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जमात ने खड़ी कर दी भारी मुसीबत, अब लंबा खिंच सकता है कोरोना का कहर
कोरोना के खिलाफ जंग में देश को मिल रही कामयाबी को तबलीगी जमात ने जबर्दस्त चोट पहुंचाई है। जिस समय पूरा देश एकजुट होकर कोरोना के खिलाफ जंग में जुटा हुआ था, ऐसे समय में तबलीगी जमात ने राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में जलसे का आयोजन कर पूरे देश को भीषण संकट में डाल दिया है
नई दिल्ली: कोरोना के खिलाफ जंग में देश को मिल रही कामयाबी को तबलीगी जमात ने जबर्दस्त चोट पहुंचाई है। जिस समय पूरा देश एकजुट होकर कोरोना के खिलाफ जंग में जुटा हुआ था,ऐसे समय में तबलीगी जमात ने राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में जलसे का आयोजन कर पूरे देश को भीषण संकट में डाल दिया है। तबलीगी जमात के जलसे के कारण देश में कोरोना का संक्रमण जिस तेजी से फैला है, उसके बाद अब यह माना जा रहा है कि इस वायरस का कहर देश में लंबा खिंच सकता है।
तेजी से बढ़ी कोरोना मरीजों की संख्या
तबलीगी जमात की लापरवाही का ही नतीजा है कि पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के मरीजों संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के 478 पॉजीटिव केस सामने आए हैं। कोरोना के प्रकोप से ग्रस्त होने वाले मामलों में बड़ी संख्या तबलीगी जमात से जुड़े सदस्यों और उनके संपर्क में आने वाले लोगों की बताई जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं कि पिछले दो दिनों के दौरान 16 राज्यों में तबलीगी जमात से जुड़े 687 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे समझा जा सकता है कि जमात की लापरवाही देश के लिए कितनी बड़ी मुसीबत साबित हो रही है।
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वायरस फैलाने में जमात की बड़ी भूमिका
तबलीगी जमात के जलसे का आयोजन दिल्ली में हुआ था और दिल्ली में कोरोना वायरस टिव मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली में अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 386 तक पहुंच गई है। तबलीगी जमात के आयोजन ने किस तरह लोगों को संक्रमित किया है, यह इसी से समझा जा सकता है कि इनमें से 259 मामले तबलीगी जमात से जुड़े सदस्यों के हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल का कहना है कि पिछले दो दिनों में तबलीगी जमात से जुड़े कोरोना वायरस 45 मरीज मिले हैं।
केजरीवाल बोले-घबराने की जरूरत नहीं
हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अभी भी स्थिति पर नियंत्रण को लेकर उम्मीदों से भरे हुए हैं। उनका कहना है कि सबसे अच्छी बात तो यह है कि अभी तक यह संक्रमण सामुदायिक स्तर पर नहीं फैल रहा है। इसलिए किसी को घबराने की जरूरत नहीं है और स्थिति को पूरी तरह हमारए नियंत्रण में है। केजरीवाल भले ही स्थिति के नियंत्रण में होने का दावा कर रहे हों मगर शुक्रवार को दिल्ली में कोरोना के 93 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। शुक्रवार को इस किलर वायरस ने दो लोगों की जान भी ले ली।
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लंबा चल सकता है कहर
जानकारों का कहना है कि तबलीगी जमात की इस लापरवाही की देश को बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है और अब इस वायरस का कहर लंबा खिंच सकता है। आईसीएमआर के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने आशंका जताई है कि कोरोना से ग्रसित मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है। उनका कहना है कि यह अप्रैल के अंत या फिर मई में चरम पर पहुंच सकता है। उनका कहना है कि इसके बाद ही कोरोना के मरीजों की संख्या में कमी आनी शुरू होगी।
अगला एक हफ्ता काफी महत्वपूर्ण
जानकारों का कहना है कि कोरोना के खिलाफ जंग में अगला एक हफ्ता भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। उनका कहना है कि अगले एक हफ्ते के दौरान ही यह सही तरीके से पता चल पाएगा कि तबलीगी जमात के लोगों के संपर्क में आने के कारण कितने लोगों तक कोरोना वायरस का संक्रमण पहुंच गया। इसके आधार पर ही यह तय हो सकेगा कि भारत इस वायरस की चेन को तोड़ने में कहां और कब तक कामयाब हो पाएगा।
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वायरस की चेन को तोड़ना आसान नहीं
जानकारों का कहना है कि कोरोना वायरस की चेन को तोड़ना उतना आसान नहीं होता और इसी आधार पर कहा जा सकता है कि अप्रैल के अंत तक हम इसका सही आकलन करने में कामयाब हो सकेंगे। भारत में गर्मी बढ़ने के साथ कोरोना का संक्रमण कमजोर पड़ने की आशंका के बारे में पूछे जाने पर जानकारों का कहना है कि अभी तक इसकी वैज्ञानिक रूप से पुष्टि न हो पाने के कारण कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता।
दूरदराज के इलाकों तक पहुंच गया वायरस
तबलीगी जमात ने कोरोना वायरस के मामले को काफी पेचीदा बना दिया है। इस जमात ने सबसे बड़ा संकट तो यह खड़ा किया है कि संक्रमण के मामले दूरदराज के राज्यों तक भी पहुंच गए हैं। तबलीगी जमात के जलसे के कारण अंडमान निकोबार तक यह किलर वायरस पहुंच गया है। इसके अलावा 13 अन्य राज्य दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, असम, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, झारखंड, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड तक में तबलीगी जमात से कोरोनआ का संक्रमण फैल गया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में तबलीगी जमात के कोरोना ग्रसित लोगों के संपर्क में आने से तमाम और नए लोग भी इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं।
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राज्य सरकारों ने संक्रमण रोकने का अभियान छेड़ा
यही कारण है कि विभिन्न राज्य सरकारों ने तबलीगी जमात के लोगों को क्वारंटीन करके इस वायरस का संक्रमण रोकने का अभियान छेड़ दिया है। कई राज्यों में तो इसके लिए छापेमारी तक की कार्रवाई की गई है। लखनऊ में तो इसके लिए सदर इलाके को सील तक कर दिया गया है। अन्य राज्य सरकारें भी तबलीगी जमात से फैले संक्रमण को रोकने में जोर-शोर से जुटी हुई है। केंद्र और विभिन्न राज्य सरकारों के इस अभियान से कोरोना के वायरस के व्यापक संक्रमण को रोकने में कामयाबी मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।