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हिल जाएगी धरती: आसमान से आएगी तबाही, इसी महीने होगी शुरुआत
क्या-क्या तबाही मचाएंगा ये साल 2020। इस साल यानी 2020 में महामारी कोरोना वायरस, कितने चक्रवाती तूफान और कितनी बार भूकंप ने इस धरती को दहलाया है।
नई दिल्ली: क्या-क्या तबाही मचाएंगा ये साल 2020। इस साल यानी 2020 में महामारी कोरोना वायरस, कितने चक्रवाती तूफान और कितनी बार भूकंप ने इस धरती को दहलाया है। साल अभी आधा ही खत्म हुआ है कि इसने लाखों जिंदगियां तबाह कर दी है। और तो और ये हाल सिर्फ किसी एक देश, राज्य या जिले का नहीं है, बल्कि ये हाल पूरे विश्व का है। जो इस 2020 के जानलेवा कारनामों का शिकार हो रहा है। लेकिन अब फिर एक और मुसीबत दस्तक देने वाली है।
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जीं हां इसी महीने यानी जून में धरती के नजदीक से एक बार फिर तीन उल्कापिंड निकलेंगे। इस पर आई एक रिपोर्ट के अनुसार, नासा के सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट्स स्टडीज ने बताया है कि बहुत सी अंतरीक्ष चट्टाने पृथ्वी के नजदीक से गुजरने वाली हैं और इसकी शुरुआत 6 जून से होगी।
पहला उल्कापिंड 2002 एनएन4
ये उल्कापिंड 163348 (2002 एनएन 4) 0.05 एयू (7.48 मिलियन किलोमीटर) की रफ्तार से सूर्य की कक्षा में प्रवेश करते हुए धरती की कक्षा में प्रवेश करेगा।
इस पर एनईओ क्लोज एप्रोच डेटा टेबल के मुताबिक, उल्कापिंड 2002 एनएन4 , 6 जून को 3 बजकर 20 मिनट पर पृथ्वी के सबसे करीब पहुंच जाएगा।
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बता दें, इस उल्कापिंड की लंबाई 250-50 मीटर तक हो सकती है। इसके साथ ही इसकी चौड़ाई लगभग 135 मीटर बताई जा रही है। यहां तक कि पृथ्वी के अपने निकटतम बिंदु पर भी इस उल्कापिंड की दूरी, पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की औसत दूरी से 13 गुना अधिक होगी।
दूसरा उल्कापिंड 2013 एक्सए22
ये दूसरा उल्कापिंड 2002 एनएच4 की तरह उल्कापिंड 2013 एक्सए22, 8 जून को धरती की कक्षा में प्रवेश करेगा। यह उल्कापिंड 3 बजकर 40 मिनट पर सोमवार को पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करेगा।
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2002 एनएच4 के मुकाबले यह पृथ्वी के ज्यादा पास से गुजरेगा। लेकिन ये एक छोटा उल्कापिंड है। इसकी लंबाई लगभग 160 मीटर है और इसकी रफ्तार 24,050 किलोमीटर प्रति घंटा है।
तीसरा उल्कापिंड 2010 एनवाई65
ये तीसरा उल्कापिंड 441987 (2010 एनवाई 65) एक दशक पहले खोजा गया था और इसका अध्ययन पृथ्वी के निकटवर्ती कक्षा के कारण किया गया था।
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ये उल्कापिंड 2010 NY65 बुधवार, 24 जून को सुबह 6:44 बजे पृथ्वी की कक्षा से गुजरेगा। उल्कापिंड 2010 एनवाई 65 की लंबाई और चौड़ाई 2002 एनएन4 और 2013 एक्सए22 के बीच की है।
साथ ही इसकी लंबाई करीब 310 मीटर है। जून के महीने में पृथ्वी की कक्षा से गुजरने वाले इन उल्कापिंडो में 2010 एनवाय65 की वेलोसिटी सबसे अधिक 46,400 किलोमीटर प्रति घंटा है।
फिलहाल इन सबके बीच ये अच्छी खबर ये है कि तीनों ही उल्कापिंड भले ही पृथ्वी की कक्षा से होकर गुजरेंगे लेकिन अभी तक इनसे धरती को कोई खतरा नहीं है और वैज्ञानिक लगातार इन उल्कापिंडो पर अपनी नजर गड़ाए बैठे हुए हैं।
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