×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

ये लिंक कर देगा बर्बाद: कोरोना के बीच खाली हो रहा बैंक अकाउंट, रहें सावधान

इस बीच साइबर ठगी भी तेजी से बढ़ रही है। कुछ साइबर ठग कोरोना वायरस से जुड़ी लिंक भेज और लॉकडाउन में मेडिकल प्रॉडक्ट आदि की होम डिलिवरी करने के नाम पर लोगों के साथ फ्रॉड कर रहे हैं।

Shreya
Published on: 10 April 2020 1:26 PM IST
ये लिंक कर देगा बर्बाद: कोरोना के बीच खाली हो रहा बैंक अकाउंट, रहें सावधान
X
ये लिंक कर देगा बर्बाद: कोरोना के बीच खाली हो रहा बैंक अकाउंट, रहें सावधान

नई दिल्ली: पूरा देश इस वक्त कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा है। भारत में कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए भारत को लॉकडाउन किया गया है। सभी इस वक्त अपने-अपने घरों में कैद हैं। इस बीच साइबर ठगी भी तेजी से बढ़ रही है। कुछ साइबर ठग कोरोना वायरस से जुड़ी लिंक भेज और लॉकडाउन में मेडिकल प्रॉडक्ट आदि की होम डिलिवरी करने के नाम पर लोगों के साथ फ्रॉड कर रहे हैं। साइबर ठगी के बढ़ते मामलों के बाद दिल्ली पुलिस ने अतिरिक्त सतर्कता बरतने की अडवाइजरी जारी की है।

इस तरह से बना रहे लोगों को अपना निशाना

इस वक्त सभी कोरोना से जुड़ी खबरों से अपडेट रहने के लिए मोबाइल, सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। इसे साइबर ठग ने अपना हथियार बना लिया है। साइबर अपराधी कोरोना से जुड़ी लिंक, मेल और आर्टिकल के जरिए लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं और लोगों का अकाउंट साफ कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें: कांग्रेस ने Lockdown पर खड़े किए सवाल, कहा कि इसके चलते गई कई लोगों की जान

लोगों के डर का उठा रहे हैं फायदा

कोरोना वायरस के चलते लोगों में डर का माहौल बना हुआ है और इसे ही साइबर ठग अपना हथियार बना रहे हैं। इसका उपयोग कर वो चोरी किए डेटा से लोगों को कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारियां, सावधान, बचने के उपाय के मेल, मेसेज और वाट्सएप पर लिंक और आर्टिकल डालते हैं। ऐसे में जो कोई इस लिंक पर क्लिक करते हैं, उसकी सारी बैंक डिटेल्स साइबर ठग के पास पहुंच जाती है। इसलिए ऐसी लिंक पर क्लिक करने से पहले सावधानी बरतें।

यह भी पढ़ें: ये 4 मुस्लिम क्रिकेटर्स, जो आज भी लोगों के दिलों में करते हैं राज

बैंक का प्रतिनिधि बन लोगों को कर रहें फर्जी कॉल

इस दौरान काफी साइबर ठग बैंक रिप्रेसेंटेटिव बनकर लोगों को कॉल कर उनकी EMI तीन महीने तक माफ करने की बात कर रहे हैं। इसके बाद ग्राहकों से एक OTP (वन टाइम पासवर्ड) शेयर करने को कहते हैं। अगर कोई भी बैंक ग्राहक ये OTP उसके साथ शेयर कर देता है तो उसका बैंक अकाउंट खाली हो जाता है।

किसी से भी न शेयर करें अपना OTP

साइबर क्राइम को बढ़ता हुआ देख सभी बैंकों की तरफ से कस्टमर्स को अलर्ट किया गया है कि वो सावधान और जागरूक रहें। बता दें कि EMI को टालने के लिए किसी तरह के OTP नंबर की जरूरत नहीं पड़ती है। इसलिए ऐसी कॉल आने पर किसी से भी अपना OTP शेयर न करें।

यह भी पढ़ें: मौत का तांडव-बिछी लाशें: PM मोदी ने ऐसे बचाया भारत, नहीं तो होता बुरा हाल

EMI वापस करने का कर रहे दावा

कुछ बैंक अपने ग्राहकों के होम लोन और कार लोन की EMI वापस कर रहे हैं। इसका फायदा उठाकर साइबर ठग बैंक का प्रतिनिधि (Representative) बनकर ग्राहकों को कॉल करके उनकी EMI वापस करने का दावा कर रहे हैं और कस्टमर्स से ओटीपी की मांग कर रहे हैं। अगर बैंक ग्राहक अपना OTP उनसे शेयर कर देते हैं तो उनका बैंक अकाउंट खाली हो जाता है।

इससे बचने के लिए ये न करें

अनजान ईमेल, मेसेजिंग ऐप पर कोरोना से संबंधित लिंक पर क्लिक करने से सावधानी बरतें।

सोशल मीडिया और बैंक अकाउंट का पासवर्ड बदलते रहें।

अपने कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल, सॉफ्टवेयर को एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर से अपडेट रखें।

ऑनलाइन फ्रॉड के बारे में अपने परिवार, जानकारों और बच्चों को अवश्य बताएं।

कोरोनो मरीजों के लिए कोई भी डोनेशन करने से पहले चैरिटी फंड के बारे में पता लगा लें।

यह भी पढ़ें: जमातियों पर बड़ा खुलासा: एक और राज आया सामने, डर रहे हैं प्रशासन के लोग

लोगों को दे रहे भारी डिस्काउंट

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, साइबर के शातिर ठग कोरोना के खौफ का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। इनके तरीके बदल चुके हैं। शातिर ठग लॉकडाउन के दौरान फेक ऑनलाइन शॉपिंग साइट क्रिएट कर भारी डिस्काउंट पर फेस मास्क और सैनिटाइजर बेच रहे हैं। इसके अलावा घर के रोजमर्रा के सामानों की होम डिलीवरी देने के नाम पर पेमेंट के लिए पेटीएम या ऑन लाइन ट्रांजेक्शन के जरिए बैंक की जानकारी ले लेते हैं।

ये साइबर ठग कोरोना संक्रमण से इलाज करने के नाम पर भी लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। ये ठग फेक बैंक अकाउंट नंबर वायरल कर उनमें लोगों से पैसे ट्रांसफर करा रहे हैं। इसके अलावा ये ठग मदद के नाम पर पीएम केयर की फेक यूपीआई ID बनाकर पैसे ट्रांसफर करा रहे हैं। इसलिए किसी वेबसाइट पर या किसी यूपीआई आईडी में पैसे डालने से पहले उसकी जांच कर लें।

यह भी पढ़ें: सात सौ साल पुराना लॉकडाउन, काली मौत ने झटके में खत्म कर दी थी आधी आबादी



\
Shreya

Shreya

Next Story