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शहीद हवलदार की मासूम बेटी ने कही ऐसी बात, सुनकर फट जाए कलेजा
चीन के साथ लद्दाख की गलवां घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में सेना के अधिकारी सहित 20 जवान शहीद हो गए। इसमें हवलदार बिपुल रॉय भी थे। उनकी मासूम बेटी के मासूम सवालों पर हर कोई रो दे।
मेरठ: चीन के साथ लद्दाख की गलवां घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में सेना के अधिकारी सहित 20 जवान शहीद हो गए। शहीद हुए 20 जवानों में बिपुल रॉय भी शामिल थे।
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यहां ले रखा था किराए का मकान
हवलदार शहीद बिपुल रॉय 81 माउंट बिग्रेड सिग्नल कंपनी के थे। शहीद बिपुल रॉय मेरठ छावनी में 2 साल पहले 22 डिव के सिग्नल रेजीमेंट में तैनात थे। यहीं से लद्दाख के लिए पोस्टिंग आने पर उन्होंने पत्नी रुम्पा और 5 वर्षीय बेटी तमन्ना को मेरठ में ही खाना कंकरखेड़ा क्षेत्र में रोहटा रोड स्थित कुंदन कुंज कॉलोनी में किराए पर मकान लेकर रख रखा था। यहीं से वह पोस्टिंग के लिए लद्दाख चले गए थे।
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पत्नी, बच्ची का रो-रोकर बुरा हाल
उनकी शहादत की सूचना रोहटा रोड स्थित कुंदन कुंज कॉलोनी में पहुंचते ही लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। उनकी पत्नी व बच्ची का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, जानकारी लगने पर डीएम अनिल ढींगरा और एसएसपी अजय साहनी भी शहीद बिपुल रॉय के घर पहुंचे और परिवार को ढांढस बंधाया। डीएम ने बताया कि शहीद की पत्नी अपनी बच्ची के साथ कुंज विहार में रहती हैं।
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गुरुवार को पहुंचेंगे पैतृक गांव
जानकारी मिलने पर कैंट विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल भी शहीद के घर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शहीद के परिवार को सांत्वना दी। वहीं इसके बाद सेना के अधिकारी भी शहीद के घर पहुंच गए। कुछ देर बाद सेना के अधिकारी शहीद की पत्नी व बच्ची को अपने साथ ले गए। मिली जानकारी के अनुसार, उनकी पत्नी गुरुवार सुबह 11 बजे दिल्ली से फ्लाइट से बंगाल अपने घर जाएंगी।
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बेटी नहीं समझ पा रही कुछ भी
शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बिन्दीपरा जलपाईगुड़ी बंगाल जाएगा। पत्नी रुम्पा रॉय ने तत्काल अपना जरूरी सामान बैग और अटैची में रखना शुरू कर दिया। इसी बीच शहीद की 5 वर्षीय बेटी तमन्ना ने अपनी मां से पूछा कि हम कहां जा रहे हैं। आप सामान क्यों बांध रही हो। पापा जी को तो ड्यूटी से आने दें। इतना सुनते ही शहीद की पत्नी की आंखों में आंसू आ गए और बेटी को कलेजे से लगा लिया।
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रिपोर्ट: सुशील कुमार