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कोरोना संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने लिया ये बड़ा फैसला

कोरोना संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार तमाम वैकल्पिक उपायों पर विचार कर रही है। अब केंद्र सरकार ने नवोदय विद्यालयों में को रोना से संक्रमित मरीजों के इलाज की मंजूरी दे दी है।

Aditya Mishra
Published on: 24 March 2020 7:55 AM GMT
कोरोना संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने लिया ये बड़ा फैसला
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नई दिल्ली: कोरोना संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार तमाम वैकल्पिक उपायों पर विचार कर रही है। अब केंद्र सरकार ने नवोदय विद्यालयों में कोरोना से संक्रमित मरीजों के इलाज की मंजूरी दे दी है।

यह जानकारी मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने दी। उन्होंने बताया कि सरकार ने 645 नवोदय विद्यालयों के हॉस्टल में अस्थायी अस्पताल बनाने की मंजूरी दे दी है।

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निशंक ने बताया कि 18 जिलों के जिलाधिकारी और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने विद्यालयों के हॉस्टल में जाकर व्यवस्था का निरीक्षण किया है। मानव संसाधन विकास मंत्री ने बताया कि नवोदय विद्यालय प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि वे वे खाली पड़े छात्रावासों को जिला प्रशासन को उपलब्ध करवा दें ताकि जिला प्रशासन अपनी सुविधानुसार इन छात्रावासों का इस्तेमाल कर सके।निशंक ने कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए उनका मंत्रालय भी पूरे देश के साथ खड़ा है।

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आवासीय स्कूलों के हॉस्टल में कुल 2.7 लाख सीट उपलब्ध

निशंक ने बताया कि इन आवासीय स्कूलों के हॉस्टल में कुल 2.7 लाख सीट उपलब्ध है। इन छात्रावासों में मैच के अलावा अन्य जरूरी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। माना जा रहा है कि यदि इन हॉस्टलों में अस्थायी अस्पताल बनाया जाता है तो स्वास्थ्य विभाग को काफी मदद मिलेगी। इस समय देश के सामने कोरोना संक्रमित मरीजों को रखने का बड़ा संकट है और माना जा रहा है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय की इस पहल से जिला प्रशासन को काफी मदद मिलेगी।

कोरोना मरीजों के लिए सबसे बड़ी बात उन्हें दूसरे लोगों से दूर रखना है और नवोदय विद्यालयों की खासियत यह है कि यह शहर से हटकर दूर बनाए गए हैं। ऐसे में अगर इन विद्यालयों में को रोना संक्रमित मरीजों को रखा जाता हैतो वह अपने आप ही शहर और आम लोगों से दूर हो जाएंगे। इससे प्रशासन को को रोना संकट से निपटने में बड़ी मदद मिलेगी।

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Aditya Mishra

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