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इस भारतीय खिलाड़ी का खुलासा, टूटे घुटने से खेला पूरा वर्ल्डकप
2019 वर्ल्ड कप में भारत की ओर से हैट ट्रिक लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 2015 वर्ल्ड कप के बारे में पांच साल बाद चौंकाने वाला खुलासा किया है।
नई दिल्ली: पूरे देश में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते लॉकडाउन घोषित है। ऐसे में साड़ी सेवायें खेल सब कुछ बंद है। और सब अपने अपने घरों में बंद हैं। ऐसे में क्रिकेटर्स अब मैदान में तो नजर नहीं आते लेकिन वो अपने प्रशंसकों से जुड़े रहने के लिए सोशल मीडिया के जरिये उनसे जुड़े रहते हैं। अभी कुछ दिन पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली और इंग्लैंड के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज केविन पीटरसन इन्स्टाग्राम पर लाइव आए थे और कई राज खोले व मस्ती की थी। अब इसी तरह से भारत के वर्तमान समय में प्रमुख तेज़ गेंदबाज मोहम्मद शमी ने भी इन्स्टाग्राम लाइव के जरिये भारत के पूर्व फ़ास्ट बॉलर इरफ़ान पठान के साथ बातचीत की और कई खुलासे भी किए।
2015 वर्ल्ड कप में चोटिल था घुटना
2019 वर्ल्ड कप में भारत की ओर से हैट ट्रिक लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने एक बड़ा बड़ा खुलासा किया है। इस गेंदबाज ने 2015 वर्ल्ड कप के बारे में पांच साल बाद चौंकाने वाला खुलासा किया है। इंस्टाग्राम लाइव के दौरान तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने बताया कि 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेले गए विश्व कप में वह घुटने की परेशानी से जूझ रहे थे। शमी ने बताया कि मेरा घुटना 2015 विश्व कप के पहले से ही चोटिल था।
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मेरा हाल ये था कि मैं मैच या प्रक्टिस के बाद ठीक से चल भी नहीं पाता था। शमी ने कहा कि मैंने फिजियो नितिन पटेल के आत्मविश्वास की वजह से 2015 विश्व कप खेला। ज्ञात हो कि 2015 वर्ल्ड कप में शमी ने भारत के लिए 7 मैचों में 17 विकेट हासिल किए थे। और वो उमेश यादव के बाद भारत की ओर से दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। उमेश ने 8 मैचों में 18 विकेट चटकाए थे।
टूटे घुटने से खेला पूरा वर्ल्ड कप
तेज गेंदबाज शमी ने इंस्टाग्राम लाइव के दौरान पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान से बड़ा खुलासा करते हुए बाताया कि पहले मैच में ही मेरा घुटना 'टूट' गया था। शमी ने बताया कि सूजन से मेरी जांघ और घुटने का साइज एक जैसा हो गया था। डॉक्टर रोज उससे तरल पदार्थ निकालते थे। मैं तीन दर्द निवारक इंजेक्शन लेता था। भारत की ओर से सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले शमी ने कहा कि तात्कालिक कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें पूरे टूर्नामेंट में दर्द के बावजूद खेलने के लिए प्रेरित किया।
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खासकर सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए सेमीफाइनल में। जहां टीम इंडिया चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया से हार कर विश्वकप से बाहर हो गई थी। शमी ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच से पहले, मैंने टीम को बताया कि मुझे काफी तकलीफ है अब मैं और दर्द नहीं सह सकता। लेकिन माही भाई और प्रबंधन ने मुझ पर भरोसा रखा। शमी ने कहा की मुझे याद है कि कुछ लोगों ने उस समय कहा था कि मेरा करियर खत्म हो गया है, लेकिन मैं अभी भी यहां हूं।
धोनी का किया शुक्रिया
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तेज गेंदबाज ने कहा 'मैंने पहले पांच ओवर किए और 13 रन। मैंने फिंच और वॉर्नर को परेशानी में रखा, लेकिन गेंद उनके बल्ले को छूकर नहीं जा पाई। उसके बाद मैंने माही भाई से कहा कि मैं अब और गेंदबाजी नहीं कर सकता। लेकिन उन्होंने मुझसे खुद पर भरोसा रखने को कहा। शमी ने बताया कि माही भाई ने मुझे बताया कि वह पार्ट टाइम बोलर्स के पास नहीं जा सकते और मुझे 60 से अधिक रन नहीं देने के लिए कहा। हालांकि शमी ने 10 ओवरों में 68 रन लुटाए और उन्हें विकेट भी नहीं मिला। जिसके बाद आखिरकार शमी को घुटने का ऑपरेशन करवाना पड़ा। 26 मार्च 2015 के बाद उन्होंने अपना अगला अंतरराष्ट्रीय मैच जुलाई 2016 में टेस्ट मैच के रूप में खेला था।
पंत में है अद्भुत क्षमता
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चैट सेशन के दौरान शमी ने टेस्ट क्रिकेट को अपना पसंदीदा प्रारूप बताया। शमी ने कहा, 'मनोरंजन के उद्देश्य से मैं टी 20 प्रारूप चुनना चाहता हूं, लेकिन मैं खेल की तीव्रता के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता हूं। शमी ने भारत के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के बारे में बात करते हुए कहा कि ऋषभ पंत में अद्भुत प्रतिभा है। शमी ने कहा 'ऋषभ की प्रतिभा अद्भुत है और ऐसा इसलिए नहीं कि वह मेरा दोस्त है। जिस दिन उसका आत्मविश्वास बढ़ा, वह खतरनाक बन जाएगा।'