TRENDING TAGS :
इस राज्य में कोरोना ने बरपाया कहर, श्मशान में शवों की लगी भीड़!
देश में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। शुक्रवार को कोरोना मरीजों के आंकड़े ने रिकाॅर्ड तोड़ दिया है। शुक्रवार को कोरोना के करीब 11 हजार नए मामले देश में आए हैं। तो वहीं करीब 400 लोगों की जान चली गई है।
नई दिल्ली: देश में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। शुक्रवार को कोरोना मरीजों के आंकड़े ने रिकाॅर्ड तोड़ दिया है। शुक्रवार को कोरोना के करीब 11 हजार नए मामले देश में आए हैं। तो वहीं करीब 400 लोगों की जान चली गई है। शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपडेट जारी किया जिसके मुताबिक, अब देश में कुल मरीजों की संख्या 2 लाख 97 हजार 535 तक पहुंच गई है, तो वहीं 8498 लोगों की मौत हो चुकी है।
पिछले 24 घंटे में 10 हजार 956 नए मामले केस आए हैं, तो 396 लोगों की जान चली गई है। एक दिन में कोरोना केस और मौत का अभी तक यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। कोरोना से देश में अब तक 1 लाख 47 हजार 195 लोग मरीज ठीक हो चुके हैं, तो वहीं एक्टिव केस की संख्या 1 लाख 41 हजार 842 है।
यह भी पढ़ें...शव को कूड़ा गाड़ी में ले जाने पर DM-SP से जवाब तलब, जानें क्या है मामला
कोरोना महामारी ने अब गुजरात में कहर बरपाना शुरू कर दिया है। गुजरात में तेजी से मामले बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या भी बढ़ रही है। इसके चलते अहमदाबाद के श्मशान में इन दिनों क्षमता से दोगुने शवों के अंतिम संस्कार हो रहे हैं। गुजरात में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 1385 तक पहुंच चुकी है।
यह भी पढ़ें...मौत के बाद भी सुरक्षित नहीं कोरोना संक्रमित, शव के साथ की ये शर्मनाक हरकत
प्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस ने 38 लोगों की जान ले ली है। कोरोना मरीजों के शवों को अस्पताल से सीधे श्मशान घाट ले जाया रहा है। सिर्फ दो-चार सदस्य अंतिम संस्कार में शामिल हो पा रहे हैं।
यह भी पढ़ें...शवों को घसीटने का वीडियो वायरल, गर्वनर ने पूछे सवाल, मुख्य सचिव ने दिया ये जवाब
कोरोना मरीजों के पार्थिव शरीर को न छूने दिया जा रहा है और न ही उसके अंतिम संस्कार की पूरी क्रिया होने दी जा रही है। एक मीडिया रिपोर्ट में अहमदाबाद के श्मशान गृह के इंचार्ज जितेन्द्र मकवाना का कहना है कि अहमदाबाद के वीएस श्मशान गृह में अब 25 से 30 शव रोज आ रहे हैं। यहां पहले 10 से 12 पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए आते थे। इस तरह श्मशान में रोजोना क्षमता से दोगुने से ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।