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लॉकडाउन में महाबलेश्वर पहुंचा वधावन परिवार, CM उद्धव ने प्रधान सचिव को छुट्टी पर भेजा

देश में कोरोना महामारी तेजी से फैल रहा है। कोरोना के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं। गुरुवार को राज्य में एक दिन में कोरोना वायरस के 229 केस सामने आए, जबकि 25 लोगों की मौत हो गई।

Dharmendra kumar
Published on: 10 April 2020 4:17 AM GMT
लॉकडाउन में महाबलेश्वर पहुंचा वधावन परिवार, CM उद्धव ने प्रधान सचिव को छुट्टी पर भेजा
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मुंबई: देश में कोरोना महामारी तेजी से फैल रहा है। कोरोना के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं। गुरुवार को राज्य में एक दिन में कोरोना वायरस के 229 केस सामने आए, जबकि 25 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही महाराष्ट्र में इस जानलेवा वायरस के अब तक 1364 पॉजिटिव केस सामने आ चुके है। वहीं 97 लोगों की मौत हो चुकी है। इस सबके बीच महाराष्ट्र में कुछ ऐसा हुआ जिससे भूचाल आ गया है।

दरअसल इस कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश में सरकार ने लाॅकडाउन किया है, लेकिन लॉकडाउन में DHFL मामले से जुड़े कपिल वाधवान और उनके परिवार से जुड़े 22 लोग महाबलेश्वर पहुंच गए जिसके बाद प्रदेश में हड़ंकप मचा गया। सवाल खड़ा हो गया कि आखिर जब लाकडाउन है, तो वाधवान परिवार महाबलेश्वर कैसे पहुंच गया।



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अब इस मामले में बवाल मचने के बाद महाराष्ट्र की सरकार ने सख्त कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के प्रधान सचिव (विशेष) अमिताभ गुप्ता को छुट्टी पर भेज दिया है। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि सीएम उद्धव ठाकरे से चर्चा के बाद प्रधान सचिव (विशेष) अमिताभ गुप्ता को जांच के लंबित होने तक तत्काल प्रभाव से अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया गया है। सबके लिए कानून समान है।

तो वहीं सतारा पुलिस ने बताया है कि लॉकडाउन के आदेशों का उल्लंघन करने पर महाबलेश्वर पुलिस स्टेशन में DHFL समूह के कपिल वधावन और 22 अन्य (उनके परिवार के सदस्यों और नौकरों) के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।

जांच कर रही है पुलिस

दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) के प्रमोटरों के महाबलेश्वर में पहुंचने के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया है। कपिल और धीरज वाधवान येस बैंक घोटाले और अंडरवर्ल्ड डॉन इकबाल मिर्ची संपत्ति मामले में आरोपी हैं। मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि 22 लोग पुणे से NH4 के रास्ते महाबलेश्वर पहुंचे थे, लेकिन यह यात्रा कहां से शुरू हुई, पुलिस इसका पता लगाने में जुटी हुई है।

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ऐसे मामला आया सामने

वाधवान बंधु अपने पारिवारिक सदस्यों और घरेलू सहायकों सहित महाबलेश्वर में अपने बंगले पर पहुंचे। इनके महाबलेश्वर स्थित अपने बंगले पर पहुंचते ही स्थानीय लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी और फिर पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। इस यात्रा के बारे में पूछे जाने पर वाधवान बंधुओं ने पुलिस को बताया कि मेडिकल वजहों से वो महाबलेश्वर पहुंचे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस उस कथित पत्र की भी जांच कर रही है जो एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा जारी किया गया था। इस पत्र में उन्हें यात्रा करने की इजाजत दी गई थी।

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बीपेजी ने उठाए सवाल

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कपिल और धीरज वाधवान समेत 22 लोगों के महाबलेश्वर पहुंचने पर सवाल खड़े किए हैं। देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट कर कहा कि महाराष्ट्र में शक्तिशाली और अमीर लोगों के लिए कोई लॉकडाउन नहीं है? पुलिस की आधिकारिक इजाजत से कोई महाबलेश्वर में छुट्टियां बिता सकता है। यह मुमकिन नहीं है कि एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी इस तरह की घोर गलती को अपने दम पर अंजाम दे। फडणवीस ने पूछा कि यह किसके आदेश या आशीर्वाद से हुआ था? सीएम और गृह मंत्री को स्पष्टीकरण देना चाहिए।

Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

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