×

कांपी पूरी दुश्मन सेना: अब भारत मचाएगा तबाही, आ रहे ये भयानक हथियार

भारत लगातार अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ाने में लगा हुआ है। ऐसे में अमेरिका, रूस और फ्रांस से हथियारों का समझौता हुआ, तो दूसरी तरफ DRDO ने कई नए हथियारों का देश की सेनाओं के लिए निर्माण किया।

Vidushi Mishra
Published on: 1 Jan 2021 10:37 AM GMT
कांपी पूरी दुश्मन सेना: अब भारत मचाएगा तबाही, आ रहे ये भयानक हथियार
X
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर कोई आत्मसम्मान को छेड़ेगा तो उसे छोड़ेंगे नहीं। भारत पिछले सालों में लगातार अपनी सैन्य क्षमता बढ़ा रहा है।

नई दिल्लीः बीते साल पूरा देश कोरोना महामारी से ही लड़ता रहा, बचता रहा और दुश्मन देश चीन-पाकिस्तान के साथ संघर्ष भी जारी रहा। ऐसे में बीते दिनों रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर कोई आत्मसम्मान को छेड़ेगा तो उसे छोड़ेंगे नहीं। भारत पिछले सालों में लगातार अपनी सैन्य क्षमता बढ़ा रहा है। जिसके चलते अब दुनिया के तमाम देशों को भी भारत स्वदेशी मिसाइलें निर्यात करेगा।

ये भी पढ़ें... इजरायल में मचेगी तबाही! खतरनाक मिसाइलों से होगा हमला, इस नेता ने दी धमकी

भारत लगातार अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ाने में लगा हुआ है। ऐसे में अमेरिका, रूस और फ्रांस से हथियारों का समझौता हुआ, तो दूसरी तरफ DRDO ने कई नए हथियारों का देश की सेनाओं के लिए निर्माण किया। ऐसे में आगे भी ये निर्माण प्रक्रिया जारी है।

इस साल 2021 में ऐसे कई हथियार हैं जो परीक्षण के अपने अंतिम दौर में होंगे और हो सकता है कि वह बेड़े में इसी साल शामिल भी हो जाएं।तो चलिए जानते हैं कि वे कौन से हथियार हैं जो देश को और ज्यादा ताकतवर बनाएंगें।

एयर-इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (AIP)

इस साल भारत पनडुब्बियों की क्षमता बढ़ाने पर कार्य करेगा और इस साल में इसमें सफलता पा ली जाएगी। ऐसे में पनडुब्बियों को ज्यादा लंबे समय तक पानी के अंदर बनाए रखने में सक्षम बना देने वाली स्वदेशी एआईपी (एयर-इंडिपेंडेंट प्रोपल्शनः के लिए परीक्षण नए साल की पहली तिमाही में शुरू होगा।

arab sea फोटो-सोशल मीडिया

वहीं इसे फिर से फिट करने के दौरान भारत की 6 स्कॉर्पीन पनडुब्बियों में लगाया जाना है। इस तरह समुद्री सीमा की सुरक्षा और अधिक सुदृढ़ हो जाएगी।

ये भी पढ़ें...सबसे भयानक मिसाइल: रुस-अमेरिका में छिड़ी जंग, अब युद्ध होना तय

बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस-2

2020 में बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस कार्यक्रम का पहला चरण पूरा हुआ है। ऐसे में अब 2021 में इसका दूसरा चरण पूरा होने वाला है। इसका उद्देश्य बहु-स्तरीय रक्षा प्रणाली के माध्यम से देश को किसी भी तरह की मिसाइलों, जिसमें परमाणु मिसाइलें और हवा में उड़ने में सक्षम उपकरण शामिल हैं।

रुस्तम-2

डीआरडीओ(DRDO) अपने महत्वकांक्षी प्रयोग और परीक्षण में ड्रोन रुस्तम-2 को भी शामिल करने वाला है। रुस्तम 2 को डीआरडीओ ने पूरी तरह स्वदेशी तौर पर विकसित किया है। फिर ये ऐसा ड्रोन है, जो दुश्मन की निगरानी करने, जासूसी करने, दुश्मन ठिकानों की फोटो खींचने के साथ दुश्मन पर हमला करने में भी सक्षम है।

ये भी पढ़ें...धमाकों से गूँजा देश: बम-मिसाइल गिरते रहे आसमान से, क्रिसमस पर पसरा मातम

Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

Next Story