×

जानिए इस IAS की कहानी, मासूम बच्चे को लेकर ड्यूटी पर पहुंची, हो रही तारीफ

कोरोना वायरस ने दुनिया भर में तांडव मचा रखा है। रोजाना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। लेकिन इन सब के बीच भी हमारे कोरोना योद्धा बहादुरी के साथ डटे हुए हैं

Newstrack
Published on: 23 July 2020 5:12 PM GMT
जानिए इस IAS की कहानी, मासूम बच्चे को लेकर ड्यूटी पर पहुंची, हो रही तारीफ
X
IAS सृजना

नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने दुनिया भर में तांडव मचा रखा है। रोजाना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। लेकिन इन सब के बीच भी हमारे कोरोना योद्धा बहादुरी के साथ डटे हुए हैं और लोगों की सेवा में अपना कर्तव्य निभा रहे हैं।

ये भी पढ़ें: अधिकारियों ने किया जिला कारागार का निरीक्षण, बताया- जेल में कैसे रोका जाए कोरोना

इस संकट की घड़ी में कुछ महिला कोरोना योद्धा भी हैं जो तमाम मुश्किलों के बाद भी अपना फ़र्ज़ निभा रही हैं। आज हम ऐसी ही पांच महिला IAS के बारे में बताने जा रहे हैं जो कोरोना वॉरियर्स के रूप में काम कर रही हैं। जहां एक तरफ वो मातृत्व धर्म निभा रही हैं। तो दूसरी तरफ देश की रक्षा में दिन रात लगी हुई हैं।

बीला राजेश

सबसे पहले बात करेंगे तमिलनाडु में तैनात IAS बीला राजेश की। बिला राजेश 1997 बैच के आईएएस ऑफिसर हैं। वर्तमान समय में बिला तमिलनाडु में हेल्थ सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत हैं। बिला राज्य सरकार द्वारा नियुक्त 36 सदस्यीय आईएएस टीम का हिस्सा हैं जो संक्रमण से प्रभावित लगभग 33 जिलों की निगरानी कर रही हैं।

ये भी पढ़ें: सरकार का बड़ा कदम: अब वाहनों में नहीं होंगे ये एक्सट्रा पार्ट, जानिए नए नियम

टीना डाबी

वहीं राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में कोरोना को रोकने का काम कर रही हैं टीना डाबी। टीना डाबी ‘निर्मम नियंत्रण’ मॉडल से कोरोना के प्रसार को रोक रही हैं। इस मॉडल को तैयार करने का श्रेय भी इन्हें ही जाता है। दरअसल, जब देश में कोरोना जब शुरुआती दौर में था, उस समय भीलवाड़ा को देश के पहले हॉटस्पॉट में से एक के रूप में घोषित किया गया था। टीना डाबी की टीम ने मिलकर दिन रात एक कर कोरोना संक्रमण को कम करने में सफलता हासिल की।

ये भी पढ़ें: सियासी उठापटक के बीच केंद्रीय मंत्री की मुश्किलें बढ़ीं, घोटाले में जांच के आदेश

एक इंटरव्यू में टीना डाबी ने भीलवाड़ा प्रशासन द्वारा कोरोना पर सफतलता के बारे बताते हुए कहा कि सबसे पहले टीम ने भीलवाड़ा के लोगों को आइसोलेट किया। उनका विश्वास जीतने की कोशिश की। ताकि उनमें हिम्मत बनी रहे। वहीं लोगों ने भी अधिकारियों द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करना शुरू कर दिया था।

झारखंड़ में डिप्टी कमीश्नर पद पर तैनात राजेश्वेरी बी

झारखंड़ के दुमका में डिप्टी कमीश्नर पद पर तैनात राजेश्वेरी बी इन दिनों जरूरतमंदों की मदद करने और कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के उपायों को लागू करने के लिए काम कर रही हैं।

ये भी पढ़ें: सियासी उठापटक के बीच केंद्रीय मंत्री की मुश्किलें बढ़ीं, घोटाले में जांच के आदेश

कर्नाटक के कोडागु जिले में डिप्टी कमीश्नर पद पर तैनात एनीस कनमनी जॉय

कर्नाटक के कोडागु जिले की डिप्टी कमीश्नर पद पर तैनात एनीस कनमनी जॉय की भी कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयासों की काफी प्रशंसा हुई है। एनीस पहले नर्स थी, फिर साल 2012 में IAS अधिकारी बनी। चुनौतियों का डट कर सामना करने वाली एनीस ने कुछ साल पहले जिले में भूस्खलन और बाढ़ से निपटने में अहम भूमिका निभाई थी।

कोरोना वॉरियर IAS सृजना

अब बात करते हैं उस IAS मां की जिनकी चारो ओर तारीफ हो रही है। सृजना कोरोना संक्रमण के दौरान अपनी मैटरनिटी लीव छोड़कर 22 द‍िन की बच्ची को लेकर नौकरी कर रही हैं। सृजना आइएएस बनने से पहले डॉ रेड्डी फाउंडेशन के साथ काम कर रही थीं।

ये भी पढ़ें: ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे विद्युत आपूर्ति से किसान खुश: CM योगी आदित्यनाथ

Newstrack

Newstrack

Next Story