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यहां कोरोना संदिग्ध की इलाज न मिल पाने से मौत, स्कूटी पर ही तोड़ा दम

मध्य प्रदेश के इंदौर से एक ऐसा मामला सामने आ रहा है जहां कोरोना मरीज इलाज न मिल पाने के चक्कर में मर गया। इंदौर में कोरोना संदिग्ध इलाज के लिए भटकता रहा

Aradhya Tripathi
Published on: 15 April 2020 8:51 AM GMT
यहां कोरोना संदिग्ध की इलाज न मिल पाने से मौत, स्कूटी पर ही तोड़ा दम
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पूरा देश इस समय कोरोना महामारी के संकट से जूझ रहा है। ऐसे में इस खतरनाक वायरस से निपटने के लिए केंद्र सरकार के साथ साथ संजी राज्यों की सरकारे भी निरंतर प्रयासरत हैं। और इस वायरस से बचने के तमाम उपाय अपना रही हैं। सभी सरकारे अपने राज्य में इस वायरस पर काबू पाने के लिए कोरोना संक्रमित मरीजों का पूरा ध्यान रख रहीं हैं। और उन्हें जल्द से जल्द इलाज मुहैया करा रहीं हैं। जिससे मरीज से वायरस किसी और में न पहुंच सके और मरीज भी शीघ्र सही हो सके। लेकिन इन सबके बीच मध्यप्रदेश से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है। जो स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को साफ दर्शाती है।

इलाज न मिलने पर स्कूटी पर तोड़ा दम

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मध्य प्रदेश के इंदौर से एक ऐसा मामला सामने आ रहा है, जिसमें एक कोरोना मरीज इलाज न मिल पाने के चक्कर में मर गया। इंदौर में एक कोरोना संदिग्ध मरीज इलाज के लिए भटकता रहा लेकिन उसे समय पर इलाज नहीं मिला तो उसकी स्कूटर पर ही मौत हो गई। जिसके बाद इस दर्दनाक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। दरअसल, कोरोना के चलते अब हर जगह अलग-अलग बीमारियों के लिए अलग-अलग हॉस्पिटल को कैटेगराइज कर दिया गया है। ऐसे में एक मरीज को लेकर परिजन कई हॉस्पिटल के चक्कर लगाते रहे लेकिन कहीं इलाज नहीं मिला। अंत में मरीज ने अपने परिजनों के सामने एक्टिवा पर ही एमवायएच परिसर में दम तोड़ दिया।

सांस लेने में हुयी अचानक दिक्कत

मृतक के बेटे ने जानकारी देते हुए बताया कि काफी समय से बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का काम कर रहे 56 साल के पिता को नाक में सीमेंट चले जाने से सांस लेने में समस्या आ रही थी। जिसके बाद मंगलवार को वह अपने पिता को अपनी स्कूटी एक्टिवा पर लेकर शहर के अलग अलग अस्पतालों में भटकता रहा। लेकिन कहें कोई इलाज न हो सका। बाद में ट्रीटमेंट न मिलने के चक्कर में उसके पिता ने रास्ते में स्कूटी पर ही दम तोड़ दिया।

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कोरोना संदिग्ध पांडु राव इंदौर के अहिल्या पलटन के निवासी थे। तबियत खराब होने के चलते एमवाई हॉस्पिटल में जांच कर इन्हें हॉस्पिटल से घर भेज दिया गया था। बाद में मंगलवार को जब पांडु राव को सांस लेने में अचानक दिक्कत हुई तो परिवार वाले उन्हें क्लॉथ मार्केट हॉस्पिटल ले गए लेकिन वहां इलाज नहीं मिला। इसके बाद परिजन उन्हें एमवाय हॉस्पिटल ले जा ही रहे थे कि पांडु राव ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

जारी है कोरोना का कहर

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ज्ञात हो कि पूरे देश में कोरोना कहर लगातार जारी है। देश में कोरोना के बचाव के चलते लॉकडाउन के दुसरे भाग को 3 मई तक लागू किया गया है। देश में इस वायरस से संक्रमित होने वालों की संख्या अब लगभग 11 हजार से ज्यादा हो गई है। वहीं इस वायरस से अब तक देश में 375 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। इसी के चलते इंदौर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 544 हो गई है। तो वहीं जिले में कोरोना से अब तक 37 लोगों की जान जा चुकी है। ऐसे में ये मामला प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को दर्शाता है।

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

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