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सावधान: गंगा में मिली ये खतरनाक चीज, ये दवाएं भी नहीं करेंगी काम

केंद्र सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद गंगा नदीं में प्रदूषण कम होता नहीं दिख रहा है। अब गंगा के उद्गम स्थल के नजदीक गंगोत्री में खतरनाक बैक्टीरिया मिले हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि सामान्य एंटीबायोटिक से ज्यादा ताकतवर हैं।

Dharmendra kumar
Published on: 27 Dec 2019 8:33 PM IST
सावधान: गंगा में मिली ये खतरनाक चीज, ये दवाएं भी नहीं करेंगी काम
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नई दिल्ली: केंद्र सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद गंगा नदीं में प्रदूषण कम होता नहीं दिख रहा है। अब गंगा के उद्गम स्थल के नजदीक गंगोत्री में खतरनाक बैक्टीरिया मिले हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि सामान्य एंटीबायोटिक से ज्यादा ताकतवर हैं। इनपर सामान्य एंटीबायोटिक का कोई असर नहीं होगा। यह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) दिल्ली की एक रिपोर्ट में सामने आया है।

IIT की रिपोर्ट में बताया गया है कि गंगोत्री से जो गंगा का नमूना लिया गया है उसमें ऐसे बैक्टीरिया मिले हैं जो सामान्य तौर पर अस्पताल में भर्ती मरीजों में पाए जाते हैं। IIT दिल्ली के प्रोफेसर शेख जियाउद्दीन अहमद का कहना है कि बैक्टीरिया की संख्या ऐसी जगहों पर ज्यादा है जहां नदी की चौड़ाई कम है।

प्रोफेसर शेख जियाउद्दीन अहमद ने कहा कि गंगा के उद्गम स्थल से सिर्फ 150 किलोमीटर बाद ही एंटीबायोटिक रोधी बैक्टीरिया पाए जाने लगते हैं। इनपर एंटीबायोटिक दवाओं का असर नहीं होता।

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IIT की रिपोर्ट के मुताबिक गर्मियों में गंगोत्री में लोगों की संख्या बढ़ जाती है। सर्दियों में यहां पर करीब 1 लाख लोग आते हैं, वहीं गर्मियों में यह पांच गुना ज्यादा हो जाती है। इसलिए तीर्थयात्रा के दौरान यहां प्रदूषण का स्तर भी बढ़ जाता है।

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नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत गंगोत्री में लगाए गए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता सिर्फ 78 हजार लोगों को लिए है, लेकिन पर्यटकों की ज्यादा संख्या होने पर इसकी क्षमता पर असर पड़ता है।

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गर्मियों में आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों का मल बहकर गंगा में जाता है। साथ ही नदी में नहाते समय इंसानी शरीर से भी बैक्टीरिया निकलकर गंगा के पानी में मिल जाता है। फिर यह दूसरे इंसान के शरीर में आसानी से पहुंच जाता है।



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Dharmendra kumar

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