टीवी चैनल वालों के माइक्रोफोन से भी कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा

कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। सभी तरह के मीडिया में खबरें, सूचनाएं, जानकारियां भरी हुई हैं। मीडिया लगातार जनता को सतर्क और सावधान कर रहा है, लेकिन कुछ लापरवाहियां भी नजर आ रही हैं। लोगों ने इन लापरवाहियों को इंगित किया है जो सही भी है।

Dharmendra kumar
Published on: 21 March 2020 7:33 AM GMT
टीवी चैनल वालों के माइक्रोफोन से भी कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा
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नीलमणि लाल

लखनऊ: कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। सभी तरह के मीडिया में खबरें, सूचनाएं, जानकारियां भरी हुई हैं। मीडिया लगातार जनता को सतर्क और सावधान कर रहा है, लेकिन कुछ लापरवाहियां भी नजर आ रही हैं। लोगों ने इन लापरवाहियों को इंगित किया है जो सही भी है।

रिटायर्ड वैज्ञानिक डॉ आरएस सिंह ने कहा है की टीवी चैनल के रिपोर्टर जगह जगह जा कर लोगों की प्रतिक्रिया ले रहे हैं। जिस माइक्रोफोन पर सिर्फ रिपोर्टर बोलते हैं वही लोगों के मुंह के नजदीक कर दिया जाता है और लोग उसमें बोलते हैं। टीवी चैनल के लोग बताते हैं कि मुंह से निकालने वाले ड्रोपलेट्स से इन्फ़ैकशन फैलता है लेकिन एक माइक्रोफोन पर कितने ही लोगों के ड्रोपलेट्स जमा हो रहे हैं इसकी फिक्र कहीं नजर नहीं आती।

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रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ रश्मि रॉय चौधरी का कहना है कि बहुत से लोग टीवी चैनल के रिपोर्टर के हाथ से माइक्रोफोन पकड़ भी लेते हैं। जब बार बार कहा जा रहा है कि दूर से बात करिए और हाथ कटाई टच न करिए तब ऐसी नादानी क्यों की जा रही है।

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रिटायर्ड प्रोफेसर टीके रॉय चौधरी ने कहा है कि लोगों से दूरी बना कर रखनी चाहिए। भीड़ में नहीं जाना चाहिए। एसी नहीं चलाना चाहिए। लेकिन टीवी स्टूडियो में यही सब हो रहा है। साउथ कोरिया में तो चैनलवाले मास्क लगा कर टीवी पर आ रहे हैं।

बिजनेसमैन डी.वी. सिंह कहते हैं कि चैनल वालों को स्वयं दूरी और स्वच्छता का उदाहरण पेश करना चाहिए। ये समय लोगों के मुंह के पास माइक्रोफोन ठूँसने का नहीं है। जब लोग जागरूक नहीं हैं तो उनके सामने लापरवाही से पेश आने की बजाए अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।

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साहित्यकार अमरेंद्र सिंहा का कहना है कि ऐसी मुसीबत के दौर में मीडिया की बहुत बड़ी भूमिका है। जगह जगह जा कर लोगों की प्रतिक्रिया लेने का कोई मतलब नहीं है। चैनल वाले सावधानी, सरकारी दिशा निर्देश और सहायता संबंधी जानकारियां ही दें। मुझे तो नहीं लगता कि ये माइक्रोफोन कभी स्टरलाइज भी किए जाते होंगे। एक माइक्रोफोन पर जमा विषाणुओं को भी माइक्रोस्कोप में देखें और जनता को बताएं।

Dharmendra kumar

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