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Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ की सीएम दीदी…अपने बयानों से केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह चर्चाओं में, खुद की दावेदारी बना रहीं मजबूत
Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में रेणुका सिंह अपने बयानों को लेकर लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। कुछ दिनों पूर्व उन्होंने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी पर विवादित बयान दिया था।
Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में इस बार केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह भी किस्मत आजमाने के लिए उतरी हैं। भाजपा ने रेणुका सिंह को भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र से चुनावी अखाड़े में उतारा है। छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में रेणुका सिंह अपने बयानों को लेकर लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। कुछ दिनों पूर्व उन्होंने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी पर विवादित बयान दिया था। खुद को बाहरी बताए जाने पर उन्होंने सोनिया गांधी को धक्के मारकर इटली भेजने की सलाह दे डाली थी।
अब रेणुका सिंह अपने एक और बयान को लेकर चर्चाओं में है। उनका कहना है कि चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा कार्यकर्ता उन्हें सीएम दीदी कहकर पुकारते हैं। मजे की बात यह है कि भाजपा की ओर से छत्तीसगढ़ में किसी भी नेता को सीएम पद का चेहरा नहीं घोषित किया गया है मगर रेणुका सिंह कार्यकर्ताओं के जरिए खुद को सीएम चेहरा बताने की कोशिश में जुटी हुई है।
सीएम दीदी कहना कार्यकर्ताओं का अधिकार
केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने कहा कि मैं भाजपा कार्यकर्ता हं और पार्टी नेतृत्व ने मुझे चुनाव लड़ने के लिए भेजा है मगर क्षेत्र के कार्यकर्ता मुझे सीएम दीदी कहते हैं। उन्होंने कहा कि यह पार्टी कार्यकर्ताओं का प्यार है और प्यार में ही पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से मुझे यह संबोधन दिया जाता है। उन्होंने कहा कि अपनी रेणुका बहन को वे कुछ भी कहकर पुकार सकते हैं क्योंकि यह उनका अधिकार है।
रेणुका सिंह का यह बयान इसलिए भी चर्चाओं में है क्योंकि भाजपा की ओर से छत्तीसगढ़ में किसी भी नेता को सीएम पद का चेहरा नहीं बनाया गया है। सियासी जानकारी का मानना है कि इस तरह का बयान देकर रेणुका सिंह भाजपा के चुनाव जीतने की स्थिति में खुद को सीएम पद का दावेदार बताने की कोशिश कर रही हैं। वैसे भाजपा की ओर से किया जा रहे हैं इस प्रचार का क्षेत्र में खासा असर भी दिख रहा है।
विवादित बयान के बाद केंद्रीय मंत्री को नोटिस
उत्तरी छत्तीसगढ़ में रेणुका सिंह को भाजपा का फायरब्रांड नेता माना जाता रहा है और उनकी इलाके पर मजबूत पकड़ रही है। छत्तीसगढ़ के चुनावी अखाड़े में उतरने के बाद वे लगातार अपने बयानों के कारण सुर्खियों में बनी हुई हैं। केल्हारी की जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने ऐसा बयान दिया था जिसे लेकर आयोग की ओर से उन्हें नोटिस भी थमा दिया गया है।
इस जनसभा में उन्होंने कहा था कि जो भी नेता मेरी पार्टी के कार्यकर्ता पर उंगली उठाएगा,मैं उसका हाथ काटकर दे दूंगी। इस बयान की शिकायत मिलने के बाद रेणुका सिंह को आचारसंहिता के उल्लंघन का नोटिस थमाया गया है।
सोनिया गांधी पर दिया था विवादित बयान
भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेसियों की ओर से खुद को बाहरी बताए जाने पर रेणुका सिंह ने विवादित बयान दिया था। कुछ दिनों पहले मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि मुझ पर बयान देने से पहले कांग्रेसी सोनिया गांधी को धक्के मार कर इटली भेजें।
कांग्रेसियों को इसके बाद ही मुझसे कोई सवाल करना चाहिए। उनका कहना था कि पूरा अविभाजित कोरिया मेरा मायका है। मैंने अपने ससुराल क्षेत्र से विधायक, सांसद और मंत्री का सफर पूरा किया है और अब मुझे पूरा भरोसा है कि मुझे अपने मायके यानी भरतपुर क्षेत्र से लोगों का पूरा समर्थन हासिल होगा।
मंत्री के मायके लौटने को कांग्रेस नेता ने बताया अशुभ
दूसरी ओर भरतपुर-सोनहत क्षेत्र के कांग्रेस विधायक गुलाब कमरों ने भी रेणुका सिंह पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने रेणुका सिंह पर निशाना साधते हुए शादी के बाद बेटियों के मायके आने को अशुभ बताया। उन्होंने कहा कि एक बार शादी के बाद बेटियां मायके वापस नहीं आती हैं।
रेणुका सिंह शादी के बाद मायके वापस लौटकर आई हैं तो इसे अशुभ ही माना जाएगा। उन्होंने क्षेत्र के लिए कोई काम नहीं किया मगर चुनाव आते ही उन्हें अपने मायके की याद आ गई। गुलाब कमरों के इस बयान पर भाजपा ने तीखी आपत्ति जताई है और इसे नारियों का अपमान करने वाला बयान बताया है।