चीन की खटिया खड़ी: मोदी की ललकार से भागी सेना, अब आई अकल ठिकाने

भारत ने चीन को सबक सिखाने के लिए कई दावं-पेंच खेलें। इनमें कई चीनी ऐप बैन कर और चीनी कंपनियों के टेंडर निरस्त कर दिया। साथ ही ये भी बताया कि भारत इस मामले में झुकेगा नहीं। और परिणाम भी यही हुआ कि चीन को मामला आगे बढ़ाने में खुद का कोई फायदा नहीं दिखा और उसे पीछे हटना ही पड़ा।

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Published on: 6 July 2020 1:46 PM GMT
चीन की खटिया खड़ी: मोदी की ललकार से भागी सेना, अब आई अकल ठिकाने
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नई दिल्ली : बीते कई हफ्तों से लद्दाख सीमा पर चल रही तनातनी के हालात अब नरम होते दिखाई दे रहे हैं। आज ही गलवान घाटी पर चीनी सेना 2 किलोमीटर पीछे हट गई। ऐसे में देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने रविवार को चीनी विदेश मंत्री वांग यी से वार्ता की थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच ये सहमति बनी है।

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ऐसे में चीनी सेना अगर पीछे हटी तो इसके पीछे भारत के कई रणनीतिक-राजनीतिक और राजनयिक कदम जिम्मेदार हैं जो बीते कई दिनों से निरंतर आगे बढ़ाए जा रहे थे। अब इसमें कई अहम फैक्टर शामिल हैं।

जैसे भारत ने कैसे बॉर्डर पर फौज बढ़ाई, फाइटर प्लेन तैयार किए, चीन के खिलाफ दुनिया भर में माहौल बना, अमेरिका सहित कई देशों के बयान आए, खुद प्रधानमंत्री मोदी लेह गए।

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कोई फायदा नहीं दिखा और पीछे हटना पड़ा

भारत ने चीन को सबक सिखाने के लिए कई दावं-पेंच खेलें। इनमें कई चीनी ऐप बैन कर और चीनी कंपनियों के टेंडर निरस्त कर दिया। साथ ही ये भी बताया कि भारत इस मामले में झुकेगा नहीं। और परिणाम भी यही हुआ कि चीन को मामला आगे बढ़ाने में खुद का कोई फायदा नहीं दिखा और उसे पीछे हटना ही पड़ा।

भारत सरकार ने चीन के खिलाफ मौर्चा छेड़ते हुए एक बड़ा कदम उठाया। जिसमें 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगा दिया है। केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद जानकारों का मानना है कि इससे चीनी ऐप्स को संचालित करने वाली कंपनियों और खुद चीन को बड़ा आर्थिक नुकसान हो सकता है।

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100 करोड़ रुपये की चपत

रिपोर्ट के अनुसार, अकेले टिकटॉक के बैन होने से ही कंपनी को 100 करोड़ रुपये की चपत लग सकती है। क्योंकि भारत में सिर्फ मार्च से मई 2020 के बीच 10 में से पांच सबसे ज़्यादा डाउनलोड होने वाली मोबाइल ऐप्स चीनी कंपनियों के ही हैं।

चीन की इन ऐप में टिकटॉक, जूम, Helo, Uvideo और यूसी ब्राउजर वो ऐप्स हैं, जिन्हें लाखों करोड़ों भारतीयों ने सबसक्राइब कर रखा है। हालांकि इनमें से कुछ ऐप्स अभी भी इस लिस्ट में शामिल नहीं हैं।

इधर पीएम मोदी ने रविवार को अमेरिका के 244वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और वहां की जनता को बधाई दी। ऐसे में पीएम मोदी के इस बधाई संदेश पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर देते हुए कहा कि शुक्रिया मेरे दोस्त... अमेरिका, भारत से प्यार करता है।

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कड़े शब्दों में आलोचना

तो अब क्या भारत और अमेरिका दोनों देशों के इस संवाद से चीन की बेचैनी बढ़ सकती और क्या पता बढ़ ही गई हो। भारत के खिलाफ चीन की विस्तारवादी नीतियों की अमेरिकी सीनेटर कड़े शब्दों में आलोचना कर रहे हैं।

इसी कड़ी में अमेरिका के एक सीनेटर ने कहा कि चीन कभी भी अंतरराष्ट्रीय समझौतों में यकीन नहीं करता है। वहीं दूसरी ओर, रिपब्लिकन सीनेटर रिक स्कॉट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि अमेरिका, चीन के खिलाफ भारत का समर्थन करता है। आगे उन्होंने कहा कि चीन को लगता है कि वो तभी पावरफुल हो सकता है जब अमेरिका और भारत कमजोर होंगे।

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