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भारत-चीन विवाद का असर: शुरू हुई डिजिटल जंग, चाइनीज एप हटाने में आई तेजी

लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के साथ विवाद के बाद देश के लोगों की मानसिकता भी काफी तेजी से बदल रही है। देशभर में चाइनीज एप का बहिष्कार करने की मुहिम...

Ashiki
Published on: 26 Jun 2020 5:03 AM GMT
भारत-चीन विवाद का असर: शुरू हुई डिजिटल जंग, चाइनीज एप हटाने में आई तेजी
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अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली: लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के साथ विवाद के बाद देश के लोगों की मानसिकता भी काफी तेजी से बदल रही है। देशभर में चाइनीज एप का बहिष्कार करने की मुहिम धीरे-धीरे काफी तेज हो गई है। इसकी पुष्टि को गूगल ट्रेंड से भी होती है। गूगल ट्रेंड पता चला है कि हाल के दिनों में चाइनीज एप रिमूवर शब्द को सबसे ज्यादा खोजा गया है। भारतीय सैन्य कर्मियों के साथ चीनी सेना की हिंसक झड़प के बाद चाइनीज एप रिमूवर शब्द की सर्चिंग सूची में सबसे ऊपर 100 अंकों तक पहुंच गई है।

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वांगचुक की मुहिम से जुड़ रहे लोग

गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के जमावड़े के बाद सबसे पहले सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षक सोनम वांगचुक ने चीन के खिलाफ मुहिम छेड़ी थी। वांगचुक ने देश के लोगों के नाम संदेश में चीन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए बुलेट नहीं, वॉलेट का मंत्र दिया था। उन्होंने देश के लोगों से अनुरोध किया था की चीन निर्मित गैजेट्स को एक साल के भीतर और चाइनीज एप को एक हफ्ते में अपने मोबाइल और लैपटॉप से पूरी तरह हटा दें। वांगचुक के इस अनुरोध ने काफी असर दिखाया है। इसके साथ ही चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने का भी लोगों की मानसिकता पर काफी असर पड़ा है। काफी संख्या में देश के लोग मोबाइल फोन से चाइनीज एप हटाने की मुहिम से जुड़ गए हैं।

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रिमूव चाइना एप्स का लिया सहारा

काफी संख्या में लोगों ने प्ले स्टोर पर आए रिमूव चाइना एप्स का भी सहारा लिया है। जानकारों का कहना है कि पिछले दो-तीन दिनों के भीतर ही लाखों लोगों ने चाइनीज एप हटाने के लिए इस एप का सहारा लिया। हालांकि बाद में गूगल ने प्ले स्टोर से इस एप को हटा दिया। प्ले स्टोर से इस एप को हटाने के बाद भी लोग अन्य तरीकों से चाइनीज एप की पहचान करके उन्हें अपने मोबाइल से हटाने के काम में जुटे हुए हैं।

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चाइनीज एप रिमूवर शब्द की सबसे ज्यादा खोज

लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच विवाद की शुरुआत गत 5 मई को हुई थी। करीब 3 हफ्ते बाद गूगल ट्रेंड पर चाइनीज एप रिमूवर शब्द को खोजने में तेजी आई। 24 से 30 मई के बीच इस शब्द का सर्चिंग प्वाइंट 13, 31 मई से 6 जून तक 72 और 14 जून से 20 जून के बीच 100 रहा। 15 जून को भारत और चीन के सैन्य कर्मियों के बीच हिंसक झड़प हुई थी और गूगल ट्रेंड से पता चलता है कि इसके बाद चाइनीज एप रिमूवर शब्द को खोजने में तेजी आई है।

उत्तराखंड के लोग सबसे आगे

सर्चिंग प्वाइंट से पता चलता है कि गूगल पर किसी विषय को कहां सबसे ज्यादा खोजा गया है। गूगल पर चाइनीज एप रिमूवर को खोजने में उत्तराखंड के लोग सबसे आगे हैं जबकि दूसरे नंबर पर झारखंड है। जम्मू-कश्मीर इस मामले में तीसरे, गुजरात चौथे और असम पांचवें नंबर पर है।

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जूम एप पर जारी हुई थी एडवाइजरी

कोरोना संकट के दिनों में जूम एप का देश में जमकर इस्तेमाल किया गया। लोगों ने एक-दूसरे से संपर्क साधने के लिए इस एप का खूब सहारा लिया। हालांकि बाद में केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से इसके बारे में एडवाइजरी जारी कर लोगों को बताया गया था कि यह एप सुरक्षित नहीं है और ऐसे में लोगों को सावधानी से ही इसका इस्तेमाल करना चाहिए।

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