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INDIA Mumbai Meeting: विभिन्न राज्यों में सीट बंटवारे पर फैसला टालने की तैयारी,नीतीश कुमार को लगेगा बड़ा झटका

INDIA Mumbai Meeting: नीतीश कुमार पिछले कई दिनों से यह मांग लगातार कर रहे हैं कि सीटों के बंटवारे पर जल्द से जल्द फैसला लिया जाए ताकि सभी दलों और उम्मीदवारों को चुनावी तैयारी का पूरा मौका मिल सके।

Anshuman Tiwari
Published on: 31 Aug 2023 3:42 PM IST (Updated on: 31 Aug 2023 11:26 AM IST)
INDIA Mumbai Meeting: विभिन्न राज्यों में सीट बंटवारे पर फैसला टालने की तैयारी,नीतीश कुमार को लगेगा बड़ा झटका
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INDIA Mumbai Meeting (Photo: Social Media)

INDIA Mumbai Meeting: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की मुंबई बैठक के दौरान विभिन्न दलों के बीच सीटों के बंटवारे का फैसला टाला जा सकता है। इस कारण बिहार के मुख्यमंत्री और विपक्षी एकजुटता के लिए लंबे समय से कवायद में जुटे नीतीश कुमार को इस बैठक में बड़ा झटका लग सकता है। नीतीश कुमार पिछले कई दिनों से यह मांग लगातार कर रहे हैं कि सीटों के बंटवारे पर जल्द से जल्द फैसला लिया जाए ताकि सभी दलों और उम्मीदवारों को चुनावी तैयारी का पूरा मौका मिल सके।

दूसरी ओर जानकार सूत्रों का कहना है कि कई राज्यों में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव के नतीजे आने तक सीटों के बंटवारे का फैसला टाला जा सकता है। दरअसल इन चुनावों के दौरान विभिन्न दलों को अपनी सियासी ताकत का मूल्यांकन करने का मौका मिलेगा। इन राज्यों में सहयोगी दलों के बीच भी टकराव की स्थिति दिख रही है। ऐसी स्थिति में इंडिया के गठबंधन दलों के बीच सीट बंटवारे के फैसले के लिए अभी इंतजार करना पड़ सकता है।

पांच राज्यों के चुनावों पर निगाहें

इस साल पांच राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इंडिया गठबंधन में शामिल कई दल इन चुनावों में अपनी सियासी ताकत साबित करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के साथ हो रहा है मगर आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल समेत कुछ दल इन राज्यों में अपने प्रत्याशी उतारने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
विधानसभा चुनाव के दौरान सहयोगी दलों के बीच इस टकराव को लेकर आरोप-प्रत्यारोप भी लगते रहे हैं मगर कई नेताओं का कहना है कि विपक्षी दलों का मोर्चा 2024 की सियासी जंग के मद्देनजर बनाया गया है। 2024 की सियासी जंग के दौरान भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए के खिलाफ साझा उम्मीदवार उतारा जाएगा।

विधानसभा चुनाव के नतीजे तक टलेगा फैसला

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल के दिनों में कई बार इस बात पर जोर दिया है कि इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर जल्द फैसला होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस फैसले से सभी दलों को अपनी चुनावी रणनीति बनाने में काफी सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही उम्मीदवारों का चयन करने में भी काफी सहूलियत होगी। उम्मीदवारों को जीत हासिल करने के लिए अपनी सियासी जमीन को मजबूत बनाने का मौका भी मिलेगा मगर नीतीश कुमार की यह उम्मीद पूरी होती हुई नहीं दिख रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गठबंधन में शामिल कई दल विधानसभा चुनाव के नतीजे का इंतजार करने के इच्छुक हैं। विधानसभा चुनाव के नतीजे के आधार पर लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के फैसले पर जोर दिया जा रहा है। विधानसभा चुनाव के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों को अपनी सियासी ताकत नापने का मौका मिलेगा। इसी कारण माना जा रहा है कि सीटों के बंटवारे पर फैसला भी टाला जा सकता है।

कई राज्यों में सहयोगी दलों के बीच टकराव

वैसे विभिन्न राज्यों में सहयोगी दलों के बीच टकराव की स्थिति भी दिख रही है। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और वाम दलों के बीच टकराव दिख रहा है तो कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच कई राज्यों में खींचतान की स्थिति बनी हुई है। नीतीश कुमार की अपनी पार्टी जदयू और राजद में भी हाल के दिनों में कई मुद्दों पर मतभेद खुलकर सामने आए हैं। राजद मुखिया लालू यादव के हाल के बयानों ने नीतीश कुमार के लिए असहज स्थिति पैदा की है।

समन्वय समिति पर हो सकता है फैसला

विपक्ष के एक नेता का कहना है कि बेंगलुरु की बैठक के करीब डेढ़ महीने बाद मुंबई में इस महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया जा रहा है। आदर्श स्थिति तो यह है कि हमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर जल्द से जल्द फैसला लेना चाहिए मगर कई गंभीर मुद्दों को अगली मीटिंग तक के लिए टाला जा सकता है। जानकार सूत्रों का कहना है कि मुंबई बैठक के दौरान समन्वय समिति के गठन को लेकर बड़ा फैसला लिया जा सकता है।

समन्वय समिति में इंडिया में शामिल महत्वपूर्ण दलों के 11 नेताओं को शामिल करने की तैयारी है। इंडिया गठबंधन का लोगो जारी होने के साथ ही दिल्ली में विपक्षी मोर्चे का मुख्यालय स्थापित करने की घोषणा भी की जा सकती है। विपक्षी दल मतभेद पैदा करने वाले मुद्दों पर अभी फैसला लेने को तैयार नहीं दिख रहे हैं।



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Anshuman Tiwari

Anshuman Tiwari

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