TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

सीमा पर 40,000 चीनी सैनिक: भारत ने बनाया ऐसा प्लान, अब चीन हारेगा जंग

 भारत और चीन के बीच चलते तनाव को आज कई महीने बीते गए हैं। चीनी सेना की गतिविधियों को देखते हुए लाइन ऑफ एक्च्यूअल कंट्रोल पर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने चौकन्नी नजर रखने की मांग की है।

Newstrack
Published on: 6 Aug 2020 5:49 PM IST
सीमा पर 40,000 चीनी सैनिक: भारत ने बनाया ऐसा प्लान, अब चीन हारेगा जंग
X
एलएएसी पर तैनात भारतीय सैनिकों की फाइल फोटो

नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच चलते तनाव को आज कई महीने बीते गए हैं। चीनी सेना की गतिविधियों को देखते हुए लाइन ऑफ एक्च्यूअल कंट्रोल पर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने चौकन्नी नजर रखने की मांग करने के साथ कहा है कि इसके लिए 4 से 6 सैटेलाइट की जरूरत है। इन सैटेलाइट्स के जरिए भारतीय सेना को चीन की गतिविधियों और विरोधी की चाल पर नजर में मदद करेगी।

ये भी पढ़ें... परेशान बाबा रामदेवः विवादों में रही कोरोनिल अब इसलिए नहीं दे पा रहे लोगों को

40,000 से अधिक सैनिक जुटाए

एलएसी पर सतर्कता बढ़ाने के लिए भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को सैटेलाइट की जरूरत उस समय महसूस हुई जब चीनी सेना ने एलएसी की ओर से शिनजियांग क्षेत्र में एक अभ्यास की आड़ में भारी हथियार और तोपखाने के साथ 40,000 से अधिक सैनिक जुटाए और उन्हें भारतीय क्षेत्र की ओर ले जाना शुरू कर दिया।

इसके साथ ही चीनी सेना ने कई स्थानों पर भारतीय क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार, यह 14 कोर मुख्यालय सहित लेह में स्थित भारतीय संरचनाओं को आश्चर्यचकित करता है।

ये भी पढ़ें...प्रेम में घर फूंक दियाः प्रपोज करने की ये कीमत और फिर ऐसा जवाब

चीनी सेना चीनी सेना

नजर रखने के लिए ये सैटेलाइट जरूरी

ऐसे में रक्षा सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय क्षेत्र और एलएसी पर गहराई वाले क्षेत्रों में चीनी बलों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ये सैटेलाइट जरूरी है।

रक्षा सूत्रों का कहना है कि इन सैटेलाइट्स में हाई रिज़ॉल्यूशन वाले सेंसर और कैमरे हैं, जो पास से निगरानी रखने में मदद कर सकते हैं। और सिर्फ इतना ही नहीं इनके जरिए छोटी सी छोटी चीजों और व्यक्तियों पर भी नजर रखने में सक्षम है।

आगे उन्होंने कहा कि इससे क्षमता और संपत्ति से देश को चीनी और अन्य सहयोगियों पर नजर रखने के लिए विदेशी सहयोगियों पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी।

ये भी पढ़ें...गधे के विवाद में गई जानः खेत में घुसने पर हुआ झगड़ा, घोंप दिया युवक के चाकू

क्षमता को और मजबूत करने की जरूरत

सूत्रों ने ये भी कहा है कि भारतीय सशस्त्र बलों के पास पहले से ही कुछ सैन्य उपग्रह हैं जो प्रतिकूल परिस्थितियां पड़ने पर कड़ी नजर रखने के लिए उपयोग किए जाते हैं, लेकिन उस क्षमता को और मजबूत करने की जरूरत है।

लेकिन चीनी सैनिकों ने पैंगोंग सो झील के साथ फिंगर क्षेत्र में भारतीय क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिया है, जहां वे पूरी तरह से विघटन से इनकार कर रहे हैं और फिंगर-5 में एक अवलोकन पोस्ट बनाना चाहते हैं।

इसके साथ ही गोगरा क्षेत्र में अब भी कुछ लोग बने हुए हैं। चीनी गतिविधियों के बारे में स्पष्टता की कमी के कारण, भारतीय पक्ष ने लद्दाख में अपनी संख्या बनाने के लिए समय लिया और अतिरिक्त बलों को आस-पास के क्षेत्रों से पंप करना पड़ा और रिजर्व फॉर्मेशन भी चले गए। लेकिन अब चीनी गतिविधियों पर नजर बनाए रखना काफी जरूरी हो गया है।

ये भी पढ़ें...ओवैसी व पर्सनल लॉ बोर्ड को करारा जवाबः कोई नहीं देगा साथ, वसीम रिजवी ने कही ये बात

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



\
Newstrack

Newstrack

Next Story