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होगी कड़ाके की ठंड: मौसम में दिखेगा 'ला नीना' का असर, हो जाएं तैयार

मौसम विभाग के मुताबिक, देश में इस साल काफी कड़ाके की सर्दी पड़ने वाली है। इस साल सर्दी के मौसम में ला नीना (La Nina) का असर देखने को मिलेगा। 

Shreya
Published on: 29 Oct 2020 7:48 AM GMT
होगी कड़ाके की ठंड: मौसम में दिखेगा ला नीना का असर, हो जाएं तैयार
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होगी कड़ाके की ठंड: मौसम में दिखेगा 'ला नीना' का असर, हो जाएं तैयार

नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में थोड़ी-बहुत ठंड ने दस्तक दे दी है। इस बीच कहा जा रहा है कि इस साल भले ही सर्दी का मौसम थोड़ी देर में आ रहा है, लेकिन जब ठंड शुरू होगी तो काफी कड़ाके की सर्दी पड़ेगी। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, इस साल सर्दी के मौसम में ला नीना (La Nina) का असर देखने को मिलेगा, जिसकी वजह से काफी ज्यादा कड़ाके की ठंड पड़ेगी।

ला नीना के चलते चलेगी शीत लहर

वैज्ञानिकों का कहना है कि इस साल ला नीना के असर के चलते शीत लहर चलेगी। ला नीना के कमजोर पड़ने की वजह से पिछले साल की तुलना इस साल ज्यादा ठंड पड़ने की आशंका जताई जा रही है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ला नीना के कमजोर पड़ने के चलते इस बार कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है और शीत लहर की वजह से सर्दी का ज्यादा एहसास होगा।

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क्या होती है ला नीना?

जानकारी के लिए आपको बता दें कि ला नीना समुद्री प्रक्रिया होती है, जिसमें समुद्र में पानी ठंडा होने लगता है। इसके चलते हवाओं में इसका प्रभाव साफ-साफ दिखाई देने लगता है। इसके अलावा हवाओं में सर्दी महसूस होने की वजह से टेम्परेचर में भी इसका प्रभाव दिखाई देता है। ये अंतर ना केवल महासागरीय घटनाओं बल्कि दुनिया के मौसम और जलवायु को बड़े स्तर पर प्रभावित कर सकते हैं।

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देश से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून हुआ विदा

लंबे इंतजार के बाद आखिरकार कल यानी बुधवार को देश से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने विदा ले लिया है। रतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इसकी जानकारी दी है। इस बार मॉनसून अपनी सामान्य तिथि से कई दिनों तक ज्यादा रहा। इस दौरान भारत के कई हिस्सो में जबरदस्त बारिश हुई। इसके साथ ही आईएमडी ने बताया कि उत्तर-पूर्वी मॉनसून की शुरुआत हो गई है। जिसके वजह से तमिलनाडु, पुडुचेरी, कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश के हिस्सों में अक्टूबर से दिसंबर के दौरान बारिश होती है।

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