक ऐसा इलाका है जो मुख्यत्  नक्सलियों का गढ़ माना जाता है। इस इलाके का नाम हैं दंतेवाड़ा। नक्सलियों से जुड़ी तमाम वारदातों में इस इलाके का नाम सबसे ज्यादा सुनाई देता है।

Vidushi Mishra
Published on: 3 Jun 2020 1:25 PM GMT
बम धमाके से हिले लोग: 150 नक्सलियों ने किया ये कारनामा, बंद हुआ रास्ता
X

नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ का एक ऐसा इलाका है जो मुख्यत् नक्सलियों का गढ़ माना जाता है। इस इलाके का नाम हैं दंतेवाड़ा। नक्सलियों से जुड़ी तमाम वारदातों में इस इलाके का नाम सबसे ज्यादा सुनाई देता है। यहां पर नक्सलियों ने झकझोर देने वाला क्रुर काम किया है। एक सड़क को इन लोगों ने 16 जगहों से काट दिया है। छत्तीसगढ़ के अरनपुर से पोटाली को जोड़ने वाली इस सड़क को बनाने में लगभग 6 करोड़ की लागत लगी थी। जिसको अब पूरी तरह से तबाह कर दिया गया है।

ये भी पढ़ें...तबाह हो रहा शहर: सरकार लगातार खाली करवा रही घर, मौत का कहर जारी

एंबुलेंस पहुंचने का रास्ता तक बंद

अरनपुर और पोटाली को जोड़नवाली इस सड़क के टूट जाने से बहुत दुर्लभ परिस्थितयां हो गई है। नौबत ये आ गई है कि गांव में एंबुलेंस पहुंचने का रास्ता तक बंद हो गया है। सीआरपीएफ के मुताबिक, सड़क को क्षतिग्रस्त करना, यह नक्सलियों की बढ़ती हुई हताशा को दर्शाता है।

बता दें, इस इलाके में सीआरपीएफ की 111 बटालियन और छत्तीसगढ़ पुलिस की एंटी नक्सल यूनिट यानी डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड 'डीआरजी' तैनात है। साथ ही बताया जाता है कि सड़क को काटने के लिए 150 से ज्यादा नक्सली पोटाली गांव में पहुंचे थे। उन्होंने आईईडी ब्लास्ट लगाकर सड़क को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया।

40 जगहों से खोद दिया

छत्तीसगढ़ के अरनपुर से पोटाली को जोड़ने वाली इस सड़क पर 13 साल बाद वाहनों की आवाजाही शुरू हुई थी। सन् 2007 में नक्सलियों ने यहां बड़ा धावा बोलकर इस सड़क को 40 जगहों से खोद दिया था।

ये भी पढ़ें...जमीन में भगवान शिव: सभी की आँखें खुली की खुली, लग गई भीड़

इसी कड़ी में सीआरपीएफ के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, नक्सली इस क्षेत्र पर अपनी पकड़ बनाए रखना चाहते हैं। उन्हें मालूम है कि यहां पर हो रहे विकास कार्य उनकी विदाई का संदेश है, इसलिए वे आए दिन ऐसी हरकत करते रहते हैं।

आगे बताते हुए- उनका मकसद है कि यहां पर कोई भी विकास कार्य न हो। पोटाली गांव के निकट पुलिस कैंप भी स्थापित किया गया है। अब यहां पर सड़क भी चालू हो गई थी। इससे आदिवासियों का जीवन बदलने लगा था।

अनेक परेशानियों का सामना

साथ ही गांव में नए काम धंधे भी शुरू हो रहे थे। स्वास्थ्य एवं दूसरी अन्य मूलभूत सेवाएं भी लोगों तक पहुंचने लगी थीं। अब नक्सलियों ने एक बार फिर उसी सड़क को काट डाला है। जिससे सब ठप हो गया।

ये भी पढ़ें...पानी-पानी हुई मुंबई: तबाही का ऐसा विकराल रूप नहीं देख होगा, सहम गए लोग

इसके चलते अब दोबारा से अरनपुर, पोटाली, बुरगुम, ककाड़ी, नहाड़ी और सुकमा जिले के गोंडेरास गांव तक का सफर लोगों को पैदल ही तय करना पड़ेगा।

इसके साथ ही कई गांव अब देश दुनिया से कट जाएंगे। सड़क के काटे जाने की वजह से अब कोई भी सरकारी सुविधा इन गांवों तक नहीं पहुंच सकेगी। बारिश के मौसम में तो यहां के लोगों को अनेक परेशानियों का सामना करना होगा।

सीआरपीएफ सुरक्षा बलों के मुताबिक, बीते दिनों मुठभेड़ में नक्सलियों के कई टॉप लीडर मारे गए हैं। जिसकी वजह से सभी नक्सली तिलमिलाए हुए हैं।

ये भी पढ़ें...मुंबई से बड़ी खबर: तेजी से आ रहे तूफान का कहर खत्म, लोगों ने ली राहत की सांस

Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

Next Story