TRENDING TAGS :
Navratri महाउपाय: ऐसे करें नवदुर्गा को प्रसन्न, 9 दिनों में दिखेंगे चमत्कार
देवी माँ के भक्त और वे सभी जो नवदुर्गा की पूजा करते हैं और उन्हें प्रसन्न करना चाहते हैं, तो नवरात्रि के 9 दिनों में 9 आसान महाउपाय कर माता के चमत्कारों को देख सकते हैं।
लखनऊ: 'ईश्वर की साधना से हर कष्ट दूर होते हैं', ये सिर्फ कहने की बात नहीं है। लेकिन शर्त ये हैं कि साधना को सही तरीके और सच्चे मन से किया जाए। कोई भी पूजा देवी माँ की आराधना के बिना अधूरी होती है। हर साल नवरात्रि का पावन महापर्व माँ के नवदुर्गा रूप की उपासना के लिए सबसे शोभनिय और पवित्र होता है। ऐसे में इस बार 17 अक्टूबर से शुरू होने वाली नवरात्रि 25 अक्टूबर तक मनाई जाएगी।
देवी माँ के भक्त और वे सभी जो नवदुर्गा की पूजा करते हैं और उन्हें प्रसन्न करना चाहते हैं, नवरात्रि के 9 दिनों में 9 आसान महाउपायों के जरिये माता को प्रसन्न कर अपनी मनोकामना कोई पूर्ण कर सकते हैं।
नवरात्रि में 9 महाउपाय, करें नवदुर्गा को प्रसन्न
1-सबसे पहले तो ये ध्यान रखें कि मां दुर्गा कि फोटो या मूर्ति को एक लाल रंग के कपड़े के आसन में गंगाजल छिड़क कर पवित्र स्थान पर स्थापित करें। माता का श्रृंगार खुशबूदार पुष्पों या माला से करें।
ये भी पढ़ेंः Navratri Special: यूपी के इन मंदिरों की है खास महिमा, यहां भक्तों की लंबी कतारें
2-खुद भी पूरा के समय लाल रंग के आसन पर बैठें। हो सके तो आसन ऊनी हो लेकिन अगर ऊनी आसन उपलब्ध न हो तो लाल रंग का कंबल इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर लाल रंग का कंबल भी न हो तो कोई कंबल बिछा लें और उसके ऊपर लाल रंग का कपड़ा बिछा कर बैठ जाएँ और माता का ध्यान लगाए।
3-माता रानी को लाल रंग बहुत प्रिय हैं इसलिए उनके वस्त्रों के साथ ही अगर आप स्वयं भी लाल रंग के कपड़े पहनकर उनकी पूजा करेंगे तो मां प्रसन्न हो सकती हैं। माथे पर लाल रंग की रोली का तिलक जरूर लगाएं।
'ॐ ऐं हृीं क्लीं चामुण्डार्य विच्चै' मंत्र का विशेष जप
4- नवदुर्गा की आराधना के लिए 'ॐ ऐं हृीं क्लीं चामुण्डार्य विच्चै' मंत्र का विशेष रूप से जप करें। ये मंत्र सिर्फ नवरात्रि के लिए ही नहीं है, आप प्रतिदिन इसका जाप करें तो मां हमेशा आप पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखेंगी।
ये भी पढ़ेंः नवरात्री स्पेशल: इस बार आदिशक्ति की ये होगी सवारी, जानें कैसा होगा प्रभाव
5- वैसे तो देवी माँ हमेशा ही अपने भक्तो के साथ होती हैं लेकिन नवरात्रि के 9 दिन वह पहाड़ों से उतर कर आपके घर में वास करने आती हैं। ये वैसे ही होता है जैसे आपके घर कोई अतिथि आया हो, ऐसे में उनके साथ समय बिताये यानि मान लें कि माता घर पर ही हैं। समय पर उनकी पूजा करें, प्रसाद चढ़ाएं और दरबार में धूप-दीप करें।
6 -घर में कम से कम इन 9 दिनों तक नकारात्मकता, गलत भावना, या गंदी हरकतें करने से बचें।
7 -वैसे तो आप जो भी श्रद्धा से माता को खिलाएंगे वो ख़ुशी-ख़ुशी उसका भोग लगा देंगी लेकिन उनकी पसंद की बात करें तो माता को प्रसाद में गाय के दूध में शहद डालकर विशेष रूप से चढ़ाएं। पूजा के बाद दूध वाला प्रसाद परिवार के साथ ग्रहण करें। मां दुर्गा की पूजा में तुलसी दल या दूर्वा का प्रयोग भूलकर भी न करें।
नवरात्रि के व्रत
8-नवरात्रि के व्रत तबियत साथ दें तो ही रखें, अन्यथा नवरात्रि के पहले, चौथे और आठवें दिन उपवास कर सकते हैं। नवरात्रि के आठवें या नौवें दिन, जैसी आपकी मान्यता हो, उसके अनुसार विधि-विधान से हवन जरूर कर लें।
ये भी पढ़ेंः नवरात्रि में अखंड ज्योति का महत्व: नहीं जानते होंगे ये खास बात, जानें क्यों है जरूरी
9-नवरात्रि कन्या पूजन के बिना अधूरी है, इसलिए या तो इन इन पवित्र नौ दिनों में हर रोज या अष्टमी व नवमी के दिन आप कन्या पूजन जरूर करें। उन्हे माता का बाल रूप मान कर अपनी क्षमता के मुताबिक, भोग चढ़ाये, वस्त्र दें या कुछ न कुछ दान, जिसे आप भेट भी समझ सकते हैं, दें। यहां एक बात ध्यान दें कि कन्याओं की कोई जाति धर्म नहीं होता इसलिए सभी वर्णों की कन्याओं को देवी रूप मान कर पूजन करें।
देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।