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आतंकियों पर ब़ड़ी कार्रवाई: भारत ने तोड़ी कमर, 7 प्रॉपर्टी को किया कब्जे में

सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पहली बार एक बड़ी कार्रवाई की है। जिसके तहत ईडी ने टेरर फंडिंग से जुड़े मामलों में 7 प्रॉपर्टीज को अपने कब्जे में कर लिया है।

Shreya
Published on: 19 Nov 2019 7:13 AM GMT
आतंकियों पर ब़ड़ी कार्रवाई: भारत ने तोड़ी कमर, 7 प्रॉपर्टी को किया कब्जे में
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नई दिल्ली: 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पहली बार एक बड़ी कार्रवाई की है। जिसके तहत ईडी ने टेरर फंडिंग से जुड़े मामलों में 7 प्रॉपर्टीज को अपने कब्जे में कर लिया है। ईडी ने जिन 7 प्रॉपर्टी को कब्जे में लिया है, वो सारे कश्मीर में है। ईडी के जांच अधिकारियों के मुताबिक, ऐसी कार्रवाई वो पहले नहीं कर सकते थे, लेकिन अब आर्टिकल 370 के हटने के बाद वो खुलकर एक्शन ले रहे हैं।

इन आरोपियों से है प्रॉपर्टी का कनेक्शन

ईडी ने जिन प्रॉपर्टी के खिलाफ ये कार्रवाई की है, उसका कनेक्शन सीधे मोहम्मद शफी शाह सहित 6 अन्य आरोपियों से है। ईडी की टीम पिछले कुछ वक्त से आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के चीफ सलाहुद्दीन समेत उसके कई आतंकियों से जुड़े मामलों की जांच में जुटी थी। अगर पहले की बात करें तो, पहले आतंकियों से जुड़े ठिकानों पर जाकर जांच करने और उससे जुड़ी संपत्तियों का फिजिकल पोजेशन लेने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था।

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हिजबुल मुजाहिदीन से था कनेक्शन

ईडी के जांचकर्ताओं के मुताबिक, जिन संपत्तियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, वो बांदीपोरा, सोपोर, अनंतनाग में स्थित है। ईडी की टीम के प्रॉपर्टी को क़ब्ज़े में लेने से पहले मौके पर पहुंची, उसके बाद उससे जुड़े लोगों को नोटिस दिया गया और एक तारीख देने के बाद ये कार्रवाई हुई। ईडी की टीम ने इस मामले में बहुत पहले ही PMLA के तहत मामले को दर्ज कर जांच में जुटी हुई थी। जिसमें टीम को मोहम्मद शफी शाह समेत अन्य 6 आरोपियों के बारे में जानकारी मिली थी। जिनका कनेक्शन आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से था।

आरोपियों के खिलाफ चार्ज शीट दाखिल

वहीं इस सभी आरोपियों के खिलाफ जांच एजेंसी NLA कोर्ट में चार्ज शीट दाखिल कर दिया है। इस चार्ज शीट में कई अहम सबूतों का भी जिक्र किया गया है। ईडी ने जब इस मामले में जांच शुरु की थी तो कई ऐसी कंपनियों और ट्रस्ट के बारे में जानकारी मिली, जिसका सीधे तौर पर कई आतंकी संगठनों के साथ कनेक्शन था। ये कंपनियां और ट्रस्ट कई आरोपियों के लिए फंड का इंतजाम करवाती थी।

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पाकिस्तान से पैसों का होता था लेनदेन

जांच के दौरान, जम्मू-कश्मीर प्रभावित रिलीफ ट्रस्ट की भी जानकारी प्राप्त हुई। जांच के दौरान ये पाया गया कि, इस ट्रस्ट में पाकिस्तान से काफी पैसों का लेनदेन हुआ है। उसके बाद कश्मीर घाटी में कई लोगों के बीच उन पैसों का बंटवारा हुआ था। इस ट्रस्ट में हवाला से जुड़े होने के भी काफी पक्के सबूत मिले।

ई़डी ने संदिग्धों से की पूछताछ

ईडी ने मामले में कई संदिग्धों से पूछताछ की है। वहीं पूछताछ के दौरान कई आरोपियों ने हवाला कारोबार से जुड़े होने के आरोप को स्वीकार भी किया। साथ ही पैसों के लेनदेन की बात भी स्वीकार की है। जांच में पता चला कि, इस ट्रस्ट ने कई आतंकियों के परिवार वालों और कई मृत परिवार वालों को पैसे उपलब्ध कराए हैं।

जांच के दौरान, मोहम्मद सलाहुद्दीन समेत मुजफ्फर अहमद डार, तालिब लाली, मुश्ताक अहमद लोन जैसे कई आरोपी आतंकियों की जानकारी प्राप्त हुई थी। जिसके बाद उन सबों के खिलाफ कार्रवाई की गई। फिलहाल ये सभी आतंकी दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल में सजा काट रहे हैं।

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